कोरोना की बीमारी कोविड -19 (COVID- 19) को खत्म करने और इस वायरस को फैलने से रोकने के दौरान देश के सामने आने वाली सबसे बड़ी बाधा के बारे में सॉलिसिटर जर्नल ने बताया। उन्होंने इसकी जानकारी सुप्रीम कोर्ट को दी। जिसके बाद सीजेआई (Chief Justice of India) की अगुवाई वाली बेंच ने सरकार से इस बाबत जरूरी कदम उठाने को कहा है। आपको बता दें कि, देश के सभी राज्यों में कोरोना वायरस की महामारी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं और लोग सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं। जिस वजह से देश द्वारा इस महामारी से निपटने में मुश्किल आ रही है। इसके अलावा सबसे बड़ी बाधा के रूप में लोगों द्वारा शेयर की जा रही कोरोना की फेक न्यूज है।
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कोरोना की फेक न्यूज क्यों है सबसे बड़ी बाधा
देश के सॉलिसिटर जर्नल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि, कोरोना वायरस की बीमारी कोविड-19 को खत्म करने के दौरान हमारे सामने सबसे बड़ी बाधा शेयर की जा रही कोरोना की फेक न्यूज है। जिसके बाद चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की अगुवाई वाली बेंच ने सरकार को फेक न्यूज फैलाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाने की सलाह दी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोरोना की फेक न्यूज को रोकने के लिए केंद्र बहुत जल्द स्वास्थ्य मंत्रालय के जाइंट सेक्रेटरी के नेतृत्व वाली अलग यूनिट के अंतर्गत चैट बॉक्स व पोर्टल बनाए। जिसमें हेल्थ एक्सपर्ट्स और एम्स व अन्य अस्पतालों के सीनियर डॉक्टर्स नागरिकों के सवालों का जवाब देंगे। ताकि, लोगों को किसी भ्रमित जानकारी पर निर्भर न रहना पड़े और सभी मीडिया हाउस कोरोना वायरस से जुड़े मामले और जानकारी के लिए इसी पोर्टल का इस्तेमाल करें।
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कोरोना की फेक न्यूज : भारत सरकार और वॉट्सएप का चैट बॉक्स है जारी
कुछ दिन पहले नेशनल फार्मासियुटिकल्स प्राइजिंग अथॉरिटी ऑफ इंडिया (National Pharmaceuticals Pricing Authority of India) ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से जानकारी साझा करते हुए बताया था कि, भारत सरकार ने कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी के लिए वॉट्सएप चैटबोट (WhatsApp Chatbot) की शुरुआत की है। जिसके लिए आपको अपने वॉट्सएप पर 9013151515 नंबर सेव करना होगा और आपको कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी और फैक्ट्स की जानकारी मिलती रहेगी। इसके अलावा, वॉट्सएप ने खुद डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और यूएनडीपी के साथ मिलकर एक वॉट्सएप कोरोना वायरस इंफोर्मेशन हब की शुरुआत की थी। जिसमें आपको, कोरोना वायरस से जुड़ी तमाम जानकारियां मिल जाएंगी और कोरोना की फेक न्यूज पर निर्भर नहीं रहना होगा।
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फेक न्यूज के नुकसान
कोरोना की फेक न्यूज प्राप्त करने के बाद आपको निम्नलिखित नुकसान हो सकते हैं। जैसे-
- कोरोना वायरस से जुड़े मामले और संक्रमित मरीजों की फेक न्यूज फैलाकर समाज में अव्यवस्था और डर का माहौल तैयार किया जा सकता है।
- फेक न्यूज में कोरोना वायरस से बचाव के लिए बताई गई दवाइयों या उपायों का उपयोग करने से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है और स्थिति गंभीर हो सकती है।
- कोरोना की फेक न्यूज के जरिए लोगों को भ्रमित किया जा सकता है और लॉकडाउन या सोशल डिस्टेंसिंग के पालन में बाधा डाली जा सकती है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
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कोरोना वायरस अपडेट (latest news on corona)
कोरोना की फेक न्यूज के अलावा जानते हैं कि कोरोना वायरस से जुड़े आंकड़े कहां तक पहुंच गए हैं। वर्ल्ड ओ मीटर के मुताबिक 31 मार्च 2020 को दोपहर 3 बजे तक दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 7,87,438 हो गई है और इस खतरनाक बीमारी से जान गंवाने वालों की तादाद 37,846 हो गई है। दुनियाभर में कोरोना वायरस से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 1,65,938 पहुंच गई है। इसके अलावा, अमेरिका 1,64,359 मरीजों के साथ सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज वाला देश बन गया है। जिसके बाद इटली, स्पेन और चीन का नंबर आता है।
कोरोना वायरस के भारत में मरीज (How many cases of coronavirus in India?)
भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक 30 मार्च 2020 को रात 9.30 बजे तक देश में 1117 कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की पहचान कर ली गई है। जिसमें से 101 का इलाज करने के बाद छुट्टी दे दी गई है, वहीं 32 लोगों की जान जा चुकी है। मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक भारत में संक्रमित मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या केरल में हो गई है, जहां 202 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इसके बाद महाराष्ट्र 198 मामले और दिल्ली 87 केस का नंबर आता है।
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कोरोना की फेक न्यूज : डब्ल्यूएचओ के आंकड़े
डब्ल्यूएचओ ने अपनी दैनिक सिचुएशन रिपोर्ट 70 में कोरोना वायरस से जुड़े आंकड़े पेश किए हैं। हालांकि, यह रिपोर्ट पहले रोजाना आती थी, लेकिन संगठन की तरफ से अब एक दिन पहले तक दर्ज किए गए आंकड़ों की जानकारी आती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, 30 मार्च 2020 को सुबह 10 बजे तक दुनियाभर में 6,93,224 संक्रमित मरीज पाए जा चुके हैं, जिसमें से 33,106 लोगों की जान जा चुकी है।
कोरोना वायरस से सावधानी
कोरोना की फेक न्यूज से बचने के अलावा भारत सरकार ने लोगों के लिए कुछ सलाह दी है। सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन के साथ इन एहतियात रूपी सलाह को फॉलो करने से आप कोरोना वायरस संक्रमण से काफी हद तक बच सकते हैं।
- कोरोना से बचाव के लिए हाथों को हमेशा साफ रखें। हाथों को साबुन और पानी से अच्छे तरीके से साफ करें।
- कहीं भी भीड़ न लगाएं। लोगों से जरूरी पड़ने पर ही मिलें। घर से निकलना एवॉइड करें।
- आंखों, नाक और मुंह को बिल्कुल टच न बचें। क्योंकि चेहरे को टच करने से भी यह संक्रमण फैल सकता है।
- छींकते या खांसते समय अपने मुंह और नाक को किसी टिश्यू पेपर या फिर कोहनी को मोड़कर ढकें।
- कोरोना की काफी फेक न्यूज वायरल हो रही हैं। इनसे बचें और अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर की हर सलाह मानें।
- मास्क लगाने से पहले अपने हाथों को एल्कोहॉल बेस्ड हैंड रब या फिर साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं।
- मास्क को इस्तेमाल करने के बाद उसे उतारते समय पीछे से हटाएं।
- इस्तेमाल के बाद मास्क को तुरंत एक बंद डस्टबिन में फेंक दें।
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हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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