हृदय गति को बीट्स प्रति मिनट (बीपीएम) में मापा जाता है। जब आप बैठे या लेटे हों, और आप शांत अवस्था में हों, तो आपकी रेस्टिंग हार्ट रेट को सबसे अच्छा मापा जाता है। औसत रेस्टिंग हार्ट (heart rate) रेट आमतौर पर 60 और 80 बीपीएम के बीच होती है, लेकिन कुछ एथलीटों की हृदय गति 30 से 40 बीपीएम तक कम होती है। एथलीट्स में लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट (Lower resting heart rate in athletes) होना कोई चिंता की बात नहीं है। जब तक कि आपको चक्कर न आ रहे हों या थके हुए या बीमार न हों। इस आर्टिकल में जानते हैं कि एथलीट्स में लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट के कारण क्या हैं? क्या एथलीट्स में लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट कभी एक समस्या हो सकती है?
एथलीट्स में लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट (Lower resting heart rate in athletes)
सामान्य लोगों की तुलना में एक एथलीट्स में लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट (Lower resting heart rate in athletes) को सामान्य माना जा सकता है। एक युवा, हेल्दी एथलीट की हार्ट रेट 30 से 40 बीपीएम हो सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक्सरसाइज हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करती है। यह इसे प्रत्येक हार्टबीट के साथ अधिक मात्रा में ब्लड पंप करने की अनुमति देता है। नतीजन, अधिक ऑक्सीजन भी मांसपेशियों को जाती है। इसका मतलब है कि हार्ट प्रति मिनट कम बार धड़कता है, जितना कि एक नॉनएथलीट में होता है। हालांकि, एक्सरसाइज के दौरान एक एथलीट की हृदय गति 180 बीपीएम से 200 बीपीएम तक जा सकती है। एथलीटों सहित सभी के लिए रेस्टिंग हार्ट रेट अलग-अलग होती है। कुछ फैक्टर्स जो इसे प्रभावित कर सकते हैं उनमें शामिल हैं:
• उम्र (Age)
• फिटनेस लेवल (Fitness level)
• फिजिकल एक्टिविटी की मात्रा
• हवा का तापमान (गर्म या ह्यूमिड के दिनों में, हार्ट रेट (Heart rate) बढ़ सकती है)
• इमोशन (स्ट्रेस, एंग्जायटी और एक्साइटमेंट हृदय गति को बढ़ा सकती है)
• मेडिकेशन (बीटा ब्लॉकर्स हृदय गति को धीमा कर सकते हैं, जबकि कुछ थायराइड दवाएं इसे बढ़ा सकती हैं)
लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट (Lower resting heart rate)
एथलीट्स में रेस्टिंग हार्ट रेट आमतौर पर तब ही केवल बहुत कम मानी जाती है जब उनमें और कोई अन्य लक्षण होते हैं। इनमें थकान, चक्कर आना या कमजोरी शामिल हो सकते हैं। इस तरह के लक्षण संकेत देते हैं कि कोई और समस्या है। यदि आप स्लो हार्ट रेट के साथ इन लक्षणों का अनुभव करते हैं तो डॉक्टर से मिलें।
और पढ़ें: Normal vs Dangerous Heart Rate: नॉर्मल और डेंजर हार्ट रेट में फर्क क्या होता है, जानिए यहां!
आइडियल रेस्टिंग हार्ट रेट का निर्धारण कैसे करें? (How to Determine Ideal Resting Heart Rate?)
ट्रेंड एथलीट्स में लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट (Lower resting heart rate in athletes) 30 से 40 बीपीएम के बीच रहती है। लेकिन हर किसी की हृदय गति अलग होती है। इसलिए, कोई “आइडियल” रेस्टिंग हार्ट रेट नहीं है, भले ही लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट का मतलब यह हो सकता है कि आप अधिक फिट हैं। आप घर पर अपनी रेस्टिंग हार्ट रेट को माप सकते हैं। सुबह सबसे पहले अपनी पल्स को चेक करके रेस्टिंग हार्ट रेट का पता लगाया जा सकता है।
• अपनी इंडेक्स और मिडल फिंगर को रिस्ट के लेटरल पार्ट (Lateral part) पर, अपने हाथ के अंगूठे के ठीक नीचे दबाएं।
• बीट्स को पूरे एक मिनट तक गिनें (या 30 सेकंड के लिए गिनें और 2 से गुणा करें, या 10 सेकंड के लिए गिनें और 6 से गुणा करें)।
और पढ़ें: Heart disease and exercise: क्या एक्सरसाइज से हार्ट डिजीज को रोका या रिवर्स किया जा सकता है?
आइडियल एक्सरसाइज हार्ट रेट का निर्धारण कैसे करें?
