के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
कैल्सिमैक्स पी (Calcimax P) मेडिसिन ब्लड में लो कैल्शियम लेवल की समस्या के निदान में काम आती है। जब रोज की डायट से कैल्शियम की जरूरत पूरी नहीं होती तो शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है। कैल्शियम की कमी से शरीर बोंस से कैल्शियम लेने लगता है और फिर हड्डियां कमजोर पड़ने लगती हैं। कैल्सिमैक्स पी (Calcimax P) बोंस को स्ट्रॉन्ग करने में मदद करती हैं। ऑस्टियोपरोसिस (Osteoporosis), रिकेट्स ( Rickets) , ओस्टोमोलेशिया (Osteomalacia) आदि समस्याओं के निवारण में कैल्सिमैक्स पी का उपयोग किया जाता है। कैल्सिमैक्स पी शरीर में कैल्शियम और फॉस्फेट के अवशोषण को प्रॉपर बनाए रखने का काम करती है।
कैल्सिमैक्स पी शरीर में जाकर नर्व सेल्स के वर्क, मसल्स और बोंस को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाती है। शरीर में उचित मात्रा में कैल्शियम का होना बहुत जरूरी होता है। 19 से 50 साल के व्यक्ति को रोज 1,000 mg (Recommended Dietary Allowance) कैल्शिमम की जरूरत पड़ती है। वहीं 50 से 70 साल और 71 से अधिक साल के व्यक्तियों को एक दिन में 1,200 mg (RDA) कैल्शियम की जरूरत होती है। जब कैल्शियम की मात्रा कम होने लगती है तो शरीर में विभिन्न प्रकार के रोग होने लगते हैं। ऐसे में डॉक्टर कैल्सिमैक्स पी लेने की सलाह दे सकता है।
कैल्सिमैक्स पी (Calcimax P) में निम्न तत्व पाए जाते हैं।
कैल्शियम बोंस हेल्थ के लिए महत्वपूर्ण होता है। शरीर में इसकी मात्रा की पूर्ती करने के लिए डायट या फिर सप्लिमेंट का सहारा लिया जा सकता है।
शरीर में फॉस्फोरस बोंस और टीथ का फॉर्मेशन करता है। शरीर में फैट और कार्बोहाइड्रेड के उपयोग के दौरान फॉस्फोरस महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ये शरीर में प्रोटीन बनाने में भी काम आता है।
मैग्नीशियम शरीर के लिए आवश्यक मिनरल है। शरीर में मैग्नीशियम का 60 प्रतिशत भाग हड्डियों में पाया जाता है। बाकी मसल्स, सॉफ्ट टिशू और फ्लूड में पाया जाता है। मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखता है, हार्ट रिदम प्रॉपर करता है और साथ ही बोंस को भी मजबूत बनाता है।
जिंक शरीर में इम्यून सिस्टम और मेटाबॉलिज्म फंक्शन को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। ये शरीर के घाव को जल्द भरने के साथ ही टेस्ट और स्मैल के सेंस के लिए भी जरूरी होता है।
विटामिन डी 3 शरीर में कैल्शियम और फॉस्फोरस को अवशोषित करने का काम करता है। कैल्शियम और फॉस्फोरस हड्डियों की मजबूती के लिए बहुत जरूरी होता है।
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कैल्सिमैक्स पी (Calcimax P) का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए। अगर शरीर में कैल्शियम की कमी होती है या फिर हड्डियों संबंधी कोई बीमारी होती है तो डॉक्टर कैल्सिमैक्स टैबलेट लेने की सलाह दे सकता है। शरीर में कैल्शियम की कमी के अनुसार ही डॉक्टर दिन में एक से दो टैबलेट लेने की सलाह दे सकता है।
कैल्सिमैक्स पी का वयस्कों के लिए डोज – दिन में एक से दो टैबलेट
कैल्सिमैक्स पी का आठ साल से बड़े बच्चों के लिए डोज – दिन में आधी या एक टैबलेट
उपरोक्त दिया गया डोज चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से कैल्सिमैक्स पी (Calcimax P) डोज के बारे में जानकारी लें।
कैल्सिमैक्स पी (Calcimax P) टैबलेट की अधिक मात्रा लेने से बॉडी में कुछ परिवर्तन दिखाई दे सकते हैं। अगर ड्रग का ओवरडोज हो गया है और शरीर में गंभीर लक्षण नजर आ रहे हैं तो आपको बिना देरी किए इमरजेंसी वार्ड में जाना चाहिए। साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए दवा का उतना ही सेवन करें, जितना आपको डॉक्टर ने बताया हो।
