डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी होने पर डॉक्टर अंडरलाइंग कंडिशन के आधार पर ट्रीटमेंट रिकमंड करते हैं। ट्रीटमेंट की मदद से लक्षणों को कम करने के साथ ही ब्लड फ्लों को इम्प्रूव किया जा सकता है। इसके साथ ही ट्रीटमेंट की मदद से हार्ट के डैमेज को कम किया जा सकता है। डॉक्टर आमतौर पर इस कंडिशन का इलाज दवाओं के कॉम्बिनेशन से करते हैं। लक्षणों के आधार पर एक या दो दवाओं की जरूरत पड़ सकती है। जिसमें बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers), डियूरेटिक्स (Diuretics), ब्लड थिनिंग मेडिकेशन (Blood-thinning medications) और डिगोक्सिन (Digoxin) शामिल है। मरीज की स्थिति के हिसाब से डॉक्टर दवा प्रिस्क्राइब करते हैं। यहां हम डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन के उपयोग के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन (Digoxin in Dilated Cardiomyopathy Treatment) का उपयोग क्यों किया जाता है?
डिगोक्सिन हार्ट मसल्स के कॉन्ट्रेक्शन्स को स्ट्रेंथ देने का काम करती है। इसके साथ ही यह हार्ट बीट को कम करने में मददगार है। डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का उपयोग हार्ट फेलियर के लक्षणों को कम करने के साथ ही मरीज की एक्टिव रहने की क्षमता में सुधार करता है। डिगोक्सिन कई ब्रांड नाम के साथ इंडिया में उपलब्ध है। जिसमें सेनगोक्सिन (SANGOXIN), लेनोक्सिन (LANOXIN), कार्डिन (CARDIN), कार्डियोक्सिन टैबलेट (CARDIOXIN tab), डिक्सिन सिरप, टैबलेट और इंजेक्शन DIXIN (tab, inj,syrup) शामिल है। इस दवा की ऑनलाइन कीमत 9 रुपए से 14 रुपए के लगभग, सिरप की कीमत 84 रुपए और इंजेक्शन की कीमत 14 रुपए के लगभग है।
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डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी (Dilated cardiomyopathy) ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन के उपयोग से जुड़ी जरूरी बातें
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का उपयोग (Digoxin in Dilated Cardiomyopathy Treatment) करने के साथ ही इस दवा का उपयोग हार्ट फेलियर के इलाज में दूसरी दवाओं के साथ भी किया जाता है। यह अनियमित दिल की धड़कन की कुछ स्थितियों में भी उपयोगी है। जिसमें क्रोनिक आर्टियल फिब्रिलाइजेशन (chronic atrial fibrillation) शामिल है। इसके उपयोग से हार्ट को पंप करने में मदद मिलती है।
डिगोक्सिन कार्डिएक ग्लाइकोसाइड्स मेडिकेशन के वर्ग से संबंधित है। यह हार्ट सेल्स में मौजूद कुछ मिनरल्स जैसे कि सोडियम और पोटेशियम को प्रभावित करके काम करती है। यह हार्ट से तनाव को कम कर हार्टबीट को नॉर्मल करती है। यह दवा के उपयोग से मरीज एनर्जेटिक फील करता है। यह दवा हार्ट फेलियर को रोकने और उसके लक्षणों को सुधारने में भी मदद करती है।
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का उपयोग कैसे करें? (Digoxin in Dilated Cardiomyopathy Treatment)
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का रोज सेवन किया जाता है। इस दवा को खाने के साथ या इसके बिना भी लिया जा सकता है। डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का उपयोग एक निश्चित समय पर करें। दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना बंद नहीं किया जा सकता। ऐसा करने पर स्थिति बदतर हो सकती है। अच्छा महसूस होने पर भी डिगोक्सिन को लेना जारी रखें। डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का सेवन करने के साथ ही डॉक्टर के साथ रेगुलर फॉलो अप जारी रखें। इसके साथ ही आपको कुछ लाइफस्टाइल चेंजेंस भी करने होंगे जिसमें हेल्दी खाना और एक्टिव रहना जरूरी है। तभी यह दवा असर करेगी।
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन (Digoxin in Dilated Cardiomyopathy Treatment) के सेवन से होने वाले साइड इफेक्ट्स
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का उपयोग कर रहे हों या किसी अन्य कंडिशन में इसके सेवन से कुछ साइड इफेक्ट्स दिखाई दे सकते हैं। हालांकि जब बॉडी दवा के साथ एडजस्ट हो जाती है तो ये लक्षण अपने आप चले जाते हैं। अगर ये लगातार बने रहें और आप इनके कारण परेशान हो तो डॉक्टर से संपर्क करें। डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन के सेवन से निम्न साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
- त्वचा पर चकत्ते
- जी मिचलाना
- उल्टी
- डायरिया
- चक्कर आना
- अनियमित दिल की धड़कन
- दृष्टि हानि (Visual impairment)