सेक्स एजुकेशन (Sex education) एक ऐसा विषय है, जिस पर लोग खुल कर बात नहीं करना चाहते हैं। लेकिन, इस पर बात करना उतना ही जरूरी है, जितना किसी अनहोनी को रोकना। बच्चों को सेक्स एजुकेशन देना हर माता-पिता का फर्ज है। लेकिन, कई पेरेंटस इस बात को लेकर के भी परेशान रहते हैं कि बच्चों को सेक्स के बारे में जानकारी देने का सही समय क्या है? इस संबंध में हैलो स्वास्थ्य ने सीताराम भरतिया हॉस्पिटल की कंसलटेंट गाइन्कोलॉजिस्ट डॉ. अनीता सभरवाल बात की। उन्होंने बताया कि “अभी भी कई लोग है जिनको बच्चों को सेक्स के बारे में जानकारी देने को कम तवज्जो देते हैं। बढ़ते बच्चों के मन में यौन संबंधित विचार आना स्वाभाविक है। खास तौर पर अब जबकि बच्चों का ज्यादातर वक्त इंटरनेट पर बीतता है, जहां यौन संबंधी सामग्री आसानी से उपलब्ध होती है।”
बच्चों को सेक्स के बारे में जानकारी (sex education)
रवि तनेजा (बिजनेस मैन) कहते हैं कि इस उम्र में मैंने अपने बच्चे को नोटिस किया है कि जब भी हम उसे नहलाते थे या उनके डायपर बदलते थे, या सोते समय, वह अपने गुप्तांगों को छूता था। ऐसी स्थिति में मैं और मेरी पत्नी पहले-पहले उस पर झल्ला जाते थे। ऐसे में हम यह कहेंगे कि बच्चों को डांटने या उन पर गुस्सा करने के बजाए उन्हें समझाना चाहिए। बच्चों को प्यार से हिदायत भी दे देंगे तो काफी है। आप बच्चे को यह समझाएं कि ऐसी हरकत घर के बाहर या किसी मेहमान के सामने न करे। नहीं तो लोग उसे गंदा बच्चा कहेंगे। ज्यादातर पेरेंट्स बच्चों से इस तरह की बात करने से कतराते हैं, जबकि आपको अपने बच्चे को उनके अंगों के बारे में सही-सही बताना अच्छा होगा।
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3 से 5 साल की उम्र तक की उम्र के बच्चों को सेक्स के बारे में जानकारी (sex education)
जब बच्चे तीन से पांच साल के बीच होते हैं, तो एक-दूसरे के शरीर के प्रति जिज्ञासा जागने लगती है। शरीर के स्ट्रक्चर को लेकर उनके मन में कई सवाल आते हैं। इस उम्र के बच्चे ‘बच्चों के जन्म’ से जुड़े सवाल भी पूछ सकते हैं। इसलिए उन्हें उनके सवालों का जवाब धैर्य के साथ दें। यह भी ध्यान रखें कि आपको उनको पूरी बात इस उम्र में नहीं समझानी है। लेकिन, इतनी बात जरूर बताएं, जिससे उनकी जिज्ञासा शांत हो सके। अगर आपका बच्चा/बच्ची दूसरे लिंग के बच्चों के साथ ‘डॉक्टर-मरीज खेल रहे हों, तो इसके लिए डांटे नहीं। क्योंकि, ऐसा वे जिज्ञासा से करते हैं न कि विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण के कारण। हां, यह जरूर समझाएं कि उनके गुप्त अंगों को सिर्फ हम (पेरेंट्स) या वह ही छू सकते हैं। साथ ही बच्चे को गुड टच और बैड टच के बारे में भी बताएं।
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6 से 9 साल की उम्र तक के बच्चों को सेक्स के बारे में जानकारी (Sex education to children from 6 to 9 years of age)
इस उम्र में आने के बाद बच्चों में थोड़ी समझदारी आ चुकी होती है। लेकिन, यौन संबंध आदि के बारे में उसके मन में बहुत से सवाल बन रहे होते हैं। आजकल के बच्चे हाईटेक हैं। छोटी उम्र से ही उनके पास टेलीविजन, इंटरनेट और रेडियो के माध्यम से ऐसे कई शब्द आते हैं, जिन्हें वे जानने की कोशिश करते हैं। इंटरनेट के वजह से बच्चे अपनी उम्र से पहले ही परिपक्व होने लगे हैं। इस उम्र में बच्चों के अंदर बहुत तेजी से विकास हो रहा होता है। इसलिए इस एज ग्रुप के बच्चों के मन में आने वाली जिज्ञासाओं को एक मेंटर और मार्गदर्शक की तरह हल करने की कोशिश करें। बच्चों में शारीरिक बदलाव का यह महत्वपूर्ण दौर होता है। इसलिए बच्चों को सेक्स एजुकेशन देने और इसको लेकर बात करने के लिए आप भी तैयार रहें।
