परिचय
हैजा (Cholera) क्या है?
हैजा एक बैक्टीरियल इन्फेक्शन (Bacterial infection) है जो डायरिया (Diarrhea) का कारण बनता है। हैज़ा के जीवाणु आमतौर पर पानी या भोजन में पाए जाते हैं, जो मल द्वारा दूषित किया गया है। हैज़ा एक गंभीर रोग है जिसमे गंभीर डायरिया और डिहाइड्रेशन (Dehydration) होता है। गंभीर मामलों में इसका तुरंत उपचार कराना आवश्यक है क्योंकि इस मामलों में कुछ ही घंटों में मृत्यु भी हो सकती है। विकसित देशों में हैजा बहुत ही दुर्लभ बीमारी है लेकिन आप इसका शिकार हो सकते हैं अगर आप ऐसे देश में यात्रा करते हैं जहां पानी और सीवेज की सही व्यवस्था नहीं की गयी है। हैजा ऐसी बीमारी नहीं है जिसका उपचार बहुत मुश्किल हो या मरीज मुश्किल से ठीक होता हो। इसमें अधिकतर लोग सही ओरल तरल पदार्थों का सेवन कर के जल्दी स्वस्थ हो जाते हैं।
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लक्षण
हैजा के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Cholera)
हैजा के अधिकतर मामलों में तो यह पता भी नहीं चलता है कि आप इस रोग का शिकार हुए हैं। इस इंफेक्शन के संपर्क में आने के सात से चौदह दिनों तक मल से हैजा के बैक्टीरिया (Bacteria) निकलते हैं। संक्रमित व्यक्तियों में दस में से एक व्यक्ति को इंफेक्शन के दो या तीन दिन बाद सामान्य लक्षण दिखाई देने शुरू होते हैं। यह लक्षण इस प्रकार हैं:
- अचानक डायरिया (Diarrhea) होना
- जी मिचलाना
- उल्टी (Vomiting)
- त्वचा के लचीलेपन का कम होना
- ब्लड प्रेशर का कम होना
- हल्के से गंभीर डिहाइड्रेशन : हैज़ा में होने वाली डिहाइड्रेशन गंभीर हो सकती है। थकावट, रूखी आंखें, मुंह का सुखना, अधिक प्यास लगना, पेशाब का कम आना, अनियमित दिल की धड़कन (Heart beat) और कम ब्लड प्रेशर (Blood pressure) आदि इसके लक्षण हैं। डिहाइड्रेशन (Dehydration) के कारण खून में मौजूद मिनरल कम हो सकते हैं जिससे इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है। इसका सबसे पहला लक्षण है मांसपेशियों में गंभीर ऐंठन। इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन शॉक का कारण भी बन सकता है।
हैजा के बच्चों में लक्षण (Symptoms of Cholera in Kids)
हैज़ा होने पर बच्चों में भी वयस्कों के समान ही लक्षण देखे जा सकते हैं, लेकिन बच्चे इन लक्षणों को भी महसूस कर सकते हैं:
कारण
हैजा के कारण क्या हैं? (Cause of Cholera)
- विब्रियो कोलरा (Vibrio cholerae) वो बैक्टीरिया है, जो हैजा के संक्रमण का कारण बनता है। हालांकि, इस बीमारी के घातक प्रभाव CTX नामक एक शक्तिशाली टोक्सिन का परिणाम हैं। CTX वह जीवाणु है जो छोटी आंत में पैदा होता है। इससे कारण शरीर से भारी मात्रा में पानी का नुकसान होता है और शरीर से इलेक्ट्रोलाइट्स निकल जाते हैं।
- दूषित पानी हैजा होने का मुख्य कारण है हालांकि कच्चे फल, सब्जियां आदि भी इसका कारण बन सकती हैं।
हैजा के जीवाणुओं के दो अलग-अलग जीवन चक्र होते हैं – एक पर्यावरण में और एक मानव में।
पर्यावरण में हैजा के बैक्टीरिया
तटीय पानी में प्राकृतिक रूप से ही हैज़ा के बैक्टीरिया (Bacteria) पाए जाते हैं, जहां वे कोपपोड नामक छोटे क्रस्टेशियंस से जुड़े होते हैं। यहां से यह हर जगह फ़ैल जाते हैं, जैसे शैवाल के द्वारा। शैवाल और प्लवक के कुछ प्रकार पानी का तापमान बढ़ने पर तेजी से बढ़ते हैं। सीवेज और कृषि में पायी जाने वाली यूरिया से इस शैवाल की वृद्धि को और अधिक बढ़ावा मिलता है।
मनुष्य में हैजा के बैक्टीरिया
