छोटा बच्चा एक बड़ी ज़िम्मेदारी होता है। इनकी देखभाल बहुत ध्यान से की जाती है और बच्चों से जुड़ी हर एक बात का ख्याल रखा जाता है, ताकि उन्हें कोई नुकसान न हो। बात चाहे बच्चे की त्वचा की हो, बालों की या अन्य चीजों की, माता-पिता अपनी तरफ से कोई कमी नहीं छोड़ते। नवजात शिशु की त्वचा बेहद नाजुक होती है। हमारे परिवारों में इस त्वचा का अच्छे से खयाल रखने तथा बच्चे को मजबूत बनाने के लिए मालिश करने का रिवाज है। यह रिवाज सदियों से चली आ रही है। जन्म से लेकर कम से कम एक साल तक बच्चे की नियमित रूप से मालिश की जाती है। इसके लिए कई तरह के तेलों का इस्तेमाल किया जाता है। उनमें से एक है जैतून का तेल। जैतून के तेल मसाज के फायदे अनगिनत हैं। आइए जानें कुछ ऐसे ही फ़ायदों के बारे में।
जैतून का तेल क्या है?
जैतून के तेल को ऑलिव ऑइल भी कहा जाता है जिसे ऑलिव से बनाया जाता है। इसमे विटामिन ई, विटामिन के और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो त्वचा का पोषण करते हैं। इसके साथ ही यह तेल पूरी तरह से नॉन टॉक्सिक, एंटीमाइक्रोबियल और हाइयोलर्जेनिक होता है। इसके कई लाभ हैं जिनके कारण इसे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है।
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शिशु के लिए कैसे फायदेमंद है जैतून का तेल
जैतून के तेल मसाज के फायदे के बारे मे जानने से पहले जानते हैं कि क्या सच में जैतून का तेल शिशु की त्वचा के लिए फायदेमंद है? जी हाँ, जैतून का तेल शिशु की त्वचा के लिए लाभदायक है। लेकिन, इसका प्रयोग उस स्थिति में नही करना चाहिए जब शिशु की त्वचा फटी हुई हो या उसे त्वचा से संबंधित कोई समस्या हो। इसके लिए अपने डॉक्टर से पूछ कर ही इस तेल का प्रयोग अपने बच्चे की त्वचा पर करें। जैतून के तेल में कई फैटी एसिड होते हैं जो बच्चे के विकास, नींद या उन्हें आराम पहुंचाने में लाभदायक हैं। यह न्यूट्रीएंटस इस प्रकार हैं:
- ओमेगा 3 फैटी एसिड
- ओमेगा 6 फैटी एसिड
- ओलेक एसिड (Oleic acid)
- लिनोलेक एसिड (Linoleic acid)
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जैतून के तेल मसाज के फायदे
वजन बढ़ता है
किसी अन्य तेल से मालिश करने से बच्चे का वजन बढ़ता है या नहीं। इस बात की सही जानकारी मौजूद नही है। लेकिन, हाल में हुए अध्ययन के अनुसार एसेंशियल ऑइल या जैतून के तेल से शिशु के शरीर में मालिश करने से यह तेल अच्छे से उसके शरीर में अवशोषित हो जाता है। जिससे शिशु का वजन बढ़ता है। जो शिशु समय से पहले यानि नौ महीनों से पहले जन्म ले लेते हैं। उनके लिए खासतौर पर ऑलिव ऑइल से मसाज करने की सलाह दी जाती है। जैतून के तेल मसाज के फायदे में यह सबसे बड़ा फायदा है।
त्वचा को मुलायम बनाए
ऑलिव ऑइल से मसाज करने पर यह तेल हीट और न्यूट्रिशन का अच्छा सोर्स हो सकता है। त्वचा पर जैतून के तेल से मसाज करने पर उनकी त्वचा मुलायम रहती है। इसके साथ ही त्वचा मे रूखापन नही आता। शोध के मुताबिक इससे मसाज करने पर बच्चे की त्वचा अच्छे से मॉइस्चराइज होती है जिससे जल्दी नहीं फटती।
डायपर रैश हों दूर
छोटे बच्चों को डायपर रैश की समस्या होना बहुत ही सामान्य है। यह आमतौर पर अधिक देर तक एक ही डाइपर लगाने या नमी के कारण हो सकते हैं। ऐसा होने से बच्चे की त्वचा लाल हो जाती है व बच्चे को दर्द भी होता है। यही नहीं, वो कुछ भी करने में असुविधा महसूस करते हैं। आमतौर पर इस समस्या को दूर करने के लिए बाज़ार में दवाई मौजूद है। लेकिन, बच्चे के डायपर रैश दूर करने के लिए आप प्रभावित स्थान पर ऑलिव ऑइल भी लगा सकते हैं।
सूजन या जलन से राहत