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9 से 12 साल की उम्र तक के बच्चों को सेक्स के बारे में जानकारी (Sex education)
यह बहुत अजीब है लेकिन, इस एज ग्रुप के बच्चों को सेक्स के बारे में जानकारी देने की कोशिश करने पर बच्चा असहज महसूस कर सकता है। वहीं दूसरी ओर वह मीडिया के विभिन्न साधनों द्वारा सेक्स एजुकेशन के बारे में आधा-अधूरा और ज्यादातर गलत ज्ञान हासिल कर सकता है। उन्हें लगता है कि वह सब कुछ जानते हैं। इस उम्र में बच्चों के यौवन (Puberty) की शुरुआत होती है। ऐसी स्थिति में आप अगर उनमे इमोशनल चेंजेस देखें, तो इस पर खुल कर बात करें। साथ ही उन्हें समय से पहले यौन-क्रियाओं में संलिप्त होने की दुष्प्रभावों के बारे में बताएं। उनके साथ होने वाली परेशानियों में उनके साथ अटल हो कर खड़े रहें। गर्भधारण, यौन संक्रमण के बारे में उन्हें जानकारी देना बहुत महत्वपूर्ण है। हालांकि यह थोड़ा मुश्किल है, लेकिन है बहुत जरूरी। बच्चों को समय-समय पर इन जिज्ञासाओं को क्लियर करें।
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13 से अधिक उम्र के बच्चों को सेक्स के बारे में जानकारी
अब आपके बच्चे टीनएज की दहलीज पर खड़े होते हैं। उनके जीवन और शरीर में कई बड़े बदलाव हो रहे होते हैं। फिल्मों और टीवी में दिखाई जाने वाली दुनिया का उनके जीवन पर बहुत गहरा असर पड़ता है। कई मामलो में वे इस समय फिल्मों और टीवी में दिखाए जाने वाले दृश्यों को नकल करने की भी कोशिश करते हैं। अब आपके लिए महत्वपूर्ण है कि आप उनसे बातें करते समय उनकी सुनें। ऐसा करने से आप उन्हें अच्छे से समझ सकेंगे। अब आपके बच्चों को एक दोस्त की जरूरत है। ताकि, अपनी समस्याओं और जिज्ञासाओं का जवाब पा सकें।
बच्चों को सेक्स एजुकेशन देते समय न करें ये गलतियां (Do not make these mistakes while giving sex education to children)
कई मामलों में देखा जाता है कि बच्चे सेक्स संबंधी जानकारी के लिए इंटरनेट का सहारा लेते हैं। ऐसे में वे कई बार एडल्ट साइट पर भी पहुंच जाते हैं। ऐसे में अगर पेरेंट्स को इसकी जानकारी हो जाए, तो वे बच्चों को डांटे या पीटे न बल्कि शांत रखकर उसे समझाएं और उसकी जिज्ञासाओं को शांत करने की कोशिश करें। इसके अलावा पेरेंट्स के लिए जरूरी है कि वे बच्चे को समय दें। कई बार परिवार की ओर से समय न मिलने पर बच्चे इंटरनेट का सहारा लेते हैं और ऐसे में कई बार जिज्ञासावश इंटरनेट से सेक्स संबंधी जानकारी लेने लगते हैं या एडल्ट कंटेंट देखने लगते हैं। ऐसे में बच्चों को समझाने की जरूरत होती है कि इंटरनेट पर मिलने वाली सारी ही जानकारी सही नहीं होती है। इसके अलावा पेरेंट्स का यह समझना भी जरूरी है कि बढ़ते बच्चों में शारीरिक और मानसिक बदलाव होना लाजमी है और साथ ही उनका दूसरे जेंडर के प्रति जिज्ञासा होना भी स्वाभिक है।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और बच्चों को सेक्स के बारे में जानकारी से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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