जब बात आती है डायबिटीज (Diabetes) की, तो इसे लाइफ़स्टाइल डिजीज माना जाता है। डायबिटीज की समस्या कभी अकेले नहीं आती, यह अपने साथ लाती है कई कॉम्प्लिकेशन को, जो आपके लिए परेशानी का सबब बन जाती है। इसलिए डायबिटीज में खानपान का आपको खास ख्याल रखना पड़ता है। ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल आता है कि डायबिटीज में मक्का खा सकते हैं या नहीं? तो आइए इस आर्टिकल में जानते हैं डायबिटीज में मक्का (Corn) कैसे खाया जा सकता है, लेकिन उससे पहले जान लेते हैं डायबिटीज से जुड़ी ये खास जानकारी।
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डायबिटीज में मक्का खा सकते हैं या नहीं: पहले जानिए डायबिटीज (Diabetes) की समस्या क्या है?
डायबिटीज में मक्का खा सकते हैं या नहीं ये जानने से पहले आपको डायबिटीज को समझना होगा। दरअसल, डायबिटीज (Diabetes) की तकलीफ का सीधा असर हमारे इम्यून सिस्टम पर पड़ता है। आमतौर पर जब व्यक्ति खाना खाता है, तो शरीर भोजन से मिले शुगर को तोड़कर उसका इस्तेमाल कोशिका में उर्जा बनाने के लिए करता है। इस कार्य को पूरा करने के लिए पैंक्रियाज को इंसुलिन का उत्पादन करना पड़ता है। इंसुलिन हॉर्मोन शरीर में एनर्जी बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन जब आप डायबिटीज की गिरफ्त में होते हैं, तो यही पैंक्रियाज पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन (Insulin) पैदा नहीं कर पाती। इसकी वजह से शरीर में ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) बढ़ता चला जाता है। जब शरीर में ब्लड शुगर लेवल ज्यादा बढ़ जाता है, तो शरीर के कामकाज पर इसका प्रभाव पड़ता है और शरीर की कार्यप्रणाली कमजोर होती चली जाती है।
यदि समय पर ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल ना किया जाए, तो डायबिटीज (Diabetes) अपने साथ-साथ कई अन्य जटिलताओं को भी साथ ले आता है। आपके साथ ऐसी स्थिति ना हो, इसलिए जरूरत है आपको डायबिटीज के लक्षण पहचानने की। आइए जानते हैं डायबिटीज के लक्षणों के बारे में।
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डायबिटीज में मक्का खा सकते हैं या नहीं (Maize in diabetes)?
डायबिटीज में मक्का खा सकते हैं या नहीं (Maize in diabetes) इसका जवाब है कि इससे फायदा तो जरूर है पर कुछ बातें ध्यान रखनी होंगी। मक्का खाने से आपको कई तरह के पोषक तत्व प्राप्त होते हैं, जिसमें विटामिन, मिनरल्स और फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा मक्का लो फैट और लो सोडियम फूड माना जाता है। करीब एक कप पके हुए मक्के में आपको यह तत्व प्राप्त होते हैं –
- कैलोरी (Calories)
- कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate)
- डायटरी फाइबर (Dietary fiber)
- शुगर (2.9 ग्राम) (Sugar – 2.9 g)
- फाइबर (Fiber)
- प्रोटीन (Protein)
- फैट (Fat)
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इसके अलावा आपको यह पोषक तत्व भी प्राप्त होते हैं –
- विटामिन ए (Vitamin A)
- विटामिन बी (Vitamin B)
- विटामिन सी (Vitamin C)
- पोटेशियम (Potassium)
- मैग्नीशियम (Magnesium)
- आयरन (Iron)
- जिंक (Zinc)
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डायबिटीज में मक्का खा सकते हैं? क्या इसे फायदे हैं?
