कुछ लोग इतने क्रिएटिव होते हैं कि हम उनके क्रिएशन को देखते ही रह जाते हैं। उनकी क्रिएशन को देखने के साथ ही हमारे दिमाग में दूसरा सवाल आता है कि, काश! हम भी इतने क्रिएटिव हो पाते। यह ख्वाहिश हर किसी के मन में कभी न कभी तो आई ही होगी। खैर, हम मन से हटकर दिमाग पर आते हैं, क्योंकि भाई साहब यहीं से होता है रचनात्मकता का जन्म। आपको बता दें कि क्रिएटिविटी और मेंटल हेल्थ का गहरा संबंध है, जो कि आपको प्रभावित करता है। इसी के साथ बीते वर्षों में क्रिएटिविटी और मेंटल हेल्थ के संबंध पर गहरी रिसर्च भी हुई है, जो कि जरूर जाननी चाहिए। आइए, हम बात करते हैं रचनात्मकता और मानसिक स्वास्थ के बारे में, क्योंकि आ रहा है वर्ल्ड क्रिएटिविटी एंड इनोवेशन डे (World Creativity and Innovation Day)।
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वर्ल्ड क्रिएटिविटी एंड इनोवेशन डे (World Creativity and Innovation Day) क्या है?
वर्ल्ड क्रिएटिविटी एंड इनोवेशन डे एक ग्लोबल यूएन डे है, जो कि हर साल 21 अप्रैल को मनाया जाता है। ताकि लोगों के बीच किसी भी समस्या को विकासात्मक लक्ष्यों को पूरा करते हुए हल करने में रचनात्मकता और आविष्कार के महत्व के बारे में जागरुक किया जाए।
रचनात्मकता (Creativity) क्या है?
रचनात्मकता की परिभाषा की बात की जाए, तो यह नए और कल्पनाशील विचारों को हकीकत में उतारने की प्रक्रिया को कहा जाता है। अक्सर, विश्व या हमारे आसपास समाज में मौजूद चीजों को नए नजरिए से देखना और लोगों को दिखाने के लिए रचनात्मकता का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें दो चरण मौजूद होते हैं, पहला- सोचना अथवा कल्पना करना और दूसरा बनाना। रचनात्मकता हमने बताया कि, यह हमारे दिमाग द्वारा नियंत्रित की जाती है। जो कि दिमाग के फ्रंटल लोब हिस्सा होता है। यही हिस्सा लर्निंग और एब्सट्रेक्ट चीजों को भी कंट्रोल करता है।
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क्रिएटिविटी और मेंटल हेल्थ का संबंध क्या है?
लिखने, एक्टिंग, ड्राईंग और डांसिंग को आमतौर पर क्रिएटिव चीजों की कैटेगरी में रखा जाता है, क्योंकि हम यह करते हुए अक्सर आनंद लेते हैं। जिससे आपकी मेंटल हेल्थ को काफी फायदा प्राप्त होता है, आइए इन फायदों के बारे में जानें।
मूड को बेहतर बनाता है
रचनात्मकता का सबसे पहला फायदा है कि यह आपके मूड को बेहतर बनाता है। अगर आप किसी से पूछेंगे कि आप रचनात्मक चीजों को क्यों करते हैं तो सभी का आम जवाब हो सकता है कि, ऐसा करके उन्हें अच्छा लगता है। इससे उनके स्ट्रेस और खराब मूड से राहत मिलती है।
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चिंता को दूर करता है
मूड को बेहतर करने के साथ रचनात्मकता स्ट्रेस, डिप्रेशन और ट्रॉमा को भी दूर करने में मदद करता है। रचनात्मक चीजों को बनाने से आप अन्य परेशानियों के बारे में भूल जाते हैं और इसके अलावा यह हमारे दिमाग में एंटी-स्ट्रेस हॉर्मोन का उत्पादन भी करता है।
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क्रिएटिविटी ब्रेन फंक्शन को बूस्ट करती है
कई रिसर्च में यह सामने आया है कि रचनात्मकता हमारे दिमाग की कार्यक्षमता को बूस्ट करती है। अधिकतर क्रिएटिव लोगों के दिमाग के लेफ्ट और राइट हेमिस्फेयर में बेहतर समन्वय देखा गया है।
