छोटे बच्चों के कान में खुजली की समस्या दूर करने के लिए मां का दूध ही काफी कारगार माना जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर बच्चों में कान के इंफेक्शन की समस्या होती है, तो उन्हें ब्रेस्टफीडिंग कराते रहना चाहिए। अगर आप अपने बच्चे को कान के संक्रमण होने के जोखिम से बचाना चाहती हैं, तो जन्म के लगभग एक साल तक उसे स्तनपान कराएं। ब्रेस्टमिल्क में एंटीबॉडी होते हैं जो कान के संक्रमण को होने से रोकते हैं।
बिठाकर दूध पिलाएं
इसके अलावा अगर आप बच्चे को दूध के बोतल से फीडिंग कराती हैं, तो बच्चे को बिठाकर दूध पिलाएं। लेट कर दूध पीने से बच्चे के मध्य कान में दूध जा सकता है।
सर्दी-जुकाम से बचाव करें
जैसा की छोटे शिशुओं में उनके इम्यून सिस्टम का विकास होता रहता है, ऐसे में सर्दी-जुकाम से उनका बचाव करें। बच्चे के कमरे का तापमान हमेशा सामान्य रखें। सर्दियों के मौसम में उन्हें नहलाने की जगह स्पंज बॉथ दें।
साफ-सफाई का रखें ख्याल
बच्चे बार-बार अपना हाथ मुंह में डालते रहते हैं, ऐसे में उनका हाथ हर घंटे साफ करते रहें। और जब भी आप या अन्य सदस्य बच्चे को खिलाएं, तो निश्चित करें कि उनका भी हाथ साफ होना चाहिए।
सेकेंड हैंड स्मोकिंग या स्मोकिंग न करें
कई अध्ययनों में इसका दावा किया गया है कि जो बच्चे सेकेंड हैंड स्मोकिंग के संपर्क में आते हैं, उनमें अन्य बच्चों की तुलना में कान के संक्रमण होने की संभावना दो से तीन गुना अधिक बढ़ सकती है। इसलिए बच्चे को स्मोकिंग वाले स्थानों से दूर रखें। अगर आपको भी स्मोकिंग की आदत है, तो उसे क्विट करने का प्रयास करें।
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