कुछ एथलीट टारगेट-हार्ट रेट ट्रेनिंग को फॉलो करना पसंद करते हैं। यह आपकी मैक्सिमम हार्ट रेट (Maximum heart rate) की तुलना में आपके इंटेंसिटी के लेवल पर आधारित है। हार्ट रेट ट्रेनिंग के दौरान आपके मैक्सिमम हार्ट रेट को आपके हार्ट द्वारा बनाए रखा जाने वाला उच्चतम स्तर माना जाता है। अपनी अधिकतम हृदय गति को कैलकुलेट करने के लिए, अपनी उम्र को 220 से घटाएं। ज्यादातर एथलीट अपनी अधिकतम हृदय गति के 50 से 70 प्रतिशत के बीच ट्रेनिंग लेते हैं। जैसे यदि आपकी अधिकतम हृदय गति 180 बीपीएम है, तो आपका टारगेट-ट्रेनिंग जोन (Target-training zone) 90 और 126 बीपीएम के बीच होगा। व्यायाम के दौरान ट्रैक रखने के लिए हृदय गति मॉनीटर का उपयोग करें।
और पढ़ें: हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर में क्या होता है अंतर, जानिए यहां
एथलेटिक हार्ट सिंड्रोम (Athletic heart syndrome)
एथलेटिक हार्ट सिंड्रोम एक ऐसी हार्ट कंडीशन है जो आमतौर पर हार्मलेस है। यह आमतौर पर उन लोगों में देखा जाता है जो प्रतिदिन एक घंटे से अधिक एक्सरसाइज करते हैं। 35 से 50 बीपीएम की रेस्टिंग हार्ट रेट वाले एथलीट एरिथमिया (arrhythmia), या इर्रेगुलर हार्ट रिद्म (irregular heart rhythm) डेवलप कर सकते हैं।
यह एक इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी या ईकेजी) पर दिखाई दे सकता है। आमतौर पर, एथलेटिक हार्ट सिंड्रोम को डाइग्नोस करने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि यह कोई हेल्थ प्रॉब्लम नहीं दिखाता है। लेकिन हमेशा डॉक्टर को बताएं यदि आपको:
• मापे जाने पर आपकी हृदय गति अनियमित हो
• एक्सरसाइज के दौरान बेहोश हो गए हो।
कभी-कभी एथलीट हार्ट प्रॉब्लम के कारण गिर जाते हैं। लेकिन यह आमतौर पर जन्मजात हार्ट डिजीज जैसी स्थिति के कारण होता है, न कि एथलेटिक हार्ट सिंड्रोम के कारण। नए शोध से पता चलता है कि लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट वाले एथलीटों को जीवन में बाद में इर्रेगुलर हार्ट पैटर्न का अनुभव हो सकता है। एक स्टडी में पाया गया कि लाइफलॉन्ग एन्ड्युरन्स एथलीटों में बाद में इलेक्ट्रॉनिक पेसमेकर इम्प्लांटेशन (Electronic pacemaker implantation) अधिक था। हालांकि, इसके लॉन्ग टर्म इफेक्ट्स पर रिसर्च अभी भी जारी है। यदि आप अपने लोअर हार्ट रेट के बारे में चिंतित हैं तो डॉक्टर से मिलें।
और पढ़ें: इन स्थितियों में डॉक्टर आपको बोल सकते हैं हार्ट एमआरआई के लिए
क्या हार्ट रेट (Heart rate) का बहुत अधिक होना खतरनाक है?
लंबे समय तक अपने कैलक्युलेटेड मैक्सिमम हार्ट रेट (Calculated maximum heart rate) से ज्यादा जाना आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। अगर आपको चक्कर, या बीमार महसूस हो तो तुरंत व्यायाम करना बंद कर दें।
एथलीट्स में लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट (Lower resting heart rate in athletes) अक्सर दूसरों की तुलना में कम होती है। यदि आप बार-बार व्यायाम करते हैं और फिट हैं, तो आपकी हार्ट रेट अन्य लोगों की तुलना में कम हो सकती है। यह जरूरी नहीं कि यह अनहेल्दी चीज है। कम हृदय गति का मतलब है कि आपके पूरे शरीर में समान मात्रा में ब्लड पहुंचाने के लिए आपके हार्ट को कम हार्ट बीट की आवश्यकता है। यदि आपको चक्कर आना, सीने में दर्द, या बेहोशी का अनुभव हो तो हमेशा डॉक्टर से सहायता लें। वह आपके हार्ट की जांच कर सकते हैं और आपको सलाह दे सकते हैं कि आप एक्सरसाइज करना जारी रख सकते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको एथलीट्स में लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट (Lower resting heart rate in athletes) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
[embed-health-tool-heart-rate]