वर्कआउट या व्यायाम करते समय म्यूजिक सुनना कोई नई बात नहीं है। लेकिन जरूरी यह है कि आप म्यूजिक में अपने टेस्ट को समझें और अपनी पसंद की म्यूजिक को अपने वर्कआउट रूटीन में शामिल करें। वर्कआउट के दौरान म्यूजिक सुनने से एक्सरसाइज में आपका मन लगा रहेगा और आप चुस्ती व फुर्ती से एक्सरसाइज कर सकेंगे। वर्कआउट म्यूजिक के कई फायदे हो सकते हैं। नेशनल सेंटर फॉर हेल्थ रिसर्च (NCHR) के अनुसार वर्कआउट के दौरान म्यूजिक सुनने से आप एक्सरसाइज बेहतर तरीके से कर पाते हैं और आपका मूड भी अच्छा रहता है। इस आर्टिकल में समझेंगे व्यायाम के दौरान म्यूजिक सुनने के क्या-क्या फायदे हो सकते हैं?
कहते हैं किताबों और संगीत से बेहतर कोई दोस्त नहीं हो सकता … तो चलिए जानते हैं संगीत यानि म्यूजिक आपका बेस्ट फ्रेंड क्यों बन सकता है?
वर्कआउट के दौरान म्यूजिक (Music during workout) के क्या हैं फायदे?
वर्कआउट के दौरान म्यूजिक सुनने से निन्मलिखित फायदे हो सकते हैं। जैसे-
वर्कआउट के दौरान म्यूजिक सुनने से आप कहीं और डिस्ट्रैक्ट नहीं होते हैं
कई बार किसी काम को करने के दौरान हमसभी डिस्ट्रैक्ट होने लगते हैं और एक साथ कई कामों को मैनेज नहीं कर पाते हैं, लेकिन एक्सरसाइज अपने आपको फिट और फ्रेश रखने का अच्छा तरीका है। इसलिए वर्कआउट के दौरान म्यूजिक सुनने से आप एक्सरसाइज पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर पायेंगे और एक्सरसाज पर ज्यादा बेहतर तरीके से कर सकते हैं। वैसे भी म्यूजिक जीवन में कई तरह के तनाव, एंग्जायटी और स्ट्रेस जैसी चीजों से आपका ध्यान भटकाने में मदद करता है। वहीं, गाना सुनकर वर्कआउट करने से ध्यान म्यूजिक की ओर बना रहता है और व्यायाम के दबाव का एहसास कम हो जाता है। इस प्रकार की व्याकुलता से वर्कआउट 15 प्रतिशत से अधिक हो जाता है। ऊंचे साउंड और अपबीट म्यूजिक सुनने से दिमाग तेज रफ्तार से काम करता है और आप तेजी से वर्कआउट कर सकते हैं।
वर्कआउट के दौरान म्यूजिक सुनने से थकान नहीं होती
साल 2010 में की गई स्टडी के अनुसार धीमे म्यूजिक की तुलना में तेज रफ्तार म्यूजिक सुनने से भरपूर मेहनत लगा कर कसरत करने में मदद मिलती है। अगर आप गानों को 120 से 140 बीट्स प्रति मिनट वाले म्यूजिक को चुनेंगे, तो ऐसे में आपको आम तौर पर की जाने वाली एक्सरसाइज से कई बेहतर परिणाम मिलेंगे।
वर्कआउट के दौरान म्यूजिक आपको अलग ही दुनिया में ले जाते हैं
हर किसी का अपना पसंदीदा गाना होता है, जो उनका मूड बेहतर करके उन्हें किसी और ही दुनिया में ले जा सकता है। कुछ गानों से हमारी यादें जुड़ी होती हैं, जो हमें उन यादों की दुनिया में ले जाते हैं। यादों की उस दुनिया में जाने, गायक की भावनाएं समझने या गाने के मोटिवेशनल पावर को समझने से आपको बेहतर शारीरिक क्षमता पाने में मदद मिल सकती है।
वर्कआउट के दौरान म्यूजिक से एक ही गति पर काम करने में मदद मिलती है
आपके वर्कआउट संगीत की लय दिमाग के मोटर को उत्तेजित करती है कि कब चलना है, जिससे दौड़ने और वजन उठाने में मदद मिलती है। गाने या म्यूजिक सुनने से ऊर्जा मिलती है। एक सामान्य गति बनाए रखने से हमारा शरीर व्यायाम के दौरान अच्छी तरह काम करता है।
और पढ़ें : म्यूजिक से दूर हो सकती है कोई भी परेशानी?