बीमारियों से दूर रखता है
रचनात्मक होने का एक लॉन्ग टर्म बेनेफिट यह है कि इससे आपको अल्जाइमर या पार्किंगसन जैसी क्रोनिक और बढ़ती उम्र के साथ आने वाली बीमारी से भी बचाव मिलता है। जो बुजुर्ग लोग क्राफ्टिंग, पेंटिंग जैसे रचनात्मक कार्यों में रहते हैं, उनमें इन समस्याओं को कम देखा गया है।
इम्यूनिटी में सुधार
क्रिएटिविटी का एक और फायदा यह है कि इससे आपका इम्यून सिस्टम भी सुधरता है। कुछ स्टडी में देखा गया है कि म्यूजिक या अन्य क्रिएटिव चीजें करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और शरीर सूजन जैसी समस्याओं से लड़ने में सक्षम बनता है।
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स्टडी- क्रिएटिविटी और मेंटल इल्नेस का संबंध
कई सालों पहले एक स्टडी के मुताबिक क्रिएटिविटी और मेंटल इल्नेस यानी मानसिक बीमारियों के बीच संबंध दर्ज किया गया था। जी हां, शायद आपको यह जानकर शॉक लग सकता है कि रचनात्मकता और मानसिक बीमारियों के बीच एक गहरा संबंध देखा गया है। लेकिन, ऐसा नहीं है कि रचनात्मक होने से आपको मानसिक बीमारी हो सकती है। लेकिन इस शोध में पाया गया कि, क्रिएटिव लोगों में अक्सर कोई न कोई मानसिक बीमारी मौजूद थी। रचनात्मकता के साथ नर्वस टेंशन, डिप्रेशन और एल्कोहॉल या ड्रग्स का संबंध देखा गया है। जो कि मानसिक समस्याओं के आम कारणों में शुमार है। इस वजह से रचनात्मकत लोगों में कुछ प्रकार की मेंटल इल्नेस हो सकती है।
मेंटल हेल्थ सुधारने के टिप्स
जैसा कि हमने बताया कि क्रिएटिविटी मेंटल हेल्थ को सुधारती है। ठीक इसी तरह, बेहतर मेंटल हेल्थ भी आपकी रचनात्मकता को सुधारने में मदद करती है। जब आपका मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है, तो आपके फ्रंटल लोब की कार्यक्षमता बढ़ती है और आपका दिमाग बेहतर तरीके से काम कर पाता है। इसी कारण आप चीजों को बेहतर तरीके से देख पाते हैं, कल्पना कर पाते हैं और उसे एक रूप दे पाते हैं। तो आइए, आपकी मेंटल हेल्थ सुधारने वाले कुछ टिप्स के बारे में जानते हैं।
अपनाएं ये टिप्स
- मेंटल हेल्थ सुधारने के लिए नींद काफी जरूरी है। जब आप पर्याप्त नींद लेते हैं, तो आपके दिमाग को आराम मिलता है और साथ ही नींद हमारे दिमाग में जानकारी ट्रांसमिट करने वाले कैमिकल को रेगुलेट करने में मदद करती है।
- दिमाग को स्वस्थ रहने के लिए पोषण की जरूरत होती है और पोषण स्वस्थ खानपान से मिलता है। इसलिए, स्वस्थ व पर्याप्त आहार ग्रहण करना आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। आयरन, विटामिन बी जैसे कुछ विटामिन और मिनरल की कमी आपके मूड में गिरावट का कारण बन सकती है। इसके अलावा, अगर आपको चिंता या स्ट्रेस रहता है तो आप कैफीन से बिल्कुल दूर रहें।
- आपको पर्याप्त मात्रा में सूर्य की रोशनी ग्रहण करनी चाहिए। आपको शायद न पता हो, लेकिन हमारे स्वास्थ्य के लिए सन लाइट काफी आवश्यक है, क्योंकि उसमें विटामिन डी होता है। हमारे शरीर और दिमाग के लिए विटामिन डी काफी जरूरी है, जो आपके मूड को बेहतर करने वाले कैमिकल जैसे एंडोर्फिन और सेरोटोनिन के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन डी की कमी आपको स्ट्रेस या डिप्रेशन की समस्या का कारण भी बन सकती है। इसलिए, क्रिएटिविटी को बढ़ाने के लिए दिन में पर्याप्त सन लाइट ग्रहण करते रहें।