ऑपरेशन के बाद जब दांतों को कैमरा के सामने लगाया तो, यह किसी गैलेक्सी से निकाले छोटे पत्थरों जैसे लग रहे थे। इस केस ने डॉक्टरों को भी हैरानी में डाल दिया। लेकिन, सवाल ये उठता है कि आखिर इस स्थिति को कहते क्या हैं। दरअसल, मेडिकल भाषा में इस स्थिति को ‘कंपाउंड ओडोनटोम’ (Compound odontoma) कहते हैं।
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‘कंपाउंड ओडोनटोम क्या है? (What is Compound Odontoma?)
सर्जन मानते हैं कि 526 दांत आना या कंपाउंड ओडोनटोम की स्थिति जेनेटिक या फिर प्राकृतिक कारणों से पैदा हो सकती है। अस्पताल द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर निकाले गए सभी दांतों का आकार किसी आम दांत के जैसा नहीं था। इनकी लंबाई 1 mm से 15 mm तक की थी और ये इनेमल (enamel) क्राउन से ढके हुए थे। 526 दांत को एक-एक कर निकालने में लगभग पांच घंटे का समय लगा।
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कंपाउंड ओडोनटोम का परीक्षण और इलाज?
डेंटल एक्सपर्ट मरीज के जबड़े के एक्सरे की मदद से कंपाउंड ओडोनटोम का पता लगा सकते हैं। यह बेहद नाजुक घाव होते हैं जिन्हें जरूरत पड़ने पर सर्जरी की मदद से ठीक किया जा सकता है। जिन ट्यूमर को सर्जरी की मदद से निकाल दिया जाता है वह फिर से नहीं आते हैं।
यदि मरीज को लक्षण महसूस नहीं होते हैं, लेकिन ट्यूमर दांतों सही जगह पर लगने से रोकता है तो ओडोनटोम को मॉनिटर कर के इस स्थिति को समझा जा सकता है।