महिलाएं कई मामलों में पेट दर्द को समय-समय पर एसिडिटी, बुखार, अल्सर आदि समझने की भूल कर देती हैं, जबकि वो हार्ट अटैक का एक छिपा हुआ संकेत होता है। इसके अलावा कई डॉक्टर्स ने बताया कि कुछ महिलाओं को पेट में इतना ज्यादा दबाव महसूस होता है जैसे कोई भीमकाय जानवर आकर उनपर बैठ गया हो।
अचानक थकावट महसूस करना है महिलाओं में सीने में दर्द के लक्षण
कई बार अचानक से थकावट या शरीर टूटने जैसी स्थिति पैदा होना भी महिलाओं में सीने में दर्द के लक्षण हो सकता है। ऐसे कई मामलों में मरीजों ने बताया कि उनहें बिना काम किए भयंकर थकावट का अहसास हुआ और वो कुछ भी काम करने में असमर्थ थे।
अचानक पसीना आना भी है महिलाओं में सीने में दर्द के लक्षण
हार्ट अटैक आने से पहले महिलओं में अचानक पसीना आने के लक्षण भी दिखाई देते हैं। ये पसीना कई घंटे एक्सरसाइज करने या ज्यादा तापमान में रहने में आने वाले पसीने से अलग होता है। यह पूरी तरह से स्ट्रैस की वजह से आता है। महिलाओं में सीने में दर्द के लक्षण को जानकर आप समय पर इसके लिए जागरूक हो सकती है और डॉक्टर से इस बारे में सलाह कर सकती हैं।
आप खुद को हार्ट अटैक से ऐसे बचा सकती हैं-
- स्मोकिंग छोड़ें- स्मोकिंग छोड़ने के एक साल में ही हार्ट अटैक की संभावना कम हो जाती है।
- खूब चलें : हर दिन कम से कम आधा घंट पैदल चलने से आप हार्ट अटैक और स्ट्रोक की संभावना कम हो जाती है।
- संतुलित आहार: अपनी डाइट में हेल्दी फूड औ ज्यादा हरी सब्जियां शामिल करें।
गर्भवती महिलाओं को दिल का दौरे का जोखिम क्यों होता है ज्यादा
न्यू यॉर्क यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि गर्भवती या हाल ही में प्रसव से गुजरी महिलाओं में दिल का दौरा पड़ने की दर में वृद्धि इस तथ्य के कारण हो सकती है कि आज के दौर में कई महिलाएं जीवन में देर से बच्चे पैदा करने के निर्णय को ले रही हैं। 35 से 39 के बीच की आयु वाली महिला को 20 के दशक की महिला की तुलना में गर्भवती होने पर दिल का दौरा पड़ने की संभावना पांच गुना अधिक होती है। 40 के दशक की शुरुआत में एक महिला को 20 के दशक में एक महिला की तुलना में दिल का दौरा पड़ने की संभावना 10 गुना अधिक हो जाती है।