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मेरिट्रीम सप्लीमेंट क्या है, क्या यह वजन कम करने में मददगार है?

मेरिट्रीम सप्लीमेंट क्या है, क्या यह वजन कम करने में मददगार है?

वजन घटाना कुछ लोगों के लिए बहुत मुश्किल काम होता है, क्योंकि वह न तो जिम में घंटों पसीना बहाना चाहते हैं और न ही उबला हुआ खाना ही खा पाते हैं। ऐसे लोगों के लिए ही बाजार में ढेर सारे वजन घटाने वाले सप्लीमेंट्स है जिसमें से कुछ हर्बल हैं और असरदार होने का दावा करते हैं। मेरिट्रीम स्लीमेंट भी एक ऐसा ही हर्बल सप्लीमेंट है जो असरदार तरीके से वजन कम करने की बात करता है। आइए, जानते हैं कि क्या यह सचमुच असरकारक है?

मेरिट्रीम सप्लीमेंट क्या है? (What is Meratrim Supplement)

यह वजन घटाने वाला एक हर्बल सप्लीमेंट (Herbal supplement) है जिसे इंटरहेल्थ न्यूट्रास्यूटिकल्स कंपनी द्वारा बनाया गया है। इसे बनाने से पहले कंपनी ने फैट सेल्स के मेटाबॉलिज्म में बदलाव की क्षमता जांचने के लिए कई जड़ी-बूटियों पर रिसर्च कर चुकी है। मेरिट्रीम सप्लीमेंट (Meratrim Supplement) दो जड़ी बूटियों के अर्क स्पैरेन्थस सिग्नस और गार्सिनिया मैंगोस्टाना से मिलकर बना है। इसका अनुपात 3:1 होता है। कंपनी का दावा है कि मेरिट्रीम स्पलीमेंट

  • फैट सेल्स को मल्टीप्लाई होना मुश्किल बना देती है
  • फैट सेल्स रक्त प्रवाह से जिस मात्रा में फैट लेती है उसकी मात्रा कम कर देता है
  • फैट सेल्स को जमा हुए फैट को बर्न करने में मदद करता है।

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मेरिट्रीम सप्लीमेंट क्या वजन घटाने में मददगार है? (Is Meratrim Supplement helpful in weight loss)

कई अध्ययन बताते हैं कि मेरिट्रीम सप्लीमेंट वजन घटाने के लिए बहुत असरदायक है। एनसीबी के अध्ययन के मुताबिक, एक हेल्दी ओवरवेट व्यक्ति भी इसके ज़रिए आसानी से वजन कम कर सकता है। व्यक्ति इसे आसानी से टॉलरेट कर सकता है और यह प्रभावशाली है। यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के एक एक अध्ययन के मुताबिक, मोटे लोगों में वजन कम करने के लिए मेरिट्रीम सप्लीमेंट बहुत कारगर है। अध्ययन के मुताबिक यह वजन कम करने के साथ ही, बीएमआई, कमर का साइज और हिप साइज कम करने में भी मददगार है।

एक अन्य अध्ययन में पार्टिसिपेंट्स को दो हिस्सों में बांटा गया। एक ग्रुप को 400mg का मेरिट्रीम हर्बल सप्लीमेंट दिन में दो बार दिया गया और दूसरे ग्रुप को प्लेसिबो कैप्सूल दिया गया। अध्ययन के नतीजों के मुताबिक, मेरिट्रीम सप्लीमेंट्स लेने वालों का बेली फैट बहुत कम हो गया, जो उन्हें बहुत सी बीमारियों से बचाता है। दरअसल, पेट की बढ़ी चर्बी कई बीमारियों की वजह बन सकती है, इसलिए एक्सपर्ट्स हमेशा बेली फैट कम करने पर जोर देते हैं। अध्ययन के नतीजों के मुताबिक मेरिट्रीम लेने वालों का वजन 11 पाउंड कम हुआ, जबकि प्लेसिबो लेने वाले ग्रुप का सिर्फ 3.3 पाउंड। इसी तरह मेरिट्रीम ग्रुप की मकर 4.7 इंच तक कम हुई, जबकि प्लेसिबो ग्रुप की 2.4 इंच। साफ है कि वजन और बेली फैट कम करने में मेरिट्रीम सप्लीमेंट बहुत कारगर है। इतना ही नहीं मेरिट्रीम लेने वाले ग्रुप के फिजिकल फंक्शन में भी सुधार देखा गया। साथ ही यह भी देखा गया कि मेरिट्रीम लेने वालों में हृद्य रोग, डायबिटीज और दूसरी गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। अध्ययन इसे बहुत कारगर सप्लीमेंट बताते हैं, लेकिन किसी भी तरह का सप्लीमेंट लेने से पहले बहुत जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर सलाह अवश्य लें।

