कोज्वाॅइंट ट्विन्स का जीवन (Life of Conjoined Twins) कई मायनों में असुरक्षित रहता है। जब माता-पिता को इस बारे में जानकारी होती है तो उनके मन में बस यही ख्याल आता है कि किसी भी तरह बच्चे स्वस्थ्य पैदा हो और फिर सर्जरी के माध्यम से उन्हें अलग किया जा सके। ज्यादातर मामलों में कोज्वाॅइंट ट्विन्स का जीवन उनके दूसरे साथी के साथ जुड़े होने की स्थिति पर निर्भर करता है। अगर एक बच्चा दूसरे बच्चे के साथ केवल जुड़ा हुआ है तो उसे सर्जरी के माध्यम से अलग किया जा सकता है। जब दोनों बच्चे शरीर के किसी एक ऑर्गन को शेयर कर रहे होते हैं, तो समस्या बढ़ जाती है। ये बात कहना गलत नहीं होगा कि कोज्वाॅइंट ट्विन्स का जीवन (Life of Conjoined Twins) डॉक्टर्स के साथ ही उनकी खुद की शारीरिक संरचना पर निर्भर करता है।
हैलो स्वास्थ्य के इस आर्टिकल में जानते हैं कि कोज्वाॅइंट ट्विन्स का जीवन (Life of Conjoined Twins) कैसा होता है? क्या सर्जरी के बाद उनकी लाइफ ईजी हो सकती है या ऑपरेशन के बाद भी कोज्वाॅइंट ट्विन्स का जीवन कष्टदायक ही रहता है।
क्या कहना है एक्सपर्ट का?
फोर्टिस हॉस्पिटल कोलकाता की बाल रोग विशेषज्ञ और नियोनेटोलॉजिस्ट सुमिता साह से जब कोज्वाॅइंट ट्विन्स के जीवन की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ” कोज्वाॅइंट ट्विन्स बहुत ही दुर्लभ केस है। जितना रेयर यह मामला है उतना ही कॉम्प्लिकेटेड कोज्वाॅइंट ट्विन्स का जीवन होता है। कोज्वाॅइंट ट्विन्स एक-दूसरे का शरीर या बॉडी का कोई पार्ट शेयर करते हैं। अगर किसी भी वजह से प्रेग्नेंसी (Pregnancy) के दौरान या फिर बाद में किसी भी बच्चे को शारीरिक समस्या हो जाती है तो शरीर से जुड़े हुए दूसरे बच्चे को भी प्रभावित होना पड़ता है। अगर एक बच्चे की मौत हो जाती है तो दूसरे के बचने की संभावना बहुत कम रहती है। साथ ही अगर सर्जरी करके दोनों जुड़वां बच्चों को अलग-अलग कर भी दिया जाता है तो भी उनके बचने की संभावना कम ही होती है। खासतौर पर जब जुड़वां बच्चे एक ही अंग को एक-दूसरे से साझा करते हैं।”
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कोज्वाॅइंट ट्विन्स का जीवन (Life of Conjoined Twins) से क्या मतलब है?
जुड़े हुए बच्चों का जन्म प्रारंभिक भ्रूण के दो भागों में बंटने से होता है। एम्ब्रियो आंशिक रूप से दो भागों में बट जाता है और इससे दो भ्रूण विकसित हो जाते हैं। ये शारीरिक रूप से जुड़े हुए रहते हैं। ज्यादातर मामलों में सीने, पेट, सिर या फिर श्रोणी से जुड़े हुए बच्चों का जन्म होता है। जन्म के बाद कई जुड़े हुए जुड़वा बच्चे (Conjoined Twins) जीवित नहीं रहते हैं। सर्जरी और एडवांस टेक्नोलॉजी (Advanced technology) की मदद से जुड़े हुए जुड़वा बच्चों के सर्वाइवल रेट (Survival rates of twins) में बढ़त हुई है। कुछ बच्चों को सर्जरी के माध्यम से अलग किया जा चुका है।
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जब एक ही अंग करना पड़ता है शेयर
कोज्वाॅइंट ट्विन्स का जीवन (Life of Conjoined Twins) तब खतरे में मालूम पड़ता है जब दोनों बच्चे एक ही अंग शेयर करते हैं। इंडियाना में एक दंपति ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है। ये कोजॉइंट ट्विन्स सीने से लेकर कमर तक एक दूसरे से जुड़े हुए थे। दोनों के बीच एक ही दिल और एक लिवर (Liver) था। आप इस बात से ही अंदाजा लगा सकते हैं कि शरीर के मुख्य अंग दिल और लिवर दोनों के शरीर में किस तरह से कार्य कर रहे होंगे। कोज्वाॅइंट ट्विन्स की इस स्थिति को मेडिकल टर्म में ऑम्फलोपेगस (Omphalopagus) कहते हैं। करीब 33 % कोज्वाॅइंट ट्विन्स (Conjoined Twins) इसी स्थिति में पैदा होते हैं।
