क्रोसिन बेबी ड्रॉप्स एक प्रिस्क्रिप्शन ड्रग है, जो बच्चों के लिए ड्रॉप्स के रूप में उपलब्ध है। जिसका इस्तेमाल बच्चों में फीवर के दाैरान किया जाता है। क्रोसिन बेबी ड्रॉप 0 मंथ से लेकर 12 साल तक के बच्चों को दी जा सकती है। लेकिन यह डॉक्टर की सलाह पर ही दी जानिए चाहिए। मुख्य रूप से इसका उपयोग बुखार, सिरदर्द और शरीर दर्द के इलाज के लिए किया जाता है। इसके अलावा, क्रोसिन बेबी ड्रॉप्स (Crocin drops for baby) पेपरमिंट डॉक्टर द्वारा अन्य चिकित्सीय उपयोग के लिए भी दी जाती हैं। शिशु के लिए क्रोसिन ड्रॉप (crocin drops for baby) की खुराक बच्चे की उम्र और स्थिति पर निर्भर करती है। इसमें एक्टिव इंग्रिडियंट पेरासिटामोल 100 मिलीग्राम / एमएल है। तो आइए जानें शिशु के लिए क्रोसिन ड्रॉप (crocin drops for baby) के बारे में:
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शिशु के लिए क्रोसिन ड्रॉप का इस्तेमाल (Uses of Crocin Drop)
शिशु के लिए मुख्य रूप से क्रोसिन ड्रॉप का इस्तेमाल, बच्चे में बखार और फ्लू जैसे लक्षण होने पर किया जाता है। शिशु में क्रोसिन ड्रॉप का उपयोग इन स्थितियों में किया जाता है, जिनमें शामिल हैं:
- बुखार
- बच्चों के दांत निकलने के दौरान
- कान के दर्द में
- सिरदर्द
- सर्दी और फ्लू के लक्षण नजर आने पर
अन्य उपयोग (Other Uses)
- मांसपेशियों में दर्द
- दांत दर्द
- डेंगू बुखार
- मलेरिया
- चिकनगुनिया
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शिशु में क्रोसिन बेबी ड्रॉप के साइड इफेक्ट्स (Crocin Baby Drop side effects)
सभी का शरीर अलग-अलग होता है। इसलिए सभी में दवा के रिजल्ट भी अलग-अलग होते हैं। कुछ बच्चाें में क्रोसिन बेबी ड्रॉप के कुछ साइड इफेक्ट्स भी नजर आ सकते हैं। कई बार बच्चों में इसके साइड इफेक्ट का कारण दवा का गलत ढंग से स्टोरेज भी होता है।
- पेट की परेशानी (Stomach Problem)
- उल्टी (Vomiting)
- थकान (Fatigue)
- त्वचा में लाल चकत्ते (Skin rash)
- यूरिन में ब्लड (Blood in urine)
- लूज मोशन (Loose Motion)
- डार्क कलर का स्टूल (Dark Stool)
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जानिए कब बच्चों में क्रोसिन बेबी ड्रॉप का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए ?(Crocin Baby Drop should not be used)
बच्चों में कुछ ऐसी हेल्थ कंडिशन भी हो सकती है, जब कुछ मेडिसन का इस्तेमाल उनकी हालत को और भी बिगाड़ सकती है। ऐसी स्थिति का पेरेंट्स को विशेषतौर पर ध्यान रखना चाहिए। शिशु के लिए क्रोसिन ड्रॉप का इस्तेमाल कुछ स्थितियों में नहीं किया जाना चाहिए, जिनमें शामिल हैं:
एलर्जी (Allergy)
क्रोसिन 150 एमजी ड्रॉप्स (Crocin 150 MG Drops) से कुछ बच्चों को एलर्जी हो सकती है। हालांकि, अगर बच्चे को त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली/सूजन (विशेषकर चेहरे/जीभ/गले में), गंभीर चक्कर आना, सांस लेने में कठिनाई जैसे गंभीर एलर्जी के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तत्काल डॉक्टर से बात करें। एलर्जी में बच्चें में इस दवा का उपयोग करने से बचें।
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लिवर की समस्या होने पर (Liver Problem)
लिवर की बीमारी वाले बच्चों को क्रोसिन 150 एमजी ड्रॉप्स (Crocin 150 MG Drops) का उपयोग करते समय विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। यह दवा लिवर में अपने सक्रिय रूप में परिवर्तित हो जाती है। इसलिए, इस दवा की बड़ी मात्रा बच्चे की लिवर को नुकसान पहुंचा सकती है। यह लिवर के खराब होने के जोखिम को और बढ़ा सकती है।
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पेरेंट्स इन बातों का भी रखें ध्यान (Tips for Parents)
पेरेंट्स अक्सर बच्चों की दवाई की डोज को लेकर गलती कर देते हैं, जो कि बच्चे के हेल्थ के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है। तो पेरेंट्स को कुछ खास बातों का ध्यान विशेषतौर पर रखना चाहिए, जिनमें शामिल हैं:
- इस दवा की खुराक डॉक्टर, बच्चे की उम्र के अुनसार तय करेंगे।
- पेरेंट्स, बच्चे को डॉक्टर द्वारा निर्धारित की गई खुराक ही दें। बुखार तेज होने पर अपने मन से दवा की खुराक न बढ़ाए। दवा की डोज़ बच्चे की उम्र के अलावा, उनकी चिकित्सा स्थिति और उपचार की प्रतिक्रिया पर आधारित होती है।
- इस दवा के इस्तेमाल से बच्चे को कब्ज की समस्या, लूज मोशन, तनाव या स्किन रैशेज जैसी समस्या हो सकती है। ऐसा होने पर डॉक्टर से को बताएं।