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Pentavac vaccine: जानिए पेंटावेक वैक्सीन क्यों है बच्चों के लिए 5 इन 1 वैक्सीन

Pentavac vaccine: जानिए पेंटावेक वैक्सीन क्यों है बच्चों के लिए 5 इन 1 वैक्सीन

इन दिनों विश्व में दो चर्चा जोरों पर है। पहला कोरोना वायरस और दूसरा कोरोना वायरस की वैक्सीन। वैक्सिनेशन से जुड़ी एक-एक जानकारी हम सभी जानना चाहते हैं और इस आर्टिकल में बच्चों के लिए वैक्सीन से जुड़ी एक खास जानकारी आपसे शेयर करने जा रहें हैं। आज इस आर्टिकल में बच्चों के लिए पेंटावेक वैक्सीन और पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Pentavac vaccine) से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी अलग-अलग रिसर्च रिपोर्ट्स से हम आपके साथ शेयर करने वाले हैं आखिर यह बच्चों की सेहत का सवाल है। तो चलिए शुरू करते हैं पेंटावेक वैक्सीन से जुड़े सवाल और उनके जवाबों को। 

  • पेंटावेक वैक्सीन क्या है?
  • पेंटावेक वैक्सीन के फायदे क्या हैं? 
  • पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? 
  • पेंटावेक वैक्सीन की डोज क्या है?
  • पेंटावेक वैक्सीन कैसे काम करती है?
  • पेंटावेक वैक्सीन की कीमत क्या है? 

चलिए अब पेंटावेक वैक्सिनेशन से जुड़े इन सवालों का जवाब जानते हैं।

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पेंटावेक वैक्सीन (Pentavac vaccine) क्या है?

पेंटावैक वैक्सीन बच्चों को संक्रामक रोगों से बचाने में कारगर मानी जाती है। ये वैक्सीन बच्चों को सिर्फ एक बीमारी नहीं, बल्कि डिप्थीरिया (Diphtheria), टिटनेस (Tetanus), पर्टुसिस (Pertussis), पोलियोमाइलाइटिस (Poliomyelitis) या पोलियो (Polio) के साथ ही हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी (Haemophilus influenzae type b) के कारण होने वाली गंभीर बीमारियों से बचाने में पेरेंट्स का साथ निभाती है। दरअसल इस वैक्सीन में एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में डिप्थीरिया टॉक्सोइड (Diphtheria Toxoid), टेटनस टॉक्साइड (Tetanus Toxoid), पर्टुसिस टॉक्साइड (Pertussis Toxoid), हेपेटाइटिस बी वैक्सीन (Hepatitis B Vaccine), हीमोफिलस टाइप बी कॉन्जुगेट वैक्सीन होती है, जो बच्चों में इंफेक्शन से होने वाली बीमारियों से बचाव में खास भूमिका निभाती है। इस वैक्सीन के कई फायदे हैं, लेकिन बच्चों में पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स भी देखे जा सकते हैं। पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स को जानने से पहले पेंटावेक वैक्सीन के फायदे समझने की कोशिश करते हैं। 

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पेंटावेक वैक्सीन के फायदे क्या हैं? (Benefits of Pentavac vaccine)

पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Pentavac vaccine)

पेंटावेक वैक्सीन के निम्नलिखित रोगों से बचाव के फायदे हो सकते हैं। जैसे: 

  1. काली खांसी (Whooping cough)
  2. हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B)
  3. हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा (Haemophilus influenzae)
  4. टेटनस (Tetanus)
  5. डिप्थीरिया (Diphtheria)

इन 5 अलग-अलग बीमारियों से बचाव के लिए पेंटावेक वैक्सिनेशन आवश्यक है। पेंटावेक वैक्सीन को 5 इन 1 वैक्सीन (5 in 1 Vaccine) भी कहा जाता है, क्योंकि यह एक वैक्सीन 5 अलग-अलग बीमारियों से बच्चों को बचाने में कारगर होती है। लेकिन पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। 

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पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (Side effects of Pentavac vaccine)

पेंटावेक वैक्सीन बच्चों को लगने के बाद निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स देखे जा सकते हैं। जैसे: 

  • बच्चे को दस्त (Loose motions) होना
  • नर्वस सिस्टम से जुड़ी डिसऑर्डर (Disorders of the nervous system) की समस्या होना।
  • बच्चे का चिड़चिड़ा (Irritability) होना
  • बार-बार बच्चे का रोना (Crying)।
  • उल्टी (Vomiting) करना।
  • बच्चे के शरीर पर लाल (Redness) निशान पड़ना।
  • इंजेक्शन वाले एरिया पर सूजन (Swelling) आना।
  • बुखार (Fever) लगना।
  • नवजात शिशुओं को स्तनपान के दौरान (Feeding problems) परेशानी महसूस करना। 

