बच्चों की अच्छी नींद के लिए उन्हें सीने से लगाएं
अगर आप शिशु को अपने पलंग पर ही सुलाते हैं, तो उसे आराम और राहत दें, ताकि वह समझ सके कि अब सोने का समय है। शिशु के साथ लेट जाएं और उसे प्यार से सीने से लगाएं। खुद भी कुछ देर आंखें बंद करके लेट जाएं, ताकि शिशु को लगे कि आप भी सो गई हैं। अचल रहें, ताकि शिशु जान सके कि अब सोने का समय है।
बच्चों की अच्छी नींद के लिए उन्हें साथ सुलाएं
आप दोनों ही शिशु के सोने में मदद कर सकें। जब आपका शिशु थोड़ा बड़ा हो जाता है और रात के समय दूध पीना बंद कर देता है, तो वह आपके पार्टनर (माता या पिता) के द्वारा सुलाए जाने पर भी सो सकता है। अगर आप संयुक्त परिवार में रहते हैं, तो परिवार के अन्य सदस्य भी रात में शिशु को बारी-बारी से सुला सकते हैं। जब शिशु यह समझ जाएगा कि दूध नहीं मिलेगा, तो शायद उसे सोने के लिए किसी ओर की जरुरत ही न हो।
और पढ़ें: बच्चे के लिए किस तरह के बेबी ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए?
बच्चों की अच्छी नींद के लिए जरुरतों के लिहाज से काम करें
बच्चों को अच्छी नींद हेतु दिन के समय आप उसे अपने साथ रखकर सुरक्षित महसूस कराएं, कुछ माएं इसके लिए स्लिंग का इस्तेमाल भी करती है। अगर वह रात में उठता है, तो इसका कारण पता करें। क्या उसने पेशाब किया है या पॉटी की है? क्या उसकी नाइट ड्रेस आरामदेह है? या उसे सर्दी तो नहीं है? शिशु के कमरे को बहुत ज्यादा ठंढा या गर्म भी नहीं रखना चाहिए। क्या शिशु के लिए कमरा बहुत ज्यादा गर्म या ठंडा तो नहीं है?
बच्चों की अच्छी नींद के लिए टीवी स्क्रीन बंद रखें
टीवी स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी मस्तिष्क को जगा सकती है और सोना मुश्किल बना सकती है। यह विशेष रूप से “छोटी स्क्रीन” जैसे फोन या टैबलेट के लिए तो बहुत ही जरूरी है, जो चेहरे के करीब ऑपरेट किए जाते हैं। इससे पहले कि आप अपने बच्चे को सुलाना चाहें, एक घंटे पहले उन्हें बंद कर दें। फोन को बेडरूम के बाहर चार्ज किया जाना चाहिए – या बहुत कम से कम, डू नॉट डिस्टर्ब मोड में डालें। यदि आपका बच्चा आपको यह बताने की कोशिश करता है कि उन्हें सुबह उठने के लिए उनके फोन की आवश्यकता है, तो उन्हें एक अलार्म घड़ी खरीदें।
और पढे़ें: स्पेशल चाइल्ड की पेरेंटिंग में ये 7 टिप्स करेंगे मदद
बच्चों के शारीरिक-मानसिक विकास पर नींद का बहुत असर पड़ता है। माता-पिता अक्सर सोचते हैं कि शिशु को स्वयं सोना सिखाने के इस तरीके में उसे अकेले रोते हुए छोड़ देना होता है। बच्चों को अच्छी नींद के लिए आप को अपनी नींद गंवानी पड़ सकती है। ऐसा दावा भी किया गया है कि, शिशु के छह महीने तक पेरेंट्स अपनी पूरी नींद नहीं ले पाते हैं।