मूल बातो को जानें
हायपरटेंशन (Hypertension) क्या है?
हायपरटेंशन, जिसे उच्च रक्तचाप (High blood pressure) भी कहा जाता है, ऐसा तब होता है जब शरीर में रक्त का बाल आर्टरी वॉल्स सामान्य से अधिक दबाव पर होता है। बिना किसी लक्षण के आपको सालों तक उच्च रक्तचाप (High blood pressure) हो सकता है। इस वजह से भविष्य में आपको कई स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं, जिसमें दिल का दौरा (Heart attack) और स्ट्रोक (Stroke) शामिल हैं।
ब्लड प्रेशर रीडिंग को दो तरह से मापा जाता है। ऊपर वाली संख्या को सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (Systolic blood pressure) कहा जाता है और नीचे की संख्या को डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर (Diastolic blood pressure) कहा जाता है। उदाहरण के लिए, 120/80 mmHg। यह दोनो संख्या घट-बढ़ सकती है।
नोट: ये ब्लड प्रेशर (Blood pressure) की समान्य संख्या है, ये उन लोगों पर लागू होती है, जो बीमार नहीं हैं और ब्लड प्रेशर के लिए कोई दवा नहीं ले रहे हैं।
- जब आपका ब्लड प्रेशर ज्यादातर समय 120/80 mmHg से कम होता है, तब उसे सामान्य ब्लड प्रेशर कहा जाता है।
- जब आपका रक्तचाप 140/90 mmHg या इससे अधिक होता है, तब उसे हाई ब्लड प्रेशर (हाई ब्लड प्रेशर) कहा जाता है।
- जब आपके ब्लड प्रेशर की संख्या 120/80 से अधिक है और 140/90 से कम है, तो इसे प्री-हायपरटेंशन कहा जाता है।
- यदि आपको हृदय या किडनी की समस्या है, या कभी आपको दिल का दौरा पड़ चुका है, तो आपका डॉक्टर आपके ब्लड प्रेशर को हमेशा उन लोगों से भी कम रखने की कोशिश कर सकता है, जिन्हें ये समस्या कभी नहीं हुई है।
हायपरटेंशन कितना सामान्य है?
हायपरटेंशन एक बेहद ही सामान्य समस्या है। यह किसी भी उम्र में रोगियों को प्रभावित कर सकता है। वैसे तो आमतौर पर यह बुजुर्गों को प्रभावित करता है। इस समस्या को खतरों के कारणों को कम करके रोका जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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लक्षण
हायपरटेंशन के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Hypertension)
हायपरटेंशन के अधिकांश रोगियों में कोई संकेत या लक्षण नहीं पाए जाते हैं। इसके बावजूद वो बड़े खतरे में होते हैं। उनमें से कुछ हायपरटेंशन के रोगियों में कुछ सामान्य लक्षण हो सकते हैं। जैसे कि सिरदर्द (Headache), साँस लेने में तकलीफ या नाक से खून आना आदि। हालांकि, ये सारे संकेत और लक्षण बहुत विशेष नहीं हैं। आमतौर पर ऐसा तब तक नहीं होता है जब तक कि हायपरटेंशन एक गंभीर या जानलेवा चरण में नहीं पहुँच जाता है। ऊपर हायपरटेंशन के कई लक्षण (Hypertension symptoms) नहीं बताए गए हैं । यदि आपको किसी लक्षण के बारे में जानना है, तो कृपया अपने डॉक्टर से तुरंत परामर्श लें।
मुझे अपने डॉक्टर को कब मिलना चाहिए?
यदि निम्नलिखित में से कोई भी बिंदु आपकी सेहत से मेल खाता हैं तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, जैसे कि:
यदि आपको हायपरटेंशन (Hypertension) है, तो आपको अपने डॉक्टर के पास समय-समय पर जाते रहना चाहिए।
- यदि आपकी आयु 18 वर्ष है और आपको हायपरटेंशन का कोई खतरा नहीं है, फिर भी कम से कम हर दो साल में अपने ब्लड प्रेशर की जाँच कराएं।
- यदि आपकी आयु 18 वर्ष से अधिक है और आपको हायपरटेंशन (Hypertension) से जुड़े खतरे लग हैं, तो अपने डॉक्टर से समय-समय पर ब्लड प्रेशर (Blood pressure) की जाँच कराए।
- यदि आपके पास हायपरटेंशन से जुड़े कोई भी लक्षण आप में दिख रहे हैं या कोई सवाल है, तो अपने डॉक्टर से तुरंत परामर्श लें। हर किसी का शरीर अलग तरह से कार्य करता है। इसलिए आपके शरीर के लिए सबसे अच्छा क्या है, यह अपने डॉक्टर से जरूर पूछें।
हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) से जुड़ी जानकारी के लिए नीचे दिए इस 3 D मॉडल पर क्लिक करें।
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कारण
हायपरटेंशन होने का क्या कारण है? (Cause of Hypertension)
हाई ब्लड प्रेशर दो प्रकार के होते हैं:
एसेंशियल हायपरटेंशन (Essential hypertension):
एसेंशियल हायपरटेंशन के होने का किसी भी कारण का पता नहीं है। इस प्रकार का हायपरटेंशन विरासत में मिलता है और महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में देखा गया है। आहार और बिगड़ती जीवन शैली के कारण यह समस्या गहरे रूप से प्रभावित हो सकती है।
सेकेंडरी हायपरटेंशन (Secondary hypertension):