ध्यान रखें कि वैक्सिनेशन के कुछ देर बाद एलर्जिक रिएक्शन (Allergic reaction) भी हो सकती है। पेंटावेक वैक्सीन के कुछ अन्य साइड इफेक्ट्स (Side effects of Pentavac vaccine) कभी-कभी किसी हेल्थ कंडिशन के कारण भी देखे जा सकते हैं। हालांकि पेंटावेक वैक्सीन डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब्ड ड्रग है। इसलिए डॉक्टर द्वारा बताये जाने के बाद ही बच्चे को पेंटावेक वैक्सीन लगवाएं। वैसे शिशु के जन्म के बाद 6 से 8वें सप्ताह (6 to 8 week) में डॉक्टर पेंटावेक वैक्सीन लगवाने की सलाह दे देते हैं। 

नोट: नवजात बच्चों में पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Pentavac vaccine) को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर दवाएं दे सकते हैं, लेकिन अगर बच्चे की परेशानी ज्यादा वक्त तक बनी हुई है तो डॉक्टर से कंसल्ट करें।   

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पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स होने पर क्या करें? (Things to do after Pentavac vaccination)

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) में पब्लिश्ड रिपोर्ट अनुसार अगर बच्चे को पेंटावेक वैक्सिनेशन लगी है और पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स हो रहें हैं, तो ऐसे में पेरेंट्स निम्नलिखित टिप्स फॉलो कर सकते हैं। जैसे:

  1. इंजेक्शन वाली जगह पर सूजन या लाल होने पर कॉटन एवं सॉफ्ट ठन्डे कपड़े से डैब करें।
  2. अगर बुखार है, तो बच्चे के बॉडी को स्पॉन्ज बाथ करवाएं।
  3. डॉक्टर से सलाह लेकर नॉन-एस्प्रिन (Non-aspirin) दर्द की दवा दें।

पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स होने पर ऊपर बताये 3 टिप्स को फॉलो किया जा सकता है।

पेंटावेक वैक्सीन की डोज क्या है? (Dose of Pentavac vaccine)

पेंटावेक वैक्सीन की 3 डोज नवजात बच्चों को एक-एक महीने के गैप पर दी जाती है। अगर किसी भी कारण से पेंटावेक वैक्सीन (Pentavac vaccine) की कोई भी डोज किसी कारण से स्किप हो जाती है, तो इसकी जानकारी वैक्सिनेशन (Vaccination) के पहले डॉक्टर को जरूर दें। 

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पेंटावेक वैक्सीन (Pentavac vaccine) कैसे काम करती है? 

पेंटावेक वैक्सीन बच्चों की इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग करती है। दरअसल इस वैक्सीन में माइल्ड इंफेक्शन (Mild infection) का प्रयोग किया जाता, जो नवजात शिशु के इम्यून सिस्टम (Immune system) में एंटीबॉडीज के निर्माण में सहायक होती है। यही एंटीबॉडीज (Antibodies) आने वाले समय में बच्चों को इंफेक्शन से बचाने के लिए सुरक्षा कवच की तरह काम करते हैं। इसलिए पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Pentavac vaccine) के दौरान पेरेंट्स को घबराना नहीं चाहिए। अगर बच्चे को वैक्सिनेशन के बाद ज्यादा परेशानी हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।  

पेंटावेक वैक्सीन की कीमत क्या है? (Price of Pentavac vaccine)

पेंटावेक वैक्सीन (Pentavac Vaccine) की कीमत 600 रुपय तक है। 

नोट: पेंटावेक वैक्सीन यहां बताये कीमत से अलग भी हो सकती है। 

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सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) के अनुसार वैक्सिनेशन भविष्य में होने वाली गंभीर बीमारियों से बच्चों को शारीरिक रूप से मजबूत बनाने के काम करती है। वहीं पेरेंट्स के लिए बच्चों के पालन-पोषण के साथ-साथ समय-समय पर बच्चों का टीकाकरण करवाना बड़ी जिम्मेदारियों में से एक है।

नवजात शिशु के जन्म के बाद डॉक्टर पेरेंट्स को समय-समय पर लगने वाले बच्चों को वैक्सीन (Vaccine for kids) की पूरी जानकारी शेयर करते हैं। बच्चों को आवश्यक डोज वैक्सीन के माध्यम से दी जाती है, तो कुछ ड्रॉप के माध्यम से जैसे पोलियो ड्रॉप्स (Polio drops)। अगर किसी भी कारण से बच्चे की वैक्सिनेशन बताये समय पर नहीं हो पाती है, तो ऐसे में डॉक्टर को इस बारे में जानकारी दें और उनके दिए गए एडवाइस को फॉलो करें। ध्यान रखें नवजात बच्चों को समय-समय दिए गए प्रिस्क्राइब्ड वैक्सीन (Vaccine) भविष्य में होने वाली शारीरिक परेशानी से लड़ने और उससे बचने में मददगार होते हैं। इसलिए वैक्सिनेशन करवाना जरूरी है। अगर आप पेंटावेक वैक्सीन या पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Pentavac vaccine) से जुड़े किसी तरह का कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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Current Version

23/12/2021

Nidhi Sinha द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

Updated by: Nikhil deore


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डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 23/12/2021

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