वर्कआउट के दौरान म्यूजिक मूड को बेहतर बनाता है
साल 2013 की एक स्टडी के अनुसार, म्यूजिक आपका मूड बदलने में मदद करता है और खुद की पहचान करने में भी मददगार होता है। स्टडी में शामिल लोगों को म्यूजिक सुनने की सलाह दी गई और उन्हें सोच में डूबने का मौका दिया गया कि वह क्या हैं और क्या बनना चाहते हैं । म्यूजिक सुनकर लोगों को नेगेटिव भावनाओं से छुटकारा मिलता है और आपको वर्कआउट करने के लिए पवार मिलती है।
वर्कआउट के दौरान म्यूजिक से पूरे दिन रहेंगे एक्टिव
म्यूजिक से आपका मूड बेहतर होता है। यह आपको एक्टिव रहने में भी मदद करता है। क्या आपको भी म्यूजिक सुनकर वर्कआउट करना पसंद है? अगर आपने इसे कभी अपनाया नहीं है, तो इसे अपने वर्कआउट में शामिल करें और पूरी तरह से दिल लगाकर वर्कआउट करें। दिन के आधे से एक घंटे के वर्कआउट के दौरान म्यूजिक आपको हेल्दी रखने में मदद करता है।
वर्कआउट के दौरान म्यूजिक से बेहतर होती है फिजिकल एक्टिविटी
एक्सरसाइज के दौरान म्यूजिक सुनने से वर्कआउट के दौरान तो फायदा होता है साथ ही यह दिनभर के फिजिकल एक्टिविटी के लिए भी आपको एक्टिव रखता है।
वर्कआउट के दौरान म्यूजिक से एक्सरसाइज करना है आसान
जिम में जा कर घंटों पसीने बहाना और एक्सरसाइज करना शुरुआत में थकाने वाला लग सकता है, लेकिन एक्सरसाइज की शुरुआत म्यूजिक के साथ करेंगे तो आपको कोई भी वर्कआउट करने में परेशानी नहीं होगी। फिटनेस एक्सपर्ट बताते हैं कि कठिन से कठिन एक्सरसाइज भी म्यूजिक के बीट पर आसानी से की जा सकती है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार 34 प्रतिशत लोग वर्कआउट के दौरान म्यूजिक सुनने या वीडियो देखकर ज्यादा बेहतर तरीके से एक्सरसाइज करने में सक्षम हैं।
और पढ़ें : इस एक्सरसाइज से आसानी से मजबूत होती हैं मसल्स, जानें आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज के फायदे
अनचाही आवाज से खुद को रख सकते हैं दूर
जबभी आप जिम या पार्क में वर्कआउट करते हैं, तो इस दौरान आप अपने वर्कआउट पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं। जिसका कारण है अनचाही आवाज यानि शोरगुल। इस परेशानी से बचने के लिए आप हेडफोन का इस्तेमाल कर सकते हैं और अन्य आवाजों से बच सकते हैं। ऐसा करने से आप अपने व्यायाम पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे।
बिना महसूस किये कर पायेंगे ज्यादा एक्सरसाइज
अगर आप लगातार कई महीनों से एक्सरसाइज कर रहें हैं, लेकिन इसका कोई सकारात्मक प्रभाव नजर नहीं आ रहा है और आप थकावट महसूस करते हैं, तो आपको वर्कआउट के दौरान म्यूजिक सुनें। म्यूजिक के कारण आप हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज भी आसानी से कर सकते हैं।
आप रोजाना जिम जाते हैं या आउटडोर एक्टिविटी करते हैं, तो इस दौरान म्यूजिक अवश्य सुने। इससे शरीर को अलग-अलग फायदे होते हैं। हालांकि अगर आप हेडफोन का प्रयोग करते हैं, तो कुछ बातों का ध्यान भी रखना जरूरी है।
- हेडफोन अच्छी क्वॉलिटी का उपयोग करें।
- बहुत ज्यादा तेज आवाज में गाना न सुनें।
- सड़क पर चलने के दौरान हेडफोन का इस्तेमाल न करें।
- लगातार कई घंटे तक हेडफोन का प्रयोग न करें।
वर्कआउट के साथ-साथ खान-पान पर भी विशेष ध्यान देना आवश्यक है। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें और समझें की आपकी डायट कैसी होनी चाहिए
और पढ़ें : पैरों को मजबूती देने के लिए करें प्लियोमेट्रिक एक्सरसाइज, कुछ इस तरह
वर्कआउट के दौरान म्यूजिक काफी मददगार है, लेकिन म्यूजिक से अन्य शारीरिक परेशानी भी कम हो सकती है?
