मरहम (Local Ointments)
परीक्षण के बाद सर्जन आपको कुछ मरहम या जैली दे सकते हैं जो कि आपकी परेशानी को दूर करेगा। इसकी मदद से दर्द (Pain), सूजन (Swelling) और जलन (Burning) से राहत मिलेगी। साथ ही स्टूल पास करने में भी आसानी होगी।
ओरल मेडिसिन (Oral Medicines for anal fissures)
आपका डॉक्टर आपको स्टूल सॉफ्टनर दे सकता है। ये मुंह से खाने वाली मेडिसिन होती है। इसकी हेल्प से आपको सॉक्ट स्टूल करने में मदद मिलेगी। एक बात का ध्यान रखें कि अगर आपको कुछ ट्रीटमेंट लेने के बाद स्टूल आसानी से पास नहीं हो रहा है और आपको लंबे समय तक बाथरूम में बैठने की जरूरत महसूस हो रही है तो डॉक्टर को इस बारे में बताएं। अधिक दबाव बनाने से एनल कैनाल में परेशानी खड़ी हो सकती है और साथ ही घाव भी गहरा हो सकता है।
सिट्ज बाथ (Sitz Bath)
जब ऐसी समस्या हो तो सिट्ज ( Sitz) बाथ जरूरी हो जाता है। सर्जन आपको इसकी सलाह दे सकता है। टॉयलेट सीट पर सीधे गर्म पानी से भरे बेसिन को रखें। ज्यादा गर्म पानी का यूज न करें। डॉक्टर जो दवा कहे, उसे पानी में डालने के बाद यूज करें। अब बेसिन में करीब 5 से 10 मिनट तक बैठे रहें। इस बाथ से आपको बहुत रिलेक्स मिलेगा और घाव में भी आराम मिलेगा।
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क्या ये सही हो रहा है?
आपका घाव क्या धीरे-धीरे भर रहा है ? अगर आपको लग रहा है कि ये बात आपको कैसे पता चलेगी तो परेशान न हों। एनल एरिया के आस-पास की जलन कम हो जाएगी। साथ ही सूजन और ब्लीडिंग की समस्या से भी राहत मिलेगी।
फिशर सर्जरी की आवश्यकता कब होती है?
यदि आपने नॉन-सर्जिकल फिशर ट्रीटमेंट (Fisher treatment) लिया है और किसी तरह की राहत नहीं मिल रही है तो आपको सर्जरी की जरूरत है। फिशर सर्जरी 15 मिनट की डेकेयर प्रक्रिया है। आपको कुछ घंटों में ही हॉस्पिटल से घर आ सकते हैं। जांच में लंबा समय न लगाएं। समस्या होने पर जांच कराएं और फिर सर्जन तय करेगा कि आपको किस उपचार की जरूरत है।
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इन चीजों से बनाएं दूरी
एनल फिशर ट्रीटमेंट (Fisher treatment) के दौरान आपको कुछ चीजों से परहेज करना होगा। सही खान-पान आपकी समस्या को कम कर देगा। ऐसे फूड का सेवन बिल्कुल न करें जो पचने में समस्या खड़ी करें। खाने में फास्ट फूड को इग्नोर करें और साथ ही कार्बोनेटेड पेय (Carbonated drink) पदार्थों का सेवन, एल्कोहॉल (Alcohol) का सेवन न करें। भोजन सादा लें ताकि पचने में किसी भी तरह की परेशानी न हो।