डायबिटीज में मक्का खा सकते हैं या नहीं ये कई फैक्टर्स पर निर्भर कता है। डायबिटीज में मक्का (Corn in diabetes) खाने से आपको क्या फायदे हो सकते हैं, अब इस बारे में बात करते हैं।
जैसा कि आप जानते हैं डायबिटीज (Diabetes) में खाद्य पदार्थों के ग्लाइसेमिक इंडेक्स से यह तय किया जाता है कि खाद्य पदार्थ डायबिटीज में खाने के लिए सेफ है अथवा नहीं। जिन खाद्य पदार्थों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 56 से 69 के बीच होता है, उन्हें मीडियम ग्लाइसेमिक फूड कहा जाता है। वहीं 55 के नीचे वाले खाद्य पदार्थों को लो ग्लाइसेमिक फूड कहा जाता है। यदि बात करें डायबिटीज में मक्का (Corn in diabetes) खाने की, तो मक्के का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 52 माना जाता है, इसलिए डॉक्टर की सलाह के बाद एक सीमित मात्रा में डायबिटीज में मक्का (Corn) खाया जा सकता है।
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लेकिन मक्के से बने अन्य खाद्य पदार्थों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अलग-अलग माना जाता है, जैसे –
- कॉर्न टॉर्टिला का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 46 माना जाता है
- कॉर्नफ्लेक्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 81 माना जाता है
- पॉपकॉर्न का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 65 माना जाता है
यदि आपको डायबिटीज (Diabetes) की समस्या है, तो आपको सामान्य तौर पर उबले हुए मक्के का सेवन करना चाहिए, जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 52 माना जाता है।
डायबिटीज में मक्का खा सकते हैं? और क्या है ग्लाइसेमिक लोड? (Glycemic load of corn)
डायबिटीज में मक्का (Corn in diabetes) सीमित मात्रा में खाने से आपका ब्लड शुगर लेवल सामान्य बना रहता है, लेकिन यदि आप इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करते हैं तो इसका सीधा असर आपके ब्लड शुगर लेवल पर पड़ सकता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स की ही तरह ग्लाइसेमिक लोड डायबिटीज (Diabetes) में मापना जरूरी होता है। खाने का पोर्शन साइज, इसमें मौजूद डाइजेस्टिबल कार्बोहाइड्रेट के साथ ग्लाइसेमिक इंडेक्स को मिलाकर ग्लाइसेमिक लोड (Glycemic load) बनता है। इसलिए डायबिटीज में मक्का का ग्लाइसेमिक लोड 15 माना जाता है। इस तरह डायबिटीज में मक्का (Corn) खाने से आपको कई पोषक तत्व प्राप्त होते हैं, लेकिन एक्स्पर्ट इसका सीमित मात्रा में सेवन करने की सलाह देते हैं।
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डायबिटीज में मक्का : हैं अन्य फायदे भी! (Corn in diabetes)
अबतक आप समझ ही गए होंगे कि डायबिटीज में मक्का खा सकते हैं नहीं और अब इसके अन्य फायदे भी जान लें। डायबिटीज (Diabetes) में कई लोगों को हार्ट की समस्या होती है, इसका मुख्य कारण है कोलेस्ट्रॉल। डायबिटीज में मक्का (Corn in diabetes) खाने से ब्लड फ्लो बढ़ता है और इससे कोलेस्ट्रॉल का अब्जॉर्प्शन कम होता है। जिससे व्यक्ति का इंसुलिन नियंत्रित होता है और डायबिटीज के साथ-साथ हार्ट की समस्याओं में भी आराम मिलता है।
डायबिटीज में मक्का (Corn) खाने से आपको भरपूर मात्रा में एनर्जी प्राप्त होती है, साथ ही आपको कई पोषक तत्व बड़ी मात्रा में मिलते हैं। इसलिए डायबिटीज में मक्का खाने से अन्य कॉम्प्लिकेशन में भी सहायता मिलती है।
डायबिटीज में मक्का (Corn in diabetes) खाना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन यह अलग अलग व्यक्ति में अलग अलग तरह से कार्य करता है। इसलिए अपनी स्थिति को ध्यान में रखकर डॉक्टर की सलाह के बाद ही सीमित मात्रा में इसका सेवन किया जाना चाहिए।
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ध्यान दें
डायबिटीज में मक्का खा सकते हैं या नहीं ये आपकी हेल्थ कंडिशन पर भी निर्भर करता है। इसलिए डायबिटीज में मक्का (Corn) खाने से पहले आपको हमेशा डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, डॉक्टर आप की स्थिति को ध्यान में रखकर जिस मात्रा को तय करता है, उस मात्रा में आप डायबिटीज में मक्का खा सकते हैं। इस तरह डायबिटीज में मक्का (Corn in diabetes) खाने से आपको फायदे ज्यादा और नुकसान कम होते हैं।
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