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मेरिट्रीम सप्लीमेंट का उपयोग कैसे करें? (Meratrim Supplement Uses)

मेरिट्रीम सप्लीमेंट को एक सुरक्षित डायट सप्लीमेंट माना जाता है, जो नेचुरल प्लांट स्रोत से बना है। कुदरती तरीके से बना होने की वजह से इंसानों द्वारा इसे आसानी से टॉलरेट किया जा सकता है। यह डायट पिल स्पैरेन्थस इंडिकस फूल और गार्सीनिया मंगोस्ताना फल से मिलकर बना है जो बहुत ही फायदेमंद होता है। आमतौर पर इस पिल की दो डोज लेने की सलाह दी जाती है। एक सुबह और एक शाम में।

इसका हर कैप्सूल 400mg का होता है, यानी दो कैप्सूल लेने का मतलब है डेली 800mg मेरिट्रीम की डोज। बेहतर परिणाम के लिए यह कैप्सूल खाने से आधे घंटे पहले ली जानी चाहिए। ध्यान रखें कि सिर्फ इस कैप्सूल को लेने से वजन कम नहीं होगा, बल्कि यह वजन कम करने के पारंपरिक तरीके एक्सरसाइज और हेल्दी डायट के साथ मिलकर वजन घटाने में अतिरिक्त मदद करता है। चूकी यह प्राकृतिक चीजों से मिलकर बना है इसलिए उसका इस्तेमाल सुरक्षित है। इस पिल का बेहतर परिणाम तभी मिलेगा जब आप हेल्दी डायट और एक्सरसाइज के साथ इसका सेवन करेंगे।

मेरिट्रीम सप्लीमेंट के साइड इफेक्ट (Meratrim side effects)

हालांकि इसका इस्तेमाल करने वाले ज्यादातर लोगों में किसी तरह का साइड इफेक्ट नहीं देखा गया है, लेकिन कुछ लोगों में माइल्ड साइड इफेक्ट जैसे पेट दर्द, मितली की समस्या देखी गई है, लेकिन वह भी कुछ समय में ही ठीक हो जाता है। वैसे तो कई अध्ययन में इसे पूरी तरह से सुरक्षित माना गया है, लेकिन कुछ मामलों में यह आई इरिटेशन की वजह बन सकता है। इसलिए किसी तरह की बीमारी से पीड़ित और कुछ खास हेल्थ कंडिशन वाले लोगों को मेरिट्रीम सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

  • प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर की सलाह के बाद ही यह पिल लेनी चाहिए।
  • जिन लोगों की सर्जरी होने वाली है, उन्हें सर्जरी से करीब 2 हफ्ते पहले ही इस पिल का सेवन बंद कर देना चाहिए।
  • इस बात का ध्यान रखें कि FDA ने इस पिल को रिव्यू नहीं किया है।
  • अध्ययन के मुताबिक मेरिट्रीम जानवरों और इंसानों के इस्तेमाल के लिए सुरक्षित है।

सबके लिए बेहतर यही होगा कि सेल्फ मेडिकेशन की बजाय डॉक्टर की सलाह पर ही इस पिल का सेवन करें।

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आखिर क्यों बढ़ता है वजन? (Reason for obesity)

ओबेसिटी यानी मोटापा आजकल पूरी दुनिया में बहुत बड़ी समस्या बनती जा रही है। इसलिए लोग वजन कम करने के लिए हर तरकीब आजमाने के लिए तैयार रहते हैं, लेकिन वजन घटाने से पहले यह जानना जरूरी है कि आखिर मोटापा किन कारणों से बढ़ता है।