जब मनुष्य के अंदर हैजा के बैक्टीरिया (Bacterial Cholera) जाते हैं, तो वह स्वयं बीमार नहीं होता। लेकिन, वे अपने मल में बैक्टीरिया को निकालते हैं। जब यह मल भोजन और पानी को दूषित करता है, तो भोजन और पानी दोनों हैज़ा के बैक्टीरिया के बढ़ने का अच्छा स्त्रोत बनते हैं। हैजा का बहुत सामान्य स्त्रोत इस प्रकार हैं:
पानी: हैजा के जीवाणु लंबे समय तक पानी में रह सकते हैं, और दूषित सार्वजनिक कुएं में हैज़ा के जीवाणु होने की संभावना अधिक होती है। ऐसी भीड़ वाली जगह जहां स्वच्छता की कमी होती है, वहां रहने वाले लोगों में भी हैजा होने का खतरा बढ़ जाता है।
सीफ़ूड: कच्चा या अधपका समुद्री भोजन, विशेष रूप से शेलफिश, मनुष्य को हैज़ा के जीवाणुओं के संपर्क में ला सकता है।
कच्चे फल और सब्जियां: जिन क्षेत्रों में हैजा की बीमारी फैली हुई है, वहां कच्चे, अधपके फल और सब्जियां भी हैजा के संक्रमण के फैलने का कारण बन सकते हैं।
अनाज: अनाज जैसे चावल और बाजरा भी हैजा के जीवाणुओं को फैलाने का कारण बन सकते हैं। जब इन अनाजों को कई घंटों तक कमरे के तापमान पर रहने दिया जाता है, तो उनमे बैक्टीरिया अधिक पनपते हैं।
जोखिम
हैजा के जोखिम क्या है? (Risk factor of Cholera)
हर कोई हैजा के कारण बीमार पड़ सकता है। लेकिन, कुछ फ़ैक्टर इसके जोखिम को बढ़ा सकते हैं, यह जोखिम कुछ इस प्रकार हैं:
- अगर आप किसी ऐसी जगह रहते हैं जहां स्वच्छता नहीं है या पानी दूषित है, तो आपको यह रोग होने का जोखिम अधिक है।
- अगर आपके परिवार के किसी व्यक्ति को यह समस्या है तो आपको भी यह रोग होने की संभावना अधिक हो सकती है।
- ऐसा देखा गया है कि ‘O’ ब्लड टाइप (Blood type O) के लोगों में हैज़ा होने की संभावना अधिक होती है।
- जो लोग कच्ची शेलफिश खाते हैं उनमे यह यह रोग होने का जोखिम ज्यादा होता है।
- जिन लोगों में पेट का एसिड होने का लेवल कम हो।
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उपचार
हैजा के उपचार क्या है? (Treatment for Cholera)
अगर आपको हैजा के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर मल का सैंपल ले कर हैज़ा है या नहीं, इस बात को सुनिश्चित करेंगे। रैपिड कॉलरा डिपस्टिक टेस्ट्स भी उपलब्ध हैं, जिसे दूरस्थ क्षेत्रों के डॉक्टर हैज़ा के निदान की पुष्टि करने के लिए कराते हैं। अगर हैजा की पुष्टि जल्दी हो जाए, तो इससे सही इलाज भी जल्दी हो जाता है और मृत्यु की संभावना कम हो जाती है।
हैजा का उपचार के सामान्य तरीके इस प्रकार हैं:
- ओरल रिड्रेशन नमक (Salt)
- इंटरवीनस फ्लूइड रीहाइड्रेशन (Intravenous fluid rehydration )
- एंटीबायोटिक्स (Antibiotic)
- जिंक सप्लीमेंटस (Zinc supplements)
इस उपचार से शरीर में तरल पदार्थों की कमी पूरी होती है और यह दस्त (Diarrhea) की अवधि को कम करने में भी मदद मिलती है।
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घरेलू उपाय
हैजा के घरेलू उपाय क्या है? (Home remedies for Cholera)
हैजा से बचने के लिए आप कुछ आसान तरीकों को अपना सकते हैं, जैसे:
- आप पीने के लिए हमेशा प्यूरीफाइड या साफ़ पानी का प्रयोग करें। इसके साथ ही बर्तन धोने, दांत साफ़ करने के लिए भी प्यूरीफाइड पानी को उपयोग में लाएं।
- अगर आपको नल का पानी प्रयोग करना पड़ रहा है तो सबसे पहले उसे उबाल लें या आयोडीन (Iodine) को पानी में डालने के बाद उसका प्रयोग करें।
- अपने हाथों को हमेशा साबुन और पानी से धोएं खासतौर पर बाथरूम जाने के बाद और खाना खाने व पकाने से पहले।
- इस बाद का ध्यान रखें कि जो खाना आप खा रहे हैं, वो पूरी तरह से पका हुआ और गर्म परोसा गया हो।
- कच्चे फल (Fruits) और सब्जियों को न खाएं खासतौर पर बिना धोये।
हैजा की समस्या होने पर इन घरेलू उपायों के साथ-साथ डॉक्टर से भी कंसल्टेशन में रहें।