क्या आपको एपस्टीन पर्ल (Epstein pearls) के बारे में पता है? यह छोटे सफेद या पीले रंग के सिस्टिक वेसिकल्स होते हैं, जो अक्सर नवजात शिशुओं के मुंह के मध्य तालु में देखे जाते हैं। यह एक प्रकार की सिस्ट है, जो कि आमतौर पर मुंह के तालु यनि कि ऊपरी वाॅल पर देखे जाते हैं और तरल पदार्थ से भरे हुए होते हैं। वैसे तो यह कोई चिंता की बात नहीं है, अपने आप कुछ समय में ठीक हो जाता है। लेकिन यह लंबे समय तक बना रहे, तो यह समस्या कई बार बच्चे के लिए गंभीर हो सकती है। एपस्टीन पर्ल की समस्या शिशु में मुंह में ऊपर के तरफ वाले तालु में देखी जाती है। तो आइए जानते हैं कि एपस्टीन पर्ल (Epstein pearls) क्या है:
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एपस्टीन पर्ल क्या हैं (what are Epstein pearls)?
यदि आपके शिशु के मसूड़े की रेखा या उसके मुंह के ऊपरी वॉल पर एक छोटा सफेद या पीले रंग का उभार है, तो यह एपस्टीन पर्ल होने की संभावना है। यह एक प्रकार का जिंजिवल सिस्ट है, जो नवजात शिशुओं को प्रभावित करता है। एपस्टीन पर्ल काफी सामान्य हैं, जो 60 से 85 प्रतिशत नवजात शिशुओं में होते हैं। वे उन शिशुओं में भी अधिक आम हैं जो:
- जिन बच्चों का जन्म मां के अधिक उम्र में होता है
- अपने नियत तारीखों से पहले पैदा हुए हैं
- जन्म के समय अधिक वजन होना
जबकि एपस्टीन पर्ल असामान्य लग सकते हैं, लेकिन इससे शिशु को काेई हानि होने की संभावना नहीं होती है। फिर आपको कोई गंभीर लक्षण नजर आते हैं। तो आपको डॉक्टर से मिलने की आवश्यकता है।
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एपस्टीन पर्ल के लक्षण क्या हैं (What are the symptoms of Epstein Pearl)?
एपस्टीन पर्ल, किसी भी लक्षण का कारण नहीं बनते हैं यानि कि इसके ऐसे कोई लक्षण नहीं दिखते हैं। आप शायद इसे मसूड़ों या अपने बच्चे के मुंह के वॉल पर देखेंगे। एपस्टीन पर्ल सफेद-पीले रंग के पिंड की तरह दिखते हैं, आकार में लगभग 1 से 3 मिलीमीटर के होते है। वे कभी-कभी निकलने वाले दांतों के समान दिखाई देते हैं।
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एपस्टीन पर्ल कैसा दिखता है (What does Epstein pearl look like)?
एपस्टीन पर्ल की समस्या केवल नवजात शिशुओं में ही देखी जाती है। लेकिन वयस्कों में डेंटल सिस्ट की समस्या देखी जा सकती है, जो कि एपस्टीन मोती के समान दिखता है। वयस्कों में इस तरह के सिस्ट अक्सर डेड या दबे हुए दांतों की जड़ों के पास निकले हुए दिखते हैं। जब तक वे संक्रमित नहीं हो जाते, तब तक वे आमतौर पर कोई लक्षण उनमें नहीं होते हैं। जब समस्या गंभीर हो रही होती है, तो आपको सिस्ट के आसपास दर्द और सूजन जैसा महसूस हो सकता है। डेंटल सिस्ट कभी-कभी समय के साथ बढ़ते हैं। यदि वे काफी बड़े हो जाते हैं, तो वे आपके दांतों पर दबाव डाल सकते हैं, जिससे जबड़े की कमजोरी हो सकती है और दांत के अन्य हिस्सों में भी दर्द हो सकता है। इस प्रकार के सिस्ट को सर्जिकल प्रॉसेज के माध्यम से हटाया जा सकता है। आपका डॉक्टर किसी भी मृत जड़ ऊतक को भी हटा सकते हैं, जिससे सिस्ट के वापस आने की संभावना कम हो जाएगी।
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एपस्टीन पर्ल का क्या कारण है (What are the causes of Epstein pearl)?