- ब्लड प्रेशर: सुबह-शाम आराम से रोजाना म्यूजिक सुनने से हाय ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है।
- स्ट्रोक: अन्य इलाज के साथ-साथ म्यूजिक से भी स्ट्रोक का इलाज किया जा सकता है। बंद कमरे में चैंटिंग कर इलाज किया जाता है।
- तनाव या घबराहट: घबराहट या तनाव लंबे वक्त तक होने पर हाय ब्लड प्रेशर समेत दिल से जुड़ी बीमारियां का खतरा बढ़ जाता है। डॉक्टर द्वारा दी गई हिदायत का पालन करें और जैसे गाने आपको पसंद हैं, उसे अवश्य सुनें।
- पार्किंसंस और अल्जाइमर: पार्किंसंस से पीड़ित व्यक्ति का शरीर हर वक्त कांपता रहता है। ब्रेन से जुड़े एक्सपर्टस का मानना है की म्यूजिक का ब्रेन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अल्जाइमर के पेशेंट पिछली चीजों को भूलते जाते हैं, ऐसे में उनके लिए भी म्यूजिक याददाश्त को ठीक करने में सहायक हो सकती है।
- डिप्रेशन: डिप्रेशन एक ऐसी बीमारी है, जिससे पीड़ित व्यक्ति अपनी जान भी दे सकता है। लेकिन कुछ देर तक रोजाना म्यूजिक सुनने से इस बीमारी से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
वर्कआउट के दौरान म्यूजिक सुनने के एक नहीं बल्कि कई फायदे हैं, जो उम्मीद करते हैं आप समझ ही गए होंगे। लेकिन अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि आखिर एक्सरसाइज करने के दौरान किस तरह का गाना सुनना चाहिए? अगर आपभी ऐसे ही किसी सवालों में उलझें हुए हैं, तो यह इतना कठिन नहीं है। दरअसल यह आप पर ही निर्भर करता है कि आपको कैसे गाने या म्यूजिक पसंद हैं। आप अपनी पसंदीदा गाने को सुनते हुए एक्सरसाइज कर सकते हैं, लेकिन अगर आप फास्ट म्यूजिक या बीट्स पर एक्सरसाइज करते हैं, तो यह आपके लिए ज्यादा लाभकारी हो सकता है। हैलो स्वास्थ्य की टीम ने दिल्ली में रहने वाली 27 वर्षीय कोमल शर्मा से बात कि की वो किस तरह के म्यूजिक वर्कआउट के दौरान सुनना पसंद करती हैं, तो कोमल कहती हैं “मुझे फास्ट म्यूजिक सुनना और नय-नय गानों को सुनना बेहद पसंद है और ये गाने मेरे लिए स्ट्रेस बस्टर से कम नहीं होते हैं। मैं पेशे से इंजीनियर हूं और 8 से 9 घंटे मुझे कई तरह के टेक्नीकल कामों पर ध्यान देना पड़ता है, तो मैं अपने आधे से एक घंटे के वर्कआउट के दौरान न्यू सॉन्ग और फास्ट बीट वाले म्यूजिक पर ही वर्कआउट करती हूं। मैं अपने इस दौरान के एक्सपीरियंस को शब्दों में ब्यां नहीं कर पा रही हूं।’ वहीं कोमल कहती हैं कि मेरी मम्मी भी मेरे साथ ही एक्सरसाइज करती हैं, लेकिन वो अलग तरह के म्यूजिक या कई बार तो हनुमान चालीसा भी सुनते हुए वर्कआउट करती हैं।’ हैलो स्वास्थ्य की टीम ने एक्सरसाइज के दौरान संगीत या म्यूजिक सुनने से जुड़े सवालों में लोगों का यही कहना था कि वो अपने पसंद के ही गाने सुनना पसंद करते हैं।
अगर आप वर्कआउट के दौरान म्यूजिक से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
[embed-health-tool-heart-rate]