कोज्वाॅइंट ट्विन्स को संयुक्त जुड़वां भी कहते हैं। ऐसे शिशु का पूरा शरीर साइड से या शरीर का कोई हिस्सा एक-दूसरे से जुड़ा होता है। कोज्वाॅइंट ट्विन्सकाफी दुलर्भ मामलों में से एक है। लगभग 50000 गर्भधारण (Conceive) में से किसी एक में ऐसी स्थिति देखने को पाई जाती है। इस तरह के शिशु को एक दूसरे से अलग कार्यात्मक शरीर के रूप में अलग करने के लिए सर्जरी आदि का सहारा लिया जाता है। कठिनाई तब अधिक बढ़ जाती है जब कोई महत्वपूर्ण अंग या संरचना दोनों जुड़वां बच्चों में साझा कर रहा होता है जैसे जिगर, मस्तिष्क (Brain) या दिल (Heart)।
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कोज्वाॅइंट ट्विन्स का जीवन – दिल को अलग करना साबित होता है खतरनाक
यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड मेडिकल सेंटर के अनुसार, ‘कोज्वाॅइंट ट्विन्स का जीवन (Life of Conjoined Twins) उस समय और कठिन हो जाता है जब दोनों शिशुओं के शरीर के महत्वपूर्ण अंग (जैसे-हृदय, मष्तिस्क या लिवर) एक ही हों। अभी तक ऐसा कोई भी मामला सामने नहीं आया है जिसमें दिल या सिर के किसी भी हिस्से को शेयर करने वाले कोज्वाॅइंट ट्विन्स को सर्जरी के माध्यम से अलग कर उनकी जान बचाई जा सकी हो।’ पंपिंग चैंबर से जुड़े बच्चों को अलग करना खतरनाक साबित होता है। डॉक्टर्स का कहना है कि ये बहुत ही नाजुक अंग होते हैं। इनमें सर्जरी के दौरान किसी भी तरह की समस्या होने पर जान जाने का खतरा रहता है। डॉक्टर्स अन्य अंगों से जुड़े हुए कोजॉइंट ट्विन्स की सर्जरी करना बेहतर समझते हैं।
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कोज्वाॅइंट ट्विन्स का जीवन (Life of Conjoined Twins)और संभावना
पहले कोज्वाॅइंट ट्विन्स जिन्होंने जीवन की संभावना को बरकरार रखा, वे थीं इंग्लैंड के मैरी एंड एलीजा। सन 1100 में मैरी एंड एलीजा ने हिप और लिवर से जुड़े होने के बावजूद जीवन के 34 साल पूरे किए।
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कोज्वाॅइंट ट्विन्स का जीवन रेयर होता है। दो लाख पैदा हुए बच्चों में एक कोज्वाॅइंट ट्विन्स (Conjoined twins) होने की संभावना रहती है। जब महिला का एग फर्टिलाइजेशन (Egg fertilization) के बाद किन्हीं कारणों से अलग नहीं हो पाता है तो कोज्वाॅइंट ट्विन्स का जन्म होता है। डॉक्टर्स ने कोज्वाॅइंट ट्विन्स को अलग करने के मामलों में सफलता भी पाई है। 16 से 20 घंटे चलने वाले ऑपरेशन के दौरान यूटा के जुड़वा बच्चों की किडनी और पेल्विक को अलग किया गया था। ये बच्चे चार साल के थे।
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कोज्वाॅइंट ट्विन्स (Conjoined Twins) के मामले काफी रेयर होते हैं। ये बात माता-पिता पर निर्भर करती है कि वो बच्चों को सर्जरी के माध्यम से अलग कराना चाहते हैं या फिर नहीं। कई मामलों में सर्जरी सफल हो जाती है वहीं कुछ सर्जरी में कोज्वाॅइंट ट्विन्स (Conjoined Twins) का जीवन खतरे से भरा भी रहता है। अगर आपको भी इस विषय के बारे में अधिक जानकारी चाहिए तो बेहतर होगा कि आप एक बार डॉक्टर से संपर्क करें।
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