  • यकीनन पहला कारण है अनहेल्दी डायट। समय पर खाना न खाना और बैलेंस डायट की जगह फास्ट फूड, जंक फूड, तला-भूना मसालेदार, मैदे से बनी चीजें, ड्रिंक्स आदि का अधिक सेवन करने से मोटापा बहुत बढ़ जाता है। आपने ध्यान दिया होगा कि घर का बना सादा भोजन करने वालों की तुलना में होटल का खाना ज्यादा खाने वालों में ओबेसिटी की समस्या अधिक होती है।
  • वजन बढने का एक कारण तनाव भी है। आजकल की जीवनशैली में हर कोई किसी न किसी रूप में तनाव का शिकार हो जाता है और तनाव कई हार्मोन्स को प्रभावित करके वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदा है। कुछ लोग स्ट्रेस होने पर मीठा अधिक खाने लगते हैं, तो कुछ इमोशनल ईटिंग डिसऑर्डर का शिकार हो जाते हैं।
  • समय पर नाश्ता, खाना नहीं खाने से भी वजन बढ़ता है। बहुत से लोगों को लगता है कि यदि वह सुबह का नाश्ता स्किप करेंगे तो उनका वजन कम हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं है। ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर तीनों समय पर करना जरूरी है, हां आपको बस हेल्दी फूड ही खाना चाहिए। रात में सोने से कम से कम 2 घंटे पहले हल्का भोजन करें और खाने के बाद थोड़ा सैर कर लें।
  • नींद पूरी न होने पर भी वजन बढ़ने लगता है। इससे शरीर की आंतरिक कार्यप्रणाली प्रभावित होती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार 7-8 घंटे से कम या अधिक सोने वाले लोगों को ज्यादा कैलोरी का सेवन करने की जरुरत महसूस होती है, जिससे वजन बढ़ने लगता है।
  • एक्सरसाइज नहीं करने से भी आपकी सेहत बिगड़ जाती है और वजन बढ़ने लगता है। हेल्दी डायट के साथ ही रोजाना एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है। सुबह कम से कम आधे से एक घंटे की कसरत आपको वजन संतुलित रखने में मदद करेगी।
  • कुछ दवाओं की वजह से भी मोटापा बढ़ सकता है जैसे एंटी-डिप्रेसेंट, स्टेरॉयड या बर्थ कंट्रोल पिल्स। वजन बढ़ने के रूप में इन दवाओं के साइड इफेक्ट दिखते हैं।

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मोटापे से होने वाली समस्याएं (Problems caused by obesity)

मोटापे से न सिर्फ आपका शरीर बेडौल हो जाता है, बल्कि कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं भी होने लगती हैं।

  • मोटे लोगों को चलने, सांस लेने और उठने-बैठने में भी परेशानी होती है।
  • शरीर में जब फैट अधिक होता है तो  रक्त का दबाव बढ़ता है और यह दिल की सेहत के लिए अच्छा नहीं होता।
  • मोटे लोगों में टाइप-2 डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है। दरअसल, शरीर में फैट ज्यादा होने पर आपका शरीर इंसुलिन के प्रति रेजिस्टेंट हो जाता है।
  • वजन बढ़ने से ब्रेन स्ट्रोक और कार्डिएक अरेस्ट का खतरा भी बढ़ जाता है।

मोटापा कम करने के आसान टिप्स (Easy tips for weight loss)

यदि आप हार्डकोर डायटिंग या एक्सरसाइज नहीं कर सकते हैं, तो छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर भी वजन नियंत्रित कर सकते हैं।

  • तनाव से दूर रहने की कोशिश करें।
  • पर्याप्त नींद लें।
  • नाश्ता पेटभरकर करें और नाश्ते में प्रोटीन से भरपूर चीजें लें।
  • रात का खाना जल्दी खाएं और डिनर में हैवी चीजें खाने से बचें।
  • हल्की-फुल्की एक्सरसाइज, वॉक या योग नियमित रूप से करें।
  • खाने में तेल, मसाले, तली-भुनी चीजों का सेवन न करें।
  • ताजे फल और सब्जियां अधिक मात्रा में खाएं।
  • भरपूर पानी पीएं।
  • खीरा, नींबू, अदरक, पुदीना, दलिया, ओट्स, अंडा, ग्रीन टी, दही जैसी चीजों को डायट में शामिल करें यह वजन कम करने में मददगार हैं।

वजन घटाने के लिए आप सिर्फ किसी सप्लीमेंट के सहारे नहीं रह सकते। इसके लिए आपको हेल्दी लाइफस्टाइल और डायट को भी अपनाना होगा।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

https://www.researchgate.net/publication/306522174_Efficacy_and_tolerability_of_Meratrim_for_weight_management_a_randomized_double-blind_placebo-controlled_study_in_healthy_overweight_human_subjects //accesed on 4/02/2021

 

https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4997756/accesed on 4/02/2021

Current Version

24/05/2021

Toshini Rathod द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. स्नेहल सिंह

Updated by: Toshini Rathod


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Toshini Rathod द्वारा लिखित · अपडेटेड 24/05/2021

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