परिचय
बर्च क्या है?
बर्च बेटुलेसि (Betulaceae) प्रजाति का एक हर्बल पौधा है। इसकी पत्तियों में अच्छी मात्रा में विटामिन सी होता है। कई दवाओं को बनाने में इसका प्रयोग किया जाता है। कई इंफेक्शन को दूर करने के लिए इसके सप्लिमेंट्स लिए जाते हैं, वहीं स्किन संबंधित परेशानियों के लिए कई बार इसे स्किन पर लगाया जाता है।
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बर्च (birch) का उपयोग किस लिए किया जाता है?
इसका उपयोग निम्नलिखित शारीरिक परेशानी दूर करने के लिए किया जाता है। जैसे-
इम्यूनिटी बढ़ाए:
बर्च की पत्तियां इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसकी पत्तियों में एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो शरीर को कई इंफेक्शन से बचाने में मदद करता है। इसमें विटामिन-सी और फ्लेवोनॉयड के रूप में एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से सुरक्षा प्रदान करता है। शरीर का अगर इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग रहेगा तो बार-बार बीमार पड़ने से बचा जा सकता है।
सूजन को करे दूर:
बर्च की पत्तियों में एंटी-इंफलेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं जो सूजन को दूर करने में मदद करती हैं। ये जोड़ों में होने वाले दर्द जैसे अर्थराइटिस और गठिया के इलाज के लिए प्रभावी है। पाचन और श्वसन तंत्र को प्रभावित करने वाली आंतरिक सूजन को कम करने के लिए इसे लाभकारी माना जाता है। इसके सेवन से बुजुर्गों में होने वाली बीमारी जैसे जोड़ों में दर्द आदि से राहत मिल सकती है।
डायजेशन में करे सुधार:
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर बर्च डायजेशन संबंधित हर परेशानियों को दूर करता है। इसकी पत्तियों में लेक्सिटिव प्रॉपर्टीज होती हैं जो कबज से राहत दिलाने के साथ पाचन में मदद करती हैं। सदियों से इसे पेट संबंधित परेशानियों के लिए टॉनिक की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर आपका हाजमा ठीक नहीं रहता है, तो इसका सेवन आपको लाभ पहुंचा सकता है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन:
बर्च लीफ एडिमा (edema) और गुर्दे की सफाई करने में मदद करती है। इसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं, जो संक्रमण को दूर करने के साथ दूसरी बीमारियों के खिलाफ प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं। इसके अलावा ये किडनी और लिवर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए फायदेमंद है।
स्किन संबंधित परेशानियों को करे दूर:
कुछ शोधों के अनुसार, बर्च के पेड़ की छाल के तेल को दो महीनों तक प्रभावित हिस्सों पर लगाने से सूरज की किरणों से होने वाली त्वचा की तकलीफों को दूर किया जा सकता है।
बाल होते हैं हेल्दी:
हेयर फॉल की समस्या से अगर आप परेशान हैं, तो इसका सेवन बालों को हेल्दी बनाने में आपकी मदद कर सकता है। आप चाहें तो बर्च के पत्ते को पानी में भिगों दें और फिर इस पानी से बाल धो लें। इससे बाल घने होने साथ-साथ लंबे भी होंगे।
इन बीमारियों के उपचार में भी बिर्च का उपयोग किया जाता है:
- अर्थराइटिस की समस्या
- तव्चा पर लाल चकत्ते
- शरीर को डिटॉक्सीफाई करने के लिए
- अनिद्रा (नींद न आने की परेशानी होती है दूर)
बर्च कैसे काम करता है?
यह एक हर्बल सप्लिमेंट है और कैसे काम करता है, इसके संबंध में अभी कोई ज्यादा शोध उपलब्ध नहीं हैं। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए आप किसी हर्बल विशेषज्ञ या फिर किसी डॉक्टर से संपर्क करें। हालांकि कुछ शोध बताते हैं कि बिर्च की पत्तियों में कुछ ऐसे केमिकल्स होते हैं जो यूरीन के माध्यम से शरीर से पानी को बाहर निकालता है।
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उपयोग
कितना सुरक्षित है बर्च का उपयोग ?
- प्रेग्नेंट और ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए बर्च उपयोग सुरक्षित है या नहीं, इस बारे में कोई शोध अभी तक नहीं किया गया है। सुरक्षा को देखते हुए इसका इस्तेमाल ना करें।
- अगर आपको वाइल्ड कैरट, सेलरी और अन्य इस समूह के पौधों से एलर्जी है तो भी बीर्च का प्रयोग न करें। इससे आपको एलर्जी हो सकती है।
- हाई ब्लड प्रेशर रहता है तो भी इसके सेवन से बचें। इसके प्रयोग से शरीर में नमक की मात्रा बढ़ सकती है। इस कारण हाई ब्लड प्रेशर बिगड़ सकता है।
हर्बल सप्लिमेंट के उपयोग से जुड़े नियम अंग्रेजी दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की जरूरत है। इस हर्बल सप्लिमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरूरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
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साइड इफेक्ट्स
बीर्च से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
इससे निम्नलिखित शारीरिक साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। जैसे-
- हाइव्स होना
- अस्थमा की समस्या
- मुंह या गले में खुजली होना
- यूरीन ज्यादा होना (बार-बार टॉयलेट जाना)
- नींद आना
- चक्कर आना
- लो ब्लड प्रेशर होना
हालांकि हर किसी में ये साइड इफेक्ट देखने को मिले ऐसा जरुरी नहीं है। कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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डोजेज
बर्च को लेने की सही खुराक क्या है ?
इसे निम्नलिखित तरह से लिया जा सकता है। जैसे-
- 2-3 ग्राम बर्च की बनी चाय का दिन में तीन बार सेवन किया जा सकता है। 2 या 3 कप से ज्यादा चाय का सेवन न करें और शाम 5 बजे के बाद भी इससे बनी चाय या कोई अन्य हर्बल टी या कॉफी का सेवन न करें।
- अगर आप इसे स्किन पर लगा रहे हैं तो सिर्फ संभावित जगह पर लगाएं। लगाने से पहले एक बार पैच टेस्ट जरूर कर लें।
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प न मानें। किसी भी दवा या स्पलिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें। इस हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। इसकी खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल स्पलिमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
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उपलब्ध
किन रूपों में उपलब्ध है?
यह निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है। जैसे-
- कैप्सूल
- तेल
- काढ़ा
- सूखी छाल
अगर आप बर्च से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
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हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या इलाज मुहैया नहीं कराता।
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