सेकेंडरी हायपरटेंशन की शिकायत कुछ दवाओं और बीमारियों की वजह से भी हो सकती है, जैसे कि गुर्दे की बीमारी (Kidney disease), थायरॉयड (Thyroid) की समस्या, एड्रेनल ग्लैंड के ट्यूमर, गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन, सर्दी का उपचार, कोकेन और अत्यधिक शराब का सेवन इत्यादि।
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खतरे के कारण
किन कारणों से मेरे लिए बढ़ सकता है हायपरटेंशन का खतरा? (Risk factor of Hypertension)
हायपरटेंशन के खतरे बढ़ाने के मुख्य कारण यह है :
बढ़ती उम्र (Age): बढ़ती उम्र के साथ इस बीमारी के होने की संभावना बहुत अधिक हो जाती है।
पारिवारिक इतिहास (Family history): हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) की समस्या एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में भी जा सकती है।
अधिक वजन या मोटापे (Obesity) से ग्रस्त होना: आपके टिश्यूज को ज्यादा ऑक्सिजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति के लिए बढ़ता ब्लड फ्लो आपकी आर्टरी वॉल्स पर एक उच्च दबाव पैदा कर सकता है।
अपर्याप्त आहार (Unhealthy diet): खाने में बहुत अधिक नमक, तंबाकू, शराब या बहुत कम पोटेशियम, विटामिन- डी (Vitamin D) का सेवन भी हायपरटेंशन का कारण हो सकता है। अन्य बीमारियों के कारण भी उच्च रक्तचाप होता है।
अन्य कारण : तनाव और किडनी की बीमारी, मधुमेह (Diabetes) और स्लीप एपनिया जैसी कुछ बीमारियां भी उच्च रक्तचाप के खतरे को बढ़ाती हैं।
निदान और उपचार
यहां प्रदान की गई कोई भी जानकारी किसी भी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह की जगह प्रयोग नहीं की जा सकती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
हायपरटेंशन का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Hypertension)
हायपरटेंशन की स्थिति का निदान करने के लिए एक विशेष उपकरण होता है, जिसे ब्लड प्रेशर कफ कहा जाता है। जिसमें एक इन्फ्लैटेबल (Inflatable) रबर प्लेट होती है, जिसे आपके ब्लड प्रेशर को मापा जा सकता है। आपको हाई ब्लड प्रेशर का निदान करने से पहले तीन या उससे अधिक बार दोनों बाहों में दो से तीन बार ब्लड प्रेशर रीडिंग लेने की आवश्यकता हो सकती है।
ब्लड प्रेशर के माप को चार श्रेणियों में बांटा गया है:
जब आपका ब्लड प्रेशर, ज्यादातर समय 120/80 mmHg से कम होता है तब उसे सामान्य ब्लड प्रेशर कहा जाता है।
- जब आपका ब्लड प्रेशर 120 से 139mmHg या एक डायस्टोलिक प्रेशर 80 से 89 mmHg तक होता है, तब उसे प्री-हायपरटेंशन कहते हैं। समय के साथ प्री-हायपरटेंशन की स्थिति ख़राब होती जाती है।
- स्टेज-1 हाइपरटेंशन: जब एक सिस्टोलिक प्रेशर 140 से 159 mmHg तक या डायस्टोलिक प्रेशर 90से 99mmHgके बीच मापा जाता है, तो उसे स्टेज-1 हायपरटेंशन कहते हैं।
- स्टेज 2हायपरटेंशन : जब एक सिस्टोलिक प्रेशर 160 mmHg या उससे ऊपर तक और डायस्टोलिक प्रेशर 100mmHg या उससे ऊपर मापा जाता है, तो उसे स्टेज-2हायपरटेंशन कहते हैं। यह और भी गंभीर स्थिति है।
हाई ब्लड प्रेशर का जो प्रकार 60 साल से अधिक के लोगों पाया जाता है, उसे सिस्टोलिक हायपरटेंशन कहते है। सिस्टोलिक प्रेशर अधिक होता है (140mmHgसे अधिक), वहीं डायस्टोलिक दबाव सामान्य (90mmHgसे कम) होता है।
हायपरटेंशन का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Hypertension)
यह पूरी तरह से आपकी स्वास्थ्य स्थितियों पर निर्भर करता है। डॉक्टर द्वारा आपको कुछ दवाएं निर्धारित की जा सकती हैं, जैसे कि थियाजाइड (Thiazide diuretics), बीटा-ब्लॉकर्स (Beta blockers), एसीई इनहिबिटर (ACE Inhibitors), एआरबी (ARBs), कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स, रेनिन इनहिबिटर।
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जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार
जीवनशैली में बदलाव या कौन से घरेलू उपचार हायपरटेंशन को रोकने के लिए मेरी मदद कर सकते हैं? (Home remedies for Hypertension)
निम्नलिखित जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको हायपरटेंशन से लड़ने में मदद कर सकते हैं:
अपने भोजन में नमक का काम इस्तेमाल करना चाहिए।
- अपने दिनचार्या में वर्कआउट के लिए समय निकालें।
- धूम्रपान (Smoking) और शराब का सेवन कम करना चाहिए।
- व्यायाम और कसरत से शरीर को फिट रखें।
यदि आपके पास अभी भी कोई प्रश्न हैं, तो बेहतर समाधान के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
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