सही आहार और व्यायाम की तरह ही पर्याप्त नींद लेना भी हर किसी के लिए आवश्यक है। लेकिन, कुछ अंडरलायिंग कंडिशंस या अन्य कारणों से स्लीप डिसऑर्डर होना सामान्य है। क्या आप सोने के बाद एकदम जर्किंग मूवमेंट के साथ जागते हैं? या आपको यह ऐसी फीलिंग होती है जैसे आप किसी हाय माउंटेन या टावर से जंप कर रहे हैं? अगर ऐसा होता है, तो इसका अर्थ है कि आपको हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) की समस्या है। इसे हिप्निक जर्क (Hypnic jerk) भी कहा जाता है। हालांकि, यह परेशानी एकदम कॉमन है लेकिन इससे आपकी नींद प्रभावित हो सकती है। आइए जानें हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) किसे कहा जाता है और क्या हैं इसके कारण और लक्षण।
हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) किसे कहा जाता है?
जैसा कि पहले ही बताया गया है कि हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) को हिप्निक जर्क (Hypnic jerk) भी कहा जाता है। कई अन्य नाम भी हैं जैसे स्लीप स्टार्टस (Sleep starts) स्लीप ट्विट्चेस, नाईट स्टार्टस और मयोक्लोनिक जेर्क्स (Myoclonic jerks) आदि। यह एक शरीर की स्ट्रांग, अचानक और कम समय तक रहने वाली कॉन्ट्रैक्शन है। जो तब होती है जब हम सोते हैं और एकदम किसी फीलिंग के कारण जाग जाते हैं। यह समस्या स्लीप और वेकफुलनेस के बीच के ट्रांजीशन पीरियड के दौरान होती है।
हालांकि, यह बात स्पष्ट नहीं हैं कि यह समस्या क्यों होती है। क्योंकि, अधिकतर लोग इस परेशानी को बिना किसी कारण के महसूस करते हैं। हालांकि, कुछ फैक्टर्स भी इसके लिए जिम्मेदार होते हैं। हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) एक गंभीर कंडिशन नहीं है। इसका अनुभव होने पर आपको तब तक मेडिकल हेल्प लेने की जरूरत तब नहीं पड़ती, जब तक इसके साथ कुछ अन्य लक्षण नजर न आएं जैसे चोट, दर्द, या कंफ्यूजन आदि। अब जानिए क्या हैं इसके लक्षण।
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हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) के क्या हैं लक्षण?
जैसा कि पहले ही कहा गया है कि हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) आमतौर पर स्लीप और वेकफुलनेस के बीच के ट्रांजीशन पीरियड के दौरान होती है। इसके कारण आपका पूरा शरीर या शरीर का कोई खास हिस्सा मूव करता है। एक स्ट्रांग झटके से आपको ऐसा महसूस हो सकता है, जैसे आप गिर रहे हैं। इस कंडिशन के मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- जर्किंग (Jerking)
- जोल्टिंग या ट्वीटचिंग सेंसेशन (Jolting, or twitching sensation)
- ड्रीमिंग या मतिभ्रमित होना (Dreaming or hallucinating)
- गिरने की सेंसेशन (Falling sensation)
- टिंगलिंग फीलिंग (Tingling feeling)
- सेंसरी फ्लैश (Sensory flash)
- रैपिड ब्रीथिंग (Rapid breathing)
- हार्ट रेट का बढ़ना (Increased heart rate)
- पसीना आना (Sweating)
ये लक्षण आमतौर पर कम समय के लिए रहते हैं। अब जानते हैं इसके कारणों के बारे में।
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हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) के क्या हैं कारण?
अधिकतर मामलों में हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) का कोई क्लियर कारण नहीं है। यह प्रॉब्लम अधिकतर लोगों में बिना किसी अंडरलायिंग एक्सप्लेनेशन के ही होती है। लेकिन, इसके कुछ कारण इस प्रकार हो सकते हैं:
अत्यधिक थकावट और स्लीप डेप्रिवेशन (Extreme tiredness and sleep deprivation)
अधिक थकावट हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) का सामान्य कारण है। ऐसा तभी भी हो सकता है, जब कोई व्यक्ति अनकम्फर्टेबल पोजीशन में सोता है।
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स्टीमुलेंट्स (Stimulants)
बॉडी और ब्रेन स्टिम्युलेट्स जैसे कैफीन, निकोटीन और कुछ ड्रग्स से आपको सोने में समस्या हो सकती है या नींद में भी परेशानी आ सकती है। इससे हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) की फ्रीक्वेंसी बढ़ सकती है।
स्ट्रेस और एंग्जायटी (Stress and anxiety)
स्ट्रेस और एंग्जायटी के हाय लेवल से भी आपको सोने में समस्या हो सकती है। इससे अलर्ट ब्रेन का चौंकना आसान हो सकता है, इसलिए जब इन्वॉलंटरी मसल ट्विट्चेस (Involuntary muscle twitches) होते हैं, तो एक व्यक्ति के जागने की अधिक संभावना हो सकती है। यह तो थे इस परेशानी के कुछ कारण। अब जानिए कि क्या हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) खतरनाक हो सकते हैं या नहीं?
