स्टेज 0: स्टेज 0 में कैंसर त्वचा के सबसे ऊपरी हिस्से में ही होता है। इस स्टेज को मेलेनोमा सीटू (Melanoma in situ) कहा जाता है। जिसका उपचार करना आसान होता है और इसमें कम समय भी लगता है।
स्टेज 1: स्टेज वन में यह कैंसर लगभग 2 मिमी तक शरीर के अंदर फैल चुका होता है। हालांकि, अभी भी यह लिम्फ नोड या अन्य हिस्से तक नहीं पहुंच पाता है।
स्टेज 2: इस स्टेज में यह कैंसर 1 एमएम तक मोटा हो चुका होता है। लेकिन 4 एमएम से ज्यादा नहीं फैलता है और इस स्टेज में भी लिम्फ नोड या शरीर के किसी अन्य हिस्से में नहीं फैलता है।
स्टेज 3: इस स्टेज में पहुंचने के बाद यह कैंसर लिम्फ नोड या लिम्फैटिक चैनल्स के पास तक पहुंच जाता है। इस स्टेज में इसका उपचार तुरंत कराना चाहिए। इसके उपचार में देरी जीवन के लिए जोखिम बन सकता है।
स्टेज 4: इस स्टेज में पहुंचने के बाद यह कैंसर लिम्फ नोड समेत शरीर के अन्य हिस्सों जैसे ब्रेन, लंग्स और लिवर तक फैल चुका होता है। जिसका उपचार गंभीर हो सकता है।
अगर कैंसर स्टेज 3 तक है, तो इसका उपचार ऊपरी सर्जरी करके किया जा सकता है। हालांकि, अगर कैंसर चौथे स्टेज में है, तो लिम्फ नोड्स से इसे अलग किया जाता है। इस दौरान सर्जरी के बाद पेशेंट को इंटरफेरॉन नाम की दवा दी जाती है। सर्जरी के अलावा रेडिएशन, कीमोथेरिपी या इम्यूनोथेरेपी की प्रक्रिया की भी सलाह आपके डॉक्टर दे सकते हैं।
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मेलेमोना स्किन कैंसर के प्रकार
मेलेमोना स्किन कैंसर के चार प्रकार होते हैं, जिनमें शामिल हैंः
सुपरफिशियल स्प्रेडिंग मेलेनोमा
यह धीरे-धीरे बड़ा होता है।
नोडियोलर मेलेनोमा
यह ट्रंक, सिर और गले पर अधिक होता है। इसका रंग लाल, नीला या काला हो सकता है।
लेंटिगो मलिंगा मेलेनोमा
यह बुजुर्गों में अधिक होता है।