अच्छी बुरी आदतों के साथ बच्चों में नोज पिकिंग (Nose picking in child) की आदत होना भी एक सामान्य बात है। हमारे आस-पास बहुत से ऐसे बच्चे नजर आते हैं, जिन्हें ‘नोज पिकिंग’ की आदत है और इतना ही नहीं कभी-कभी नोज पिक करने के बाद बच्चे उस म्यूकस को मुंह में डाल लेते हैं। बच्चों में नोज पिकिंग (Nose picking) की आदत इतनी बुरी है कि उन्हें पता भी नहीं चलता कि वो कितने कीटाणुओं से घिरे हुए हैं। सामाजिक रूप से अस्वीकार्य होने के अलावा ‘नोज पिकिंग’ से बड़े स्तर पर कीटाणु भी फैलते हैं।
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2018 में यूरोपियन रेस्पिरेटरी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि नोज पिकिंग से निमोनिया (Pneumonia) के बैक्टीरिया फैल सकते हैं। इसके अलावा नोज पिकिंग ज्यादा करने से नाक के अंदर इंजुरी हो सकती है, जिसके कारण इंफेक्शन, नाक (Nose) से खून आना और नाक के अंदर फोड़ा भी हो सकता है, जिसको ठीक होने में काफी समय लग सकता है। अगर बच्चों में नोज पिकिंग (Nose picking in child) को बचपन में नहीं रोका जाए तो इस आदत को बदलना मुश्किल हो जाता है।
हो सकता है आपका बच्चा उत्सुक, बोर या असहज महसूस कर रहा है इसलिए वो ऐसा कर रहा है। दूसरी आदते जैसे नाखून चबाना, बालों में हाथ डालना, दांतों को चबाना आदि की तरह नोज पिकिंग भी बच्चों को स्ट्रेस (Stress) से दूर करता है। लेकिन जरूरी नहीं है कि यदि आपका बच्चा नोज पिकिंग कर रहा है तो वो स्ट्रेस में ही है। कई टॉडलर्स इसे खेल की तरह लेते हैं, तो कई चिढ़न में ऐसा करने लगते हैं। ठंड के मौसम में कई बार बच्चे के नाक का मार्ग सूखा हो जाता है जिससे परेशान होकर बच्चा ऐसा करने लगता है। इसके लिए आप नसल स्प्रे (Nasal spray) की मदद ले सकते हैं।
बच्चें क्यों करते है नोज पिकिंग (Nose picking)?
- नाक में नमी या नाक में सूखापन महसूस होने के कारण बच्चों का हाथ बार-बार नाक पर जाता है
- जब बच्चा नर्वस हो
- तनाव (Tension) में हो
- या फिर जब बच्चा बोर होता है
- कई बच्चे एलर्जी के चलते ऐसा करते हैं। उन्हें ऐसा महसूस होता है कि उनकी नाक में कुछ है जो इरिटेट कर रहा है।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि बच्चा किस वजह से नोज पिकिंग (Nose picking) कर रहा है, बच्चे की इस गलत आदत को छुड़वाना ही सही विकल्प है।
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बच्चों में नोज पिकिंग (Nose picking) को कैसे रोकें?