एपस्टीन पर्ल की समस्या तब होती है, जब मां के पेट में शिशु के विकास प्रक्रिया के दौरान बच्चे के मुंह की त्वचा फंस जाती है। जैसे-जैसे मुंह विकसित और आकार लेता है, यह फंसी हुई त्वचा केराटिन से भरी हुई हो सकती है, जो त्वचा में पाया जाने वाला प्रोटीन है। केराटिन, वह है जो एपस्टीन पर्ल के अंदर का हिस्सा होता है। यह समस्या गर्भ में विकसित होते हैं और इन्हें रोका नहीं जा सकता है। यदि आपका बच्चा एपस्टीन पर्ल के साथ पैदा हुआ है, तो यह गर्भावस्था के दौरान आपके द्वारा किए गए या नहीं किए गए किसी भी काम का संकेत नहीं है।
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क्या एपस्टीन पर्ल का इलाज जरूरी है (Is Epstein Pearl Treatment Necessary) ?
एपस्टीन पर्ल हानिरहित हैं। लेकिन अगर आपके शिशु में दर्द या चिड़चिड़ेपन के लक्षण दिख रहे हैं, तो आपको, उनके लिए डॉक्टर से संपर्क करना एक अच्छा विचार हो सकता है। एपस्टीन पर्ल बहुत आम हैं, इसलिए डॉक्टर इन धक्कों को उनकी उपस्थिति से ही पहचानने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, आपके बच्चे के लक्षणों के आधार पर, उनके डॉक्टर उनके मुंह की जांच कर सकते हैं, ताकि वे बर्थ टीथ के लक्षणों की जांच कर सकें। कुछ बच्चों में ओरल थ्रश की समस्या भी देखी जाती है। ऐसी समस्या के साथ कुछ बच्चे पैदा होते हैं। वे बहुत दुर्लभ हैं, लेकिन वे एपस्टीन मोती के समान दिख सकते हैं। ओरल थ्रश, एक प्रकार का यीस्ट इंफेक्शन है, जो आपके बच्चे के मुंह में छोटे सफेद धक्कों या व्हाइट कोटिंग का कारण बन सकते हैं। इसका समय रहते इलाज बहुत जरूरी है। एपस्टीन पर्ल की समस्या जिन बच्चों में देखी जाती है, उनमें जन्म के कुछ हफ्तों के भीतर अपने आप यह चले जाते हैं, लेकिन कई महीनों तक बने रह सकते हैं। यदि आप कई हफ्तों के बाद भी धक्कों को नोटिस कर रहे हैं और वे कम नहीं हो रहे हैं, तो यह सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टर से इस बारे में आपको बात करनी चाहिए, कि धक्कों किसी और चीज का परिणाम नहीं हैं। लंबे समय के लिए इसे बिना इलाज के न छोड़ें। यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इसलिए समय रहते इलाज बहुत जरूरी है। इसी के साथ बढ़ते समय के साथ इस बात पर भी नजर बनाए रखें कि कहीं उनमें कोई नोटिस करने वाले लक्षण तो नजर नहीं आ रहे हैं, जैसे कि त्वचा के रंग में बदलाव, एपस्टीन पर्ल के आकार में बदलाव यानि कि वो बड़ा हो रहा हो या उसमें से कोई द्रव निकल रहा हो आदि। इस तरह के लक्षण नोटिस होने पर आप डॅाक्टर को बताएं।
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लेकिन सामान्य मामलो में एपस्टीन पर्ल को किसी भी प्रकार के उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। कई मामलों में, वे जन्म के एक या दो सप्ताह के भीतर अपने आप गायब हो जाते हैं। स्तनपान, बोतल से दूध पिलाने पिने के दौरान भी कई बार एपस्टीन पर्ल अपने आप टूट जाते हैं। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
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