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तो क्या आने वाले समय में कोविड-19 मौसमी संक्रमण बन जाएगा ?

तो क्या आने वाले समय में कोविड-19 मौसमी संक्रमण बन जाएगा ?

कोविड-19 महामारी के कारण इस वक्त दुनियाभर में 32 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित है, वहीं दो लाख से ज्यादा लोग मर चुके हैं। कुछ जानकार इस ओर इशारा कर रहे हैं कि आने वाले समय में कोविड-19 मौसमी बीमारी बन जाएगा। यानी आने वाले समय में कोविड-19 मौसमी संक्रमण के रूप में हमारे सामने आएगा। अगर अभी इस बीमारी से छुटकारा पा लिया गया तो हो सकता है कि अगले साल भी ये लोगों को अपना शिकार बनाए। ऐसा नहीं है कि वायरस ने इंसान को बीमार करना बंद कर दिया है लेकिन फिर भी संक्रामक बीमारियों को वैक्सीन और दवाओं के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है। तो क्या आने वाले समय में कोरोना वायरस भी मौसमी संक्रमण बनकर हमारे सामने आएगा ? इस बारे में कोई शोध तो नहीं हुआ है, लेकिन कुछ जानकारों ने ऐसी संभावना जताई है।

कोविड-19 मौसमी संक्रमण : मौसमी बीमारी के रूप में आ सकता है सामने

कोरोना वायरस के भविष्य में संक्रमाक बीमारी के रूप में वापस आने के प्रश्न को लेकर हैलो स्वास्थ्य ने जसलोक हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में कंसल्टेंट जनरल मेडिसिन डॉ. रोहन सेकीरा से बात की तो उन्होंने कहा कि ‘कोरोना वायरस कब खत्म होगा, ये हम सभी लोगों के लिए प्रश्न बनकर सामने खड़ा है। कोरोना वायरस के केस अगर दिन प्रति दिन कम हो जाते हैं तो इस बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है। साथ ही वैक्सीन का जल्दी बनना भी कोरोना की बीमारी को खत्म करने का काम कर सकता है। डॉ. रोहन सेकीरा कहते हैं कि किसी भी बीमारी के प्रति जब शरीर में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है तो बीमारी से लड़ना आसान हो जाता है। बीमारी से निपटने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और साथ ही वैक्सीन बनाने का काम भी तेजी से चल रहा है। अगर कुछ समय बाद तक कोरोना महामारी सीजनल इलनेस का रूप ले लेता है तो इसमे कोई बड़ी बात नहीं होगी।

कोरोना को कंट्रोल करना है जरूरी

डॉ. रोहन सेकीरा कहते हैं कि ‘पहले हमे रोजाना आने वाले कोरोना केस पर कंट्रोल करना होगा, उसके बाद ही आगे की रणनीति बनाई जा सकती है। दुनिया से संक्रामक रोग खत्म नहीं हुए हैं, लेकिन ये एक समय पर ही आते हैं और मेडिसिन की हेल्प से कंट्रोल कर लिए जाते हैं। आने वाले समय में कोरोना एक मौसमी बीमारी के रूप में भी सामने आ सकता है। यानी कोरोना महामारी को लेकर जताई जा रही संभावना सही भी हो सकती है और गलत भी। ‘ आपको बताते चले कि भारत सहित दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। अमेरिका में कोरोना महामारी के कारण अब तक 60 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं भारत में मौत का आंकड़ा हजार के पार पहुंच चुका है।

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कोरोना एक मौसमी बीमारी के रूप में आ सकता है सामने