जैसे ही आप देखते हैं कि आपका बच्चा नोज पिकिंग शुरू कर रहा है उस पर ध्यान दें। उसे एक नैपकिन दें और उसे रुकने के लिए कहें। बार-बार दोहराएं कि नोज पिकिंग गलत है। अगर बच्चों में नोज पिकिंग नई आदत है, तो हो सकता है उसकी नाक में कोई चीज हो जैसे बलगम जो उसे परेशान कर रहा हो।
नोज पिकिंग (Nose picking) पर बच्चे से बात करें
यदि आप टॉडलर को बार बार ऐसा करते देख रहे हैं जैसे टीवी देखते समय या कार में बैठे बैठे वो नोज पिकिंग (Nose picking) कर रहा है तो उसे किसी दूसरी एक्टिविटी में व्यस्क करना बेहतर विकल्प होगा। जैसे आप उसे क्ले या फिर रबर की बॉल दे दें। इन चीजों के साथ जब वह खेलने में व्यस्त रहेगा तो उसका दिमाग (Brain) उधर नहीं जाएगा।
कभी-कभी दूसरे बच्चों को देखकर भी बच्चे यह करने लगते हैं और इस बात पर ध्यान भी नहीं देते कि कब यह उनकी आदत बन जाता है। बार-बार बच्चों को नोज पिकिंग (Nose picking) पर ध्यान दिलाएं और नोज पिक करने के बाद उनको हाथ धोने (Hand wash) की आदत लगाएं।
बच्चे को बताएं कि नोज पिकिंग सफाई की आदत नहीं है और इससे उसकी नाक में इंफेक्शन हो सकता है। नोज पिकिंग से कीटाणु भी फैल सकते हैं जो उसे या दूसरे लोगों को बीमार कर सकते हैं।
अपने बच्चे की पॉकेट में हमेशा रूमाल रखें। टॉडलर को बताएं कि वह अपनी नाक को हमेशा रूमाल से साफ करें। इससे जर्म संबंधित परेशानी दूर हो जाएगी।
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नोज पिकिंग (Nose picking) रोकने के लिए बैंड-एड
बाजार पर बहुत सारे प्रोडक्ट हैं, जो एक बच्चे को नोज पिकिंग से रोकने के लिए डिजाइन किए गए हैं। लेकिन, केवल अपने बच्चे की उंगली (Babies finger) पर एक बैंड-एड लगाने से भी काम हो सकता है खासकर अगर बच्चा अंजाने में नोज पिकिंग कर रहा है। बच्चें को बताएं कि आपने उसके हाथ पर बैंड-एड क्यों बांधा है, जिससे वह नोज पिकिंग करने से पहले बार-बार सोचें।
बच्चों में नोज पिकिंग (Nose picking) के अलावा कुछ नई आदत लगाएं
आपके बच्चों में नोज पिकिंग बोरियत से भरी हो सकती है या कई बार बच्चे खुद को व्यस्त रखने के लिए भी यह कर सकते हैं। अगर वह बहुत ज्यादा टीवी देखते हैं और लंबे समय तक बैठे रहते हैं, तो उन्हें दूसरी एक्टिविटी में व्यस्त कराएं। जब उनके हाथ व्यस्त होगें तो उनके नाक में हाथ जाने की संभावना कम होगी।
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बच्चों में नोज पिकिंग (Nose picking) के लिए डॉक्टर से सलाह लें
यह हो सकता है कि बच्चों में नोज पिकिंग की आदत ना हो। वह ऐसा जरूरत होने पर ही कभी-कभी करता हो। अगर बच्चा कभी-कभी नोज पिकिंग करता है तो यह परेशानी की बात नहीं है लेकिन हर वक्त यह करना गलत आदत है। बच्चों में नोज पिकिंग के साथ किसी और बुरी आदत का दिखना जैसे कि बेड वेटिंग तब यह परेशानी की बात हो सकती है।
यदि आपका बच्चा नोज पिकिंग को इतनी बुरी तरह करता है कि जब तक नाक में से खून न आ जाए वो रूकता नहीं है तो यह सीरियस बात है। हो सकता है इसका कारण एंग्जायटी या इमोश्नल प्रोब्लम हो। इसके लिए आपको बिना देरी करें बच्चे के डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
नोज पिकिंग का मतलब ये भी हो सकता है कि आपके बच्चे के साथ कुछ और परेशानी है। कंपलसिव नोज पिकिंग (Nose picking) या रिनोटिलेक्सोमेनिया (Rhinotillexomania) तनाव से शुरू हो सकता है। अगर आपको लगता है कि आपके बच्चे के अंदर ये परेशानी उम्र की वजह से नहीं किसी और कारण से है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में नोज पिकिंग से जुड़ी ज्यादातर जानकारियां देने की कोशिश की है, जो आपके काफी काम आ सकती हैं। इससे जुड़ी यदि आप अन्य जानकारी चाहते हैं तो आप हमसे कमेंट कर पूछ सकते हैं। आपको हमारा यह लेख कैसा लगा यह भी आप हमें कमेंट कर बता सकते हैं।
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