कैल्सिमैक्स पी (Calcimax P) का डोज लेना भूल जाए तो याद आते ही उसे लेना चाहिए। हालांकि, अगर आपकी अगली डोज का समय होने वाला है तो भूले हुए डोज की बजाए, अगली खुराक का सेवन पहले से तय किए गए समय पर करें। एक साथ दो खुराकों का सेवन न करें। इससे आपकी स्थिति बिगड़ सकती है। अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।
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उपरोक्त दी गई जानकारी के अलावा भी डॉक्टर आपको अन्य सलाह दे सकता है। अधिक जानकारी के लिए आप इस बारे में डॉक्टर से पूछ लें। यहां दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है।
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कैल्सिमैक्स पी (Calcimax P) का यूज करने से शरीर में कुछ दुष्प्रभाव भी दिखाई दे सकते हैं। ऐसा जरूरी नहीं है कि दवा का उपयोग करने के बाद साइड इफेक्ट्स दिखाई दें। ऐसा कुछ व्यक्तियों के साथ हो सकता है। अगर आप कैल्सिमैक्स पी खाने के बाद शरीर में कुछ परिवर्तन देखते हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से इस बारे में बताएं। जानिए कैल्सिमैक्स पी के सेवन के बाद किस तरह से दुष्प्रभाव दिख सकते हैं।
उपरोक्त दिए गए लक्षण दवा का अधिक सेवन करने से भी दिख सकते हैं। अच्छे स्वास्थ्य के लिए दवा की सही मात्रा लेना बहुत जरूरी है।
कई बार डॉक्टर प्रेग्नेंसी के दौरान कैल्शियम सप्लीमेंट लेने की सलाह दे सकता है। आपको कैल्सिमैक्स पी (Calcimax P) का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह से नहीं करना चाहिए। वहीं ब्रेस्टफीडिंग के दौरान भी दवा के सेवन के बारे में डॉक्टर से एक बार जरूर पूछ लें।
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कुछ दवाएं कैल्सिमैक्स पी (Calcimax P) के साथ रिएक्शन कर सकती हैं। अगर आप कैल्सिमैक्स पी का सेवन करने जा रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि अन्य दवाओं के सेवन के पहले डॉक्टर से जानकारी जरूर हासिल कर लें।
कैल्सिमैक्स पी (Calcimax P) का एल्कोहॉल के साथ रिएक्शन होता है या फिर नहीं, इस बारे में जानकारी नहीं है। बेहतर होगा कि आप दवा का सेवन करने के दौरान शराब का सेवन न करें।
कुछ हेल्थ कंडिशन जैसे कि डायबिटीज, लिवर की बीमारी या फिर किडनी की बीमारी आदि होने पर आपको पहले डॉक्टर को सूचित कर देना चाहिए, फिर दवा का सेवन करना चाहिए। कैल्सिमैक्स पी (Calcimax P) की अधिक मात्रा लेने से शरीर में कैल्शियम का स्तर बढ़ सकता है और उससे बीमारी का खतरा रहता है। कुछ स्टडी में कैल्शियम की अधिक मात्रा का प्रोस्टेट कैंसर से भी संबंध बताया है। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से बात करें।
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कैल्सिमैक्स पी (Calcimax P) को सूखे स्थान पर रखें। टैबलेट को सूर्य की रोशनी से दूर रखें। कैल्सिमैक्स पी (Calcimax P) को स्टोर करने के लिए कमरे का तापमान ( 25 डिग्री सेल्सियस) उचित रहेगा। दवा को बाथरूम और फ्रिज में बिल्कुल न रखें। दवा को सुरक्षित रखने के लिए आप कंटेनर का प्रयोग कर सकते हैं। दवा को खरीदने से पहले एक्सपायरी डेट जरूर चेक करें।
ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी दवा, सॉल्यूशन या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
डिस्क्लेमर
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