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिसीज के डायरेक्टर डॉ. एंथोनी फौसीट्रस्टेड कहते हैं कि कोविड-19 सीजनल इंफ्लुएंजा के रूप में वापस आ सकता है। यानी मौसम बदलने के साथ ही कोरोना का संक्रमण बढ़ना भविष्य में कोई बड़ी बात नहीं होगा। उन्होंने शंका जताई कि अगले साल भी कोरोना का संक्रमण वापस आने की उम्मीद है, लेकिन तब तक कोरोना की वैक्सीन यानी टीकाकरण उस चक्र से निपटने के लिए जरूर होना चाहिए। यानी कोरोना वायरस मौसमी बीमारी बन जाएगा। जैसे कि मौसम बदलने पर लोगों को वायरल फीवर होता है या फिर जुकाम, ठीक वैसे ही कोरोना का भविष्य भी हो सकता है।

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कोविड-19 मौसमी संक्रमण : गर्मियों में क्या कम होगा कोरोना ?

कोरोना एक मौसमी बीमारी के रूप में सामने आ सकता है, ये फिलहाल तर्क है। वहीं कुछ शोधकर्ता इस विषय में भी बात कर रहे हैं कि अगर भविष्य में कोविड-19 मौसमी संक्रमण बनता है तो क्या कोरोना गर्मियों के मौसम में नहीं फैलेगा ? डेविस चिल्ड्रेन हॉस्पिटल, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में बाल रोग प्रमुख (संक्रामक रोग) डॉ. डीन ब्लमबर्ग कहते हैं कि हो सकता है कि हमे कोरोना वायरस से गर्मियों में राहत मिल जाए। डॉ. डीन का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो हम लोगों को कोरोना का वैक्सीन बनाने के लिए अधिक समय मिल जाएगा।

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वायरस के आरएनए में म्यूटेशन की बात आई सामने

कोरोना वायरस को आरएनए वायरस भी कहा जा सकता है। आरएनए, डीएनए से कम स्टेबल होता है, इसलिए इसमे म्यूटेशन होने की संभावना थोड़ी कम हो जाती है। जांच के दौरान ये बात सामने आई है कि कोरोना का आरएनए धीमी गति से म्यूटेशन कर रहा है। कैलिफोर्निया में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में बाल रोग प्रमुख (संक्रामक रोग)डॉ. यवोन माल्डोनाडो ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस बात के प्रमाण बहुत कम है कि वायरस तेजी से बदलेगा। यानी ये अच्छी खबर है कि वायरस ज्यादा म्यूटेशन नहीं करेगा। वैक्सीन बन जाने के बाद परिस्थितियों को नियंत्रण में किया जा सकता है। अगर कोविड-19 मौसमी संक्रमण के रूप में सामने आता है तो हम लोग मजबूती से इस बीमारी से लड़ने के लिए तैयार होंगे।

अगर आपको कोरोना वायरस के लक्षण नजर आते हैं तो लापरवाही न बरतें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और जरूरत होने पर जांच भी करवाएं। खुद के परिवार और अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए सजग रहना बहुत जरूरी है। कोरोना वायरस से सावधानी ही फिलहाल इस बीमारी का उपचार है। अधिक जानकारी के लिए सरकार की ओर से जारी की गई एडवाइजरी को ध्यान से पढ़ते रहे।

हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं देता है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से एक बार सलाह जरूर लें। 

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COVID-19 Could Become a Seasonal Illness: What We’ll Need to Do: https://www.healthline.com/health-news/covid19-could-become-seasonal-just-like-the-flu Accessed on 30/4/2020

Coronavirus: what do scientists know about Covid-19 sofar?:https://www.theguardian.com/world/2020/apr/30/coronavirus-what-do-scientists-know-about-covid-19-so-farAccessed on 30/4/2020

11 critical unanswered questions about the coronavirus and COVID-19, the illness it causes: https://www.businessinsider.com/coronavirus-covid-19-questions-mortality-origins-cause-unknowns-2020-3Accessed on 30/4/2020

COVID-19 basics: https://www.health.harvard.edu/diseases-and-conditions/covid-19-basics Accessed on 30/4/2020

Current Version

26/05/2020

Bhawana Awasthi द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Ankita mishra


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के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. प्रणाली पाटील

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Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 26/05/2020

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