बच्चों के लिए सप्लीमेंट निम्न हैंः
विटामिन ए
बच्चों के लिए सप्लीमेंट के तौर पर विटामिन ए एक अच्छा स्त्रोत होता है। विटामिन ए बच्चे की ग्रोथ को बढ़ाता है। साथ ही यह ऊत्तकों और हड्डियों को रिपेयर करता है। इससे बच्चे की त्वचा, आंखें और इम्युनिटी सिस्टम हेल्दी रहता है। दूध, पनीर, अंडा, पीली और ऑरेंज कलर की सब्जियों में यह पाया जाता है। बाजार में यह सप्लिमेंट्स के तौर पर भी उपलब्ध है।
विटामिन बी
बी2, बी3, बी6 और बी12 मेटाबॉलिज्म, एनर्जी प्रोडक्शन, नर्वस सिस्टम और सर्क्युलेटरी सिस्टम को हेल्दी रखता है। इससे मसल्स हेल्दी रहती हैं। साइट्रस फ्रूट में विटामिन बी पाया जाता है। सप्लिमेंट्स के तौर पर भी यह उपलब्ध है। बॉडी में कैल्शियम को सोखने में भी यह मदद करता है। बच्चों के लिए सप्लीमेंट के तौर पर इसे जरूर शामिल करें।
आयरन
अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियट्रिक्स के मुताबिक, ज्यादातर बच्चों को डायट में पर्याप्त मात्रा में आयरन और कैल्शियम नहीं मिलता है। आयरन बच्चों की मसल्स को बनाने में मदद करता है। साथ ही यह लाल रक्त कोशिकाओं को बनाता है। बाजार में यह बच्चों के लिए सप्लीमेंट के तौर पर भी उलब्ध है। डॉक्टर की सलाह पर बच्चों के लिए सप्लीमेंट के तौर पर इसे लिया जा सकता है।
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कैल्शियम
हड्डियों और दांतों में बिल्डिंग ब्लॉक बनाने के लिए कैल्शियम की जरूरत होती है। कैल्शियम बच्चे की हड्डियों को मजबूत करता है। बचपन में जितना ज्यादा बच्चे की बॉडी में हड्डियां बनती हैं उतना ही कम बोन लॉस आने वाले समय में होता है।
फाइबर
आमतौर पर फाइबर को विटामिन या मिनरल नहीं माना जाता है। अधिक मात्रा में फाइबर वाले फूड में विटामिन ई, विटामिन सी, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम होता है। बच्चे के हेल्दी डाइजेशन सिस्टम के लिए फाइबर बहुत जरूरी होता है।
विटामिन सी
विटामिन सी बच्चों को सर्दी से लड़ने में मदद करता है। यह बॉडी की कोशिकाओं को एक साथ बनाए रखता है। साथ ही यह कोशिकाओं और ब्लड वैसल्स की वॉल को मजबूत रखता है। बच्चों को चोट लगने पर यह घाव को भरने में मदद करता है। आलू, टमाटर, गोभी, ब्रोकली, फूलगोभी, पालक, पपीता और आम में विटामिन सी पाया जाता है। अतिरिक्त डायट्री सप्लिमेंट्स के रूप में बच्चों को डॉक्टर की सलाह पर विटामिन सी दिया जा सकता है।
प्रोटीन
प्रोटीन बच्चे की मसल्स को बनाने और फूड को एनर्जी के रूप में ब्रेक डाउन करने में मदद करता है। प्रोटीन संक्रमण से लड़ता है। यह ऑक्सिजन को लेकर जाता है। मीट, चिकन, मछली, अंडा, नट्स बीन्स और डेयरी प्रोडक्ट्स में भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है। बाजार में प्रोटीन सप्लिमेंट्स आसानी से उपलब्ध हैं।
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