जैतून का तेल मसाज के फायदे कई हैं, क्योंकि इसमें एसेंशियल फैटी एसिड, विटामिन K और विटामिन E और ऐसे कई एंटीऑक्सीडेंटस होते हैं। कई बार बच्चे के शरीर पर सूजन आ जाती है जिसके कारण वो असुविधाजनक महसूस करता है। ऑलिव ऑइल के गुण सूजन और जलन से मुक्ति दिलाने में मददगार है।
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क्रेडल केप दूर करे
छोटे बच्चों को सिर मे एक सफेद या पीले रंग की परत जम जाती है, जिसे क्रेडल केप कहा जाता है। त्वचाविज्ञान मे ऐसा कहा गया है कि अगर बच्चे की खोपड़ी मे ऐसी परत हो, तो उस पर जैतून का तेल का प्रयोग किया जा सकता है।
बालों के लिए लाभदायक
अगर मसाज करते हुए जैतून की तेल का प्रयोग शिशु के बालों में भी किया जाए, तो जैतून के तेल मसाज के फायदे और भी बढ़ जाते हैं। ऐसा साबित हुआ है कि नियमित रूप से बच्चों के बालों मे जैतून के तेल से मसाज की जाए, तो बाल स्वस्थ और घने बनते हैं। इसके साथ ही बालों की गुणवत्ता भी बढ़ती है जिससे बाल मजबूत होते है। बच्चों के लिए जैतून के तेल मसाज के फायदे मे एक यह भी है कि इसे आप किसी भी मौसम में प्रयोग में ला सकते हो बाकी तेलों का प्रयोग आप हर मौसम में नही कर सकते लेकिन जैतून के तेल का कर सकते हैं।
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अन्य लाभ
जैतून के तेल मसाज के फायदे अनेक हैं, लेकिन ऑलिव ऑइल अन्य तरीको से भी बच्चों के लिए उपयोगी है। जैसे-
- जैतून का तेल बच्चों के हार्मोन्स को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। जिससे बच्चों को चिंता या तनाव से मुक्ति मिलती है जिससे वो अच्छा महसूस करते हैं और कम रोते हैं।
- अच्छी नींद बच्चे के मानसिक ओर शरीर के विकास के लिए जरूरी है। बच्चे की अच्छी नींद में भी ऑलिव ऑइल बेहतरीन भूमिका निभाता है। इससे मालिश करने से वो आरामदायक महसूस करेगा, जिससे उसे अच्छी नींद आएगी।
- छोटे बच्चे कब्ज की समस्या से अक्सर पीड़ित रहते हैं। लेकिन अगर ऐसी स्थिति में उन्हे जैतून का तेल दिया जाए। तो उन्हें राहत मिल सकती है। लेकिन, इसके लिए डॉक्टर की सलाह अनिवार्य है।
मसाज कैसे करें
जैतून के तेल मसाज के फायदे पाने के लिए आपको अपने बच्चे की मालिश कैसे करनी चाहिए, इस बारे मे भी जानना चाहिए। जानिए, कैसे करे बच्चे का मसाज:
शांत माहौल बनायें
छोटे बच्चों की मसाज करने के लिए खास तैयारी करनी पड़ती हैं। इसके साथ ही खास तकनीक और अन्य चीजों का भी ध्यान रखना पड़ता है। बच्चे की मसाज करने के लिए शांत जगह का चुनाव करें। आप बेड या जमीन पर आराम से बैठ जाएं और अपने सामने कंबल या तौलिये पर बच्चे को लिटा लें।
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आराम से छुए
बच्चे की मसाज करते हुए आपका टच बिलकुल आरामदायक होना चाहिए ताकि बच्चे को दर्द न हो और वो अच्छा महसूस करे।
मसाज करे
बच्चे के सभी अंगों की आराम से मसाज करे। उसे पेट के भार लिटा कर उसके इन अंगों की मसाज करे जैसे कंधे, सिर, गर्दन, कमर, पैर, पीठ, हाथ आदि। इसके बाद बच्चे को पीठ के भार लिटाए ओर पेट, टांगों और बाजू पर मसाज करे। रोजाना दो से तीन बार दस से पंद्रह मिनट तक मसाज करना पर्याप्त है।
मूड अच्छा रखें
मसाज के दौरान अपने मूड को अच्छा रखें और अपने बच्चे से बात करते रहें। जैसे उसे कहानी या कोई कविता सुनाए। इससे आपकी और आपके बच्चे की बॉंडिंग मजबूत होगी। देखें, आपका बच्चे की प्रतिक्रिया कैसी है। अगर आपका बच्चा खुश है और आपने हाथों-पैरों को हिला रहा है, तो वो मसाज का मज़ा ले रहा है। लेकिन अगर वो अपने सिर को दूर ले जा रहा है या रो रहा है, तो इसका अर्थ है कि वो खुश नहीं है। ऐसे में मसाज बंद कर दें और बच्चे का मूड ठीक हो, उसके बाद मसाज करें।
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