नवजात शिशु जब 10 दिनों का हो जाता है, तो उसके पेट का आकार गोल्फ बॉल (Golf ball) के साइज का होता है। इसलिए नवजात के पेट का आकार (Newborn Stomach Capacity) दसवें दिन 1.5 से 2 औंस लिक्विड का सेवन करवाया जा सकता है।
धीरे-धीरे नवजात शिशु के पेट का आकार बढ़ता जाता है और लिक्विड डायट (Liquid diet) भी बढ़ जाती है। नवजात के पेट का आकार (Newborn Stomach Capacity) समझने के साथ-साथ शिशु के लिए स्तनपान कब-कब आवश्यक है यह भी समझना जरूरी है।
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नवजात शिशु को ब्रेस्टफीडिंग करवाने से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
जब नवजात शिशु का जन्म हो जाता है, तो जन्म के बाद के पहले 24 में शिशु सिर्फ 0.5 से 1 औंस कोलोस्ट्रम (Colostrum) यानी दूध का ही सेवन कर पाता है। हालांकि भले ही शिशु सिर्फ .5 से 1 औंस कोलोस्ट्रम का सेवन करे, लेकिन वो ज्यादा वक्त तक ब्रेस्ट सकिंग कर सकता है। ऐसे करने से ब्रेस्टमिल्क सप्लाई बेहतर होती है। इसलिए ऐसे में नई मां को परेशान नहीं होना चाहिए। हेल्दी नवजात शिशु के जन्म के 1 से 2 घंटे के अंदर फीड करवाई जा सकती है। ब्रेस्टफीडिंग के 4 से 5 दिनों के बाद कोलोस्ट्रम ट्रांजिशनल मिल्क (Transitional milk) में बदल जाता है।
कोलोस्ट्रम की तुलना में ट्रांजिशनल मिल्क ज्यादा गाढ़ा होता है। वहीं 10 से 14 दिनों में ट्रांजिशनल मिल्क भी मैच्योर मिल्क में बदल जाता है। मैच्योर मिल्क भी शिशु की जरूरतों के अनुसार बदलता है। ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं को यह ध्यान रखना चाहिए ब्रेस्टमिल्क को समय-समय पर ड्रेन करना चाहिए। यह प्रक्रिया मिल्क प्रॉडक्शन में सहायक होती है। हालांकि इसका अर्थ ये नहीं है कि आप नवजात के पेट का आकार ध्यान रखें और उसे बार-बार ब्रेस्टफीडिंग करवाते रहें। यहां ब्रेस्टमिल्क को समय-समय पर ड्रेन करने अर्थ यह कि आप ब्रेस्टमिल्क पंप की सहायता ब्रेस्ट मिल्क को बाहर निकाल सकती हैं।
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नवजात के पेट का आकार: नई मां कैसे करें ब्रेस्टफीडिंग की तैयारी? (Tips for Breastfeeding)
नवजात शिशु के पेट का आकार समझने के साथ नई मां या मां बनने वाली महिलाएं अक्सर ये सवाल पूछती हैं कि ब्रेस्टफीडिंग की तैयारी कैसे की जाए? ब्रेस्टफीडिंग की तैयारी के लिए महिलाओं को अपने डायट का ख्याल रखना बेहद जरूरी बताया गया है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार नवजात शिशु के जन्म से पहले ही न्यूट्रिशनल डायट को फॉलो करना चाहिए। इसलिए आगे समझेंगे ब्रेस्टफीडिंग डायट (Breastfeeding diet) से जुड़ी खास जानकारी। जैसे: