ऐसा माना जाता है कि शाम को वर्कआउट करने से दिन के अन्य समय की तुलना में लोग कम ऑक्सीजन का इस्तेमाल करते हैं। लो ऑक्सीजन कंजंप्शन का अर्थ है, हार्ट रेट का कम होना। जिसे आपको एक्सरसाइज करना, कम इंटेंस फील होगा। ऐसे में, आपका शरीर रात के लिए अधिक एनर्जी एफिशिएंट होता है।
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स्ट्रेस हो कम
दिन भर काम करने के बाद जब आप वर्कआउट करेंगे, तो आपको स्ट्रेस कम होने में मदद मिल सकती है। ऐसा भी कहा जाता है कि एक्सरसाइज करने से स्ट्रेस से छुटकारा मिलता है। यही नहीं, इससे एंग्जायटी भी कम हो सकती है। एंग्जायटी से सोने में समस्या या इंसोम्निया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, स्ट्रेस से छुटकारा पा कर आपको अच्छी नींद में मदद मिल सकती है। लेकिन, सोने से पहले वर्कआउट न करें।
अच्छी नींद आए
अगर आप शाम को रिलेक्सिंग एक्टिविटी जैसे योग करते हैं तो इससे आपका दिमाग शांत होता है। स्ट्रेचिंग के साथ योग और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से दिमाग शांत और पीसफुल रहता है इससे भी नींद अच्छी आती है।
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यह तो थी वर्कआउट करने का बेस्ट टाइम (Best Time For Workout) के बारे में जानकारी। किंतु, वर्कआउट करने के बेस्ट टाइम को लेकर साइंस और स्टडीज दोनों कॉन्ट्राडक्टरी हैं। सुबह, दोपहर और शाम को व्यायाम करने के अपने कई लाभ हैं। लेकिन, एक बात सच है कि समय चाहे कोई भी हो, वर्कआउट करना सबके लिए बहुत जरूरी है। जो सच के मैटर करता है, वो यह है कि आप दिन में कुछ समय वर्कआउट के लिए जरूर निकालें। अगर इस बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है, तो डॉक्टर से अवश्य जानें।
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