भागदौड़ की जिंदगी और काम का अधिक प्रेशर होने की वजह से युवा पीढ़ी स्मोकिंग और शराब का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करने लगी है। शुरुआत कम से होने के बाद इसकी लत लग जाती है और आगे चलकर यह आदत में बदल जाती है। कभी-कभार स्मोकिंग और शराब की बात अलग है लेकिन, हर रोज ज्यादा मात्रा में इसका सेवन स्वास्थ के लिए बेहद हानिकारक है। इसके बारे में जब हमने बीडीएस, डॉ पूजा सिंह (आरकेडीएफ डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर,भोपाल) से बात की तो उन्होंने हमें बयाता कि ‘हम ज्यादातर सिगरेट और शराब का फेफड़ों और गुर्दो पर होने वाले असर के बारे में बात करते हैं लेकिन सिगरेट पीने से मुंह की दूसरी परेशानियां जैसे कि दांतो पर निशान या चक्कते आना, मसूड़ों में तकलीफ,दांतों का सड़ना आदि परेशानियां होती है। वहीं शराब पीने से दांतों में दुर्गध, पायरिया और प्लेक की समस्याएं बढ़ जाती हैं।’ तो इस दशहरे आप खुद से यह प्रण ले सकते हैं कि सिगरेट और शराब से दूरी बना लेंगे।
और पढ़ें: स्मोकिंग (Smoking) छोड़ने के बाद शरीर में होते हैं 9 चमत्कारी बदलाव
दशहरा फेस्टिवल और हेल्थ टिप्स: 3. हमेशा जंक फूड खाना
ऑनलाइन फूड ऐप के बढ़ते चलन के कारण कम मेहनत और कम समय में जंक फूड खाने की आदत होना आम बात है। जंक फूड से जहां एक तरफ मोटापा बढ़ता है वहीं उसके दूसरे नुकसान भी हैं। जब इसके बारे में हमने डॉ सुशीला तिवारी सरकारी अस्पताल हल्दवानी उत्तराखंड में रेजिडेंट डॉ सौम्या सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि, ‘जंक फूड के अनगिनत नुकसान है लेकिन, इस वक्त जो सबसे ज्यादा प्रचलित है वह है सेंट्रल ओबेसिटी यानि की कमर पर बहुत सारा फैट इकट्ठा होना। जो लोग इस परेशानी से ग्रसित हैं उन महिलाओं में पीसीओडी और पीसीओएस होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इसलिए जितना हो सके जंक फूड को अवॉइड करें और शुद्ध और घर का खाना खाने की कोशिश करें। खानपान की आदतें भी बीते कुछ वर्षों में काफी तेजी से बदली हैं। सपरफूड से लेकर जंक फूड ना केवल शहरों बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी लोकप्रिय हैं।’ साल 2018 में आई क्लिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 35 फीसदी भारतीय सप्ताह से भी कम समय में एक बार फास्ट फूड खाते हैं। तो अगली बार जब भी आपको भूख लगे कोशिश करें कि कुछ पौष्टिक खाएं और जितना हो सके जंक फूड को अवॉइड करें।
और पढ़ें: कैसे बनाएं हेल्दी फूड हैबिट्स? जानिए कुछ आसान तरीके