परिचय
जली हुई जीभ (tongue burn) क्या है?
जली हुई जीभ मुंह की एक समस्या है। प्रत्येक व्यक्ति के मुंह में संवेदनशील ऊत्तक होते हैं, जो आसानी से गर्म भोजन और पेय पदार्थों से जल जाते हैं। अक्सर गर्म पिज्जा का एक टुकड़ा भी अक्सर मुंह के ऊत्तकों को जला देता है। चूंकि पनीर में फैट्स होते हैं, जिनका तापमान उच्च स्तर पर पहुंच सकता है। गर्म पेय पदार्थ (हॉट ड्रिंक्स) भी जली हुई जीभ का बड़ा कारण हैं। फैट्स, ऑयल और लिक्विड लंबे वक्त तक गर्म रहते हैं। इनके तापमान के सामान्य स्तर पर न पहुंचने से यदि आप इनका सेवन करते हैं तो आपकी जीभ या मुंह जल जाता है।
जली हुई जीभ के ज्यादातर मामले पहली श्रेणी में आते हैं। इसमें जीभ या मुंह की त्वचा की ऊपरी परत जलती है। अक्सर इस त्वचा में दर्द, सूजन और असामान्य लालिम पड़ जाती है। जली हुई जीभ से ऊत्तक क्षतिग्रस्त हो सकते हैं और त्वचा की कोशिकाएं मृत हो सकती हैं। जैसे-जैसे जीभ के ऊपर का हिस्सा या मुंह ठीक होता है वैसे-वैसे यह मृत कोशिकाएं अलग हो जाती हैं। इनके नीचे नई कोशिकाएं बनकर सामने आती हैं। हालांकि, नई त्वचा पहले ढीली हो सकती है, लेकिन इसके बाद यह तेजी से सख्त हो जाती है। जली हुई जीभ के फर्स्ट डिग्री के मामलों को ठीक होने में करीब एक हफ्ता लगता है।
जली हुई जीभ कितनी सामान्य है?
जीभ का जलना या मुंह का जलना एक सामान्य समस्या है। किसी भी व्यक्ति को गर्म फूड खाने से जली हुई जीभ की समस्या हो सकती है। जली हुई जीभ के ज्यादातर मामले समय के हिसाब से अपने आप ठीक हो जाते हैं।
और पढ़ें : फर्स्ट डिग्री से थर्ड डिग्री तक जानिए जलने के प्रकार और उनके उपचार
लक्षण
जली हुई जीभ के क्या लक्षण हैं?
जली हुई जीभ के लक्षण निम्नलिखित हैं:
- जली हुई जीभ के फर्स्ट डिग्री के मामलों में जीभ या मुंह की ऊपरी त्वचा की परत जल जाती है। आपको इस स्थिति में दर्द का अहसास हो सकता है। साथ ही आपकी जीभ लाल पड़ सकती है। जीभ में सूजन भी आ सकती है।
- जली हुई जीभ के सेकेंड डिग्री मामलों में बाहरी और आंतरिक दोनों ही परतें जल जाती हैं। इससे छाले पड़ जाते हैं। साथ ही आपकी जीभ लाल पड़ने के साथ सूज भी जाती है।
- जली हुई जीभ के थर्ड डिग्री मामलों में जीभ के सबसे गहराई वाले ऊत्तक जल जाते हैं। जली हुई जीभ के थर्ड डिग्री मामलों में यह सफेद या काली पड़ सकती है। साथ ही जीभ की त्वचा जल जाती है। आपको जीभ या मुंह में सुन्नता या गंभीर दर्द का अहसास हो सकता है।
- जीभ के लाल पड़ने या सूज जाने पर जीभ का उभार गायब हो जाता है। इससे जीभ ऊंची होने के बजाय एकदम समतल हो जाती है। जली हुई जीभ से आपकी स्वाद को पहचानने की क्षमता कम हो जाती है। जब तक की जीभ गंभीर रूप से जलती नहीं है तब तक इस प्रकार के मामले अस्थाई होते हैं।
और पढ़ें : बच्चों की स्किन में जलन के लिए बेबी वाइप्स भी हो सकती हैं जिम्मेदार!
मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
जली हुई जीभ में उपरोक्त लक्षण नजर आते ही आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। जीभ जलने पर यदि आपको गंभीर दर्द का अहसास हो रहा है तो चिकित्सा सहायता लेना आवश्यक है।
[mc4wp_form id=’183492″]
कारण
जली हुई जीभ के क्या कारण है?
जली हुई जीभ के कारण निम्नलिखित हैं:
- उच्च तापमान वाली भाप को नजरअंदाज करने से भी आपकी जीभ जल सकती है।
- गर्म भोजन या पेय पदार्थ पीने से आपकी जीभ, मुंह या होठ जल सकते हैं।
- बार-बार बेहद ही गर्म भोजन और पेय पदार्थों के तापमान को मापे बिना यदि आप इनका सेवन करते हैं तो आपकी जीभ जलने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है।
- कुछ फूड्स से एलर्जिक रिएक्शनहोने पर आपकी जीभ जल सकती है।
- कई बार आपके पेट का एसिड मुंह की तरफ वापस आ जाता है, जिसकी वजह से आपकी जीभ में जलन की समस्या हो सकती है।
और पढ़ें : सनबर्न से बचने के कुछ आसान घरेलू नुस्खे
जोखिम
जली हुई जीभ से मुझे क्या समस्याएं हो सकती हैं?
इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि उचित तरीके से जली हुई जीभ का इलाज न करने पर इसमें इंफेक्शन हो सकता है। हालांकि, जली हुई जीभ के सेंकेंड और थर्ड डिग्री के मामलों में आपको हमेशा डॉक्टर के पास जाना चाहिए। जीभ के जलने से स्वाद की कलिकाएं खत्म हो सकती हैं, जिसकी वजह से आपको जली हुई जगह पर सेंसेशन या इंद्रियों की अनुभूति नहीं होगी। आमतौर पर यह समस्या शॉर्ट टर्म होती है, क्योंकि स्वाद की कलिकाएं (स्वाद पहचानने वाली इंद्रियां या सेल्स) हर दूसरे हफ्ते में पुनः बन जाती हैं। बेहतर होगा कि आप इसकी विस्तृत जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
उपचार
यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
जली हुई जीभ का निदान कैसे किया जाता है?
निम्नलिखित तरीके से जीभ जलने का पता लगाया जाता है:
- जीभ का लाल पड़ना।
- जीभ में सूजन आना।
- मुंह में छाले पड़ना, जो जली हुई जीभ का संकेत होता है।
- डॉक्टर सामान्य तरीके से आपकी जीभ की जांच करके यह पता लगा सकता है कि यह फर्स्ट डिग्री है या सेकेंड डिग्री।
और पढ़ें : कॉर्ड ब्लड टेस्ट क्या है?
जली हुई जीभ का उपचार कैसे किया जाता है?
निम्नलिखित तरीके से जली हुई जीभ का इलाज किया जाता है:
- शुरुआती इलाज में जीभ को फर्स्ट ऐड दिया जाता है। इस चरण में डॉक्टर जीभ पर जलने के लक्षणों को देखकर इसकी गंभीरता का आंकलन करता है।
- जली हुई जीभ के फर्स्ट डिग्री मामलों में इंफेक्शन से बचने और दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर निम्नलिखित उपाय करेगा:
- डॉक्टर आपको कुछ मिनटों के लिए ठंडे पानी को मुंह में रखने के लिए कह सकता है।
- दर्द में राहत प्रदान करने के लिए आपको आइस चिप्स या पोप्सिकल चूसने के लिए कहा जा सकता है।
- ठंडे पानी या नमक के ठंडे पानी को मुंह लेकर उसे उगलने के लिए कहा जा सकता है।
- इस समस्या में आपको गर्म पेय पदार्थ पीने से बचने की सलाह दी जा सकती है। यह ड्रिंक्स आपकी जले हुए हिस्से में जलन पैदा कर सकते हैं।
- डॉक्टर आपको दर्द और सूजन में एसेटामिनोफेन (acetaminophen), टायलेनोल (Tylenol) या आइबूप्रोफेन (Ibuprofen) लेने की सलाह दे सकता है।
- जीभ के जलने पर पैदा होने वाले दर्द को कम करने के लिए कुछ चीने के दाने या शहद को जुबान पर लगाने की सलाह दी जा सकती है।
घरेलू उपाय
जीवन शैली में होने वाले बदलाव क्या हैं, जो मुझे जली हुई जीभ को ठीक करने में मदद कर सकते हैं?
निम्नलिखित घरेलू उपाय आपको जली हुई जीभ में राहत प्रदान करने में मदद करेंगे:
- एलोवेरा: एलोवेरा जेल का इस्तेमाल अक्सर फर्स्ट डिग्री बर्न में किया जाता है। यह असहजता और सूजन को कम करता है। एलोवेरा जेल को जली हुई जीभ पर लगाने से पहले यह जरूर चेक कर लें कि इसका इस्तेमाल मुंह में किया जा सकता है या नहीं।
- शहद: शहद जीभ या मुंह के जलने पर काफी कारगर साबित होता है। यह जले हुए हिस्से में नमी बनाए रखता है, जिससे इसके ठीक होने में मदद मिलती है।
- सॉफ्ट फूड: जली हुई जीभ या मुंह के ठीक होने तक इसे सुरक्षा प्रदान करना जरूरी होता है। समय के हिसाब से जीभ के ऊपर नई कोशिकाएं आ जाती हैं और क्षतिग्रस्त कोशिकाएं अपने आप अलग हो जाती हैं। शुरुआती दिनों में नई कोशिकाएं ढीली रहती हैं। ऐसे में हमें किसी भी प्रकार का हार्ड फूड का सेवन करने से बचना चाहिए। ऐसे फूड्स इन कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाकर ठीक होने की प्रक्रिया में बाधा डाल देते हैं।
- ब्रश करते वक्त रखें ध्यान: जीभ के जलने पर त्वचा काफी संवेदनशील हो जाती है। ऐसे में आपको सुबह ब्रश करते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए।
इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि आपके स्वास्थ्य की स्थिति देख कर ही डॉक्टर आपको उपचार बता सकते हैं।
अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
[embed-health-tool-bmi]