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क्या हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) खतरनाक हो सकता है?
अधिकतर मामलों में हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) गंभीर नहीं होते हैं और उनको किसी भी तरह की मेडिकल अटेंशन की जरूरत नहीं होती है। लेकिन, इससे परेशानी तब होती है, जब आपकी नींद प्रभावित होती है। लेकिन, बहुत दुर्लभ मामलों में मेडिकल हेल्प की आवश्यकता हो सकती है। यह कंडिशंस इस प्रकार हैं:
- दिन में कई बार जर्क का अनुभव होना
- सोते हुए जर्किंग या ट्वीटचिंग मूवमेंट्स
- उठने पर कंफ्यूजन का अनुभव होना
- सोते समय टंग या माउथ बायटिंग
- इन जेर्क्स से इंजरी हिना
- बिस्तर गीला होना
अधिकतर मामलों में हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) के लक्षणों को सीजर्स के साथ कंफ्यूज किया जा सकता है। ऐसे में, इस परेशानी का सही उपचार जरूरी है। अब जानते हैं कि इस समस्या का उपचार कैसे संभव है?
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कैसे हो सकता है हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) का उपचार?
हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) एक सामान्य परेशानी है, जो हेल्दी लोगों को होती है। इसमें उपचार की जरूरत दुर्लभ मामलों में पड़ती है। यानी, इस प्रॉब्लम में आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। अगर आप इस समस्या के कारण रात को जागते हैं, तो कुछ देर के बाद आप खुद ही फिर से सो जाएंगे। लेकिन, इस बात का ध्यान रखें कि अगर आप अधिक मात्रा में कैफीन लेते हैं, शाम को गंभीर फिजिकल एक्टिविटीज करते हैं, इमोशनल स्ट्रेस्ड हैं, तो इससे आपमें हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) की फ्रीक्वेंसी बढ़ सकती है। कुछ चीजों का ध्यान रख कर आप इस परेशानी से बच सकते हैं। आइए, जानें इनके बारे में।
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हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) से कैसे बचें
हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) का कारण बनने वाली सभी कंडिशंस को अवॉयड नहीं किया जा सकता है। किंतु, जीवनशैली में बदलाव से कुछ हद तक इस परेशानी से राहत पाई जा सकती है। इस प्रॉब्लम से बचने के कुछ टिप्स इस प्रकार हैं:
अधिक थकावट से बचें:
अधिक थकावट से बच कर आप पर्याप्त क्वालिटी स्लीप पाने में सफल हो सकते हैं, इसके टिप्स इस प्रकार हैं:
- इस बात का ध्यान रखें कि सोते हुए अपने कमरे में अंधेरा हो और तापमान सही हो।
- इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को कमरे से बाहर रखें।
- रोजाना सोने और उठने का एक ही समय रखें।
कैफीन को अवॉयड करें (Avoiding caffeine)
कैफीन सोर्सेज जैसे कॉफी, चाय और चॉकलेट से व्यक्ति को नींद आने में समस्या हो सकती है। दिन में अधिक कैफीन लेने से शरीर और मस्तिष्क को अत्यधिक स्टिमुलेट किया जा सकता है, जिससे सही नींद आना मुश्किल हो जाता है।
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अन्य स्टिमुलेट्स ड्रग्स को अवॉयड करें (Avoiding other stimulant drugs)
अन्य स्टिमुलेट्स ड्रग्स जैसे निकोटीन और एल्कोहॉल से आपकी नींद प्रभावित हो सकती है। यही नहीं, इनका इस्तेमाल करने से आपको स्लीप डेप्रिवेशन और डिसरप्टिव हिप्नेगाजिक जर्क (Disruptive Hypnagogic jerks) की समस्या हो सकती है।
स्ट्रेस और एंग्जायटी का इलाज कराएं (Treat stress and anxiety)
एंग्जायटी और स्ट्रेस से पीड़ित लोगों में यह परेशानी अधिक इंटेंस हो सकती है। ऐसे में, स्ट्रेस और एंग्जायटी को मैनेज करने के लिए इसकी इंटेंसिटी को कम किया जा सकता है। ध्यान लगाने या ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से कुछ लोगों को इस परेशानी में मदद मिलती है। 5 मिनट के लिए धीमी, गहरी ब्रीद लेने से तनाव के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है।
यह तो थी हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) के बारे में जानकारी। हिप्नेगाजिक जर्क (Hypnagogic Jerks) यानी हिप्निक जर्क (hypnic jerk) बेहद सामान्य है। इन्हें महसूस होने का अर्थ यह नहीं है कि आप किसी अंडरलायिंग मेडिकल कंडिशन का शिकार हैं। जीवनशैली में बदलाव से भी इस समस्या को कम किया जा सकता है। अगर आप लगातार हो रहे हिप्निक जर्क और अपने संपूर्ण स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें। कुछ मामलों में रेस्टफुल स्लीप के लिए डॉक्टर रोगी को कुछ दवाइयों की भी सलाह दे सकते हैं। अगर इसके बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है तो डॉक्टर से इस बारे में अवश्य जानें।
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