हायपरटेंशन के लिए डैश डायट क्या है? (Dash diet for hypertension)
हायपरटेंशन को दवा के बगैर यदि आप ठीक करना चाहते हैं तो हायपरटेंशन के लिए डैश डायट के फायदे दुनिया भर में लोकप्रिय हैं। हायपरटेंशन के लिए डैश डायट का अर्थ है शुगर, फैट और जंक फूड की मात्रा को नियंत्रित रखना। डैश DASH (Dietary Approaches to Stop Hypertension) डायट में फल, सब्जियां, नट्स, कम फैट वाले डेयरी पदार्थ, मछली, मीट, बीन्स आदि का सेवन होता है। हायपरटेंशन के लिए डैश डायट में ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने के लिए नमक और तेल को खाने में कम ही उपयोग में लाया जाता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन (American Journal of Preventive Medicine) द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि 75 से कम उम्र के पुरुषों और महिलाओं ने डैश डायट का पालन किया तो उनके हार्ट फेलियर का रिस्क डैश डायट ना फॉलो करने वालों के मुकाबले कम हो गया।
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डैश डाइट के प्रकार (Dash diet type)
डैश डायट के प्रकार निम्न हैं।
स्टैंडर्ड डैश डायट (Standerd dash diet)
हायपरटेंशन के डैश डायट में पहला प्रकार स्टैंडर्ड डैश डायट होता है। इसमें रोज 2300 मिलीग्राम तक सोडियम का सेवन किया जा सकता है।
लोअर सोडियम डैश डायट (Lower sodium dash diet)
हापरटेंशन के लिए डैश डायट में दूसरा प्रकार लोअर सोडियम डैश डायट है। इसमें रोज 1500 मिलीग्राम तक सोडियम का सेवन किया जा सकता है।
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हायपरटेंशन लिए डैश डायट या हाई ब्लड प्रेशर डायट क्यों कारगर है?
- सेचुरेटेड फैट और डायटरी कोलेस्ट्रॉल में कम है
- सोडियम में कम है
- पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, प्रोटीन और फाइबर में समृद्ध है
- फलों, सब्जियों और लो-फैट डेरी पर जोर देता है
- साबुत अनाज, मछली, मुर्गी और नट शामिल हैं
- रेड मीट, मिठाइयां, और शक्कर युक्त पेय पदार्थ का सेवन कम होता है