परिचय
कुडजु क्या है?
कुडजु एक बेल है जो औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है। ये बहुत तेजी से बढ़ती है। ज्यादातर ये बेल चाइना और जापान में पाई जाती है। इसके फूल, पत्तियां और स्टार्च से भरपूर जड़ों का इस्तेमाल चीनी दवाइयों में सालों से किया जा रहा है। इसका वैज्ञानिक नाम प्युरेरिया लोबाटा (Pueraria lobata) है। इसका प्रयोग शराब की लत छुड़ाने से लेकर दिल संबंधित बीमारियां और रेस्पिरेटरी परेशानियों के लिए किया जाता है। इसमें आइसोफ्लेवोन्स (isoflavones), ईस्ट्रोजन (oestrogen) जैसे कंपाउंड्स होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद होते हैं।
कुडजु का उपयोग किस लिए किया जाता है?
इसका उपयोग निम्नलिखित शारीरिक परेशानियों को दूर किया जा सकता है या इसके संतुलित सेवन से दस्तक देने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है। जैसे-
शराब की लत छुड़ाने के लिए:
एक रिसर्च के अनुसार, जो लोग बहुत ज्यादा एल्कोहॉल पीते हैं उन्हें कुडजु एक्सट्रेक्ट देने पर शराब पीने की क्रेविंग कम होती है। 2015 में किए गए एक शोध के मुताबिक, कुछ ऐसे लोग जो बहुत ज्यादा शराब पीते थे उन्हें सात दिन तक कुडजु के कैप्सूल दिए गए। इसके बाद देखा गया कि जो लोग पहले डेढ़ घंटे में 3.5 बियर पीते थे उन्होंने अब 1.8 बियर ली।
मेनोपॉज के लक्षण को करे कम:
2007 में पब्लिश एक स्टडी के अनुसार, जिन महिलाओं को 24 हफ्ते तक कुडजु युक्त कैप्सूल दिए गए उनमें मेनोपॉज की वजह से होने वाली वजायना में ड्रायनस को कम करने में मदद की।
सीने में दर्द:
इसमें प्यूरेरिन नामक केमिकल होता है जो सीने में दर्द और इसके लक्षण में सुधार करता है। इसके संतुलित सेवन से हार्ट अटैक की संभावना को भी कम करता है।
ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करता है:
इसकी जड़ ग्लूकोज लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करती है। इसमें पाए जाने वाला प्यूरेरिन, ग्लूकोज को वसा कोशिकाओं और रक्त वाहिकाओं से शरीर के अन्य क्षेत्रों में फैलाने के लिए निर्देशित करता है।
सूजन को करे कम:
इसमें एंटी-इन्फलामेटरी गुण होते हैं जो पूरे शरीर में सूजन को कम करता है। शरीर में सूजन होना हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि इससे ह्दय रोग, मधुमेह और कैंसर जैसी गंभी बीमारियों के होने की संभावना बढ़ती है।
ब्लड शुगर लेवल होता है कंट्रोल:
इसके सेवन से डायबिटीज टाइप-2 की परेशानी कम हो सकती है। रिसर्च के अनुसार 750mg कुडजु के रोजाना सेवन से डायबिटीज पेशेंट को फायदा मिल सकता है। हालांकि इसके सेवन से पहले हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लेना न भूलें।
स्ट्रोक की संभावना होती है कम:
पहले हुए रिसर्च के अनुसार कुडजु का सेवन एस्प्रिन के साथ करने से मस्तिष्क ठीक तरह से काम करता है। इसका सेवन स्ट्रोक के बाद भी किया जा सकता है। हालांकि हर व्यक्ति को इसका सेवन उनके शरीर के अनुसार करना चाहिए। इसलिए डॉक्टर से सलाह लें और फिर इसका सेवन करें।
लो बैक पेन की परेशानी होती कम:
रिसर्च के अनुसार लो बैक पेन की परेशानी इसके सेवन से कम हो सकती है। अगर आप लगातार बैठे रहते हैं तो कुछ अंतराल पर अपनी कुर्सी से उठें और वॉक करें।
वजन कम करने में है सहायक:
कुडजु के एक्सट्रेक्ट को 300 mg नियमित रूप से 12 हफ्ते तक खाने से बढ़ता वजन कम हो सकता है लेकिन, 200 mg सेवन करने से वजह कम होने की संभावना कम हो जाती है। इसलिए अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं तो इसका सेवन डॉक्टर से सलाह लेकर करें। ऐसा करने से विशेष लाभ मिलेगा।
इन बीमारियों को भी करता है दूर:
- ऊपरी श्वसन तंत्र संक्रमण
- स्किन संबंधित परेशानियां
- मसल पेन
- मीसिल्स
- पेट में दर्द
- फीवर
- डायरिया
- अधिक प्यास लगना
- पोलिओ
- माइग्रेन
- बहरापन
कैसे काम करता है कुडजु?
कुडजु में निम्नलिखित पदार्थ शामिल होते हैं:
- ग्लाइकोसाइडस (Glycosides)
- स्टीरोल्स (sterols) और आईसोफ्लेवोंस (isoflavones)
- प्यूरेरिन (puerarin)
इसमें कई ऐसे केमिकल होते हैं जो ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए किसी चिकित्सक या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
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उपयोग
कितना सुरक्षित है कुडजु का उपयोग?
कई रिपोर्ट्स के अनुसार कुडजु को कुछ समय तक लेना सुरक्षित है। 10 व्यस्कों पर की गई स्टडी में 1200 मिली ग्राम कुडजु रोजाना दिया गया। इसके बाद उनमें किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला।
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।
- अगर आप बर्थ कंट्रोल पिल्स ले रही हैं तो भी इसे लेने की भूल न करें।
- आप पहले से किसी तरह की बीमारी आदि से पीड़ित हों तो भी इसका सेवन डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही करें।
- जिन लोगों को ब्लीडिंग प्रोब्लम्स हो तो भी इसका सेवन न करें।
ब्रेस्ट कैंसर, गर्भाशय कैंसर और ओवेरियन कैंसर वालों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। यह ईस्ट्रोजन की तरह काम कर सकता है। ईस्ट्रोजन बढ़ने से हालत गंभीर हो सकती है।
हर्बल सप्लिमेंट के उपयोग से जुड़े नियम, दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की ज़रुरत है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरुरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
साइड इफेक्ट्स
कुडजु से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
इसके सेवन से शरीर पर निम्नलिखित नकारात्मक प्रभाव पड़ता पड़ सकता है। जैसे-
- खुजली होना
- एलर्जी की समस्या
- पेट खराब होना
- चक्कर आना
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डोसेज
कुडजु को लेने की सही खुराक क्या है?
हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
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उपलब्ध
किन रूपों में उपलब्ध है?
यह निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है। जैसे-
- टैबलेट
- कैप्सूल
- कुडजु के फूल जिनकी चाय बनाई जाती है
- कुडजु रूट एक्सट्रेक्ट
अगर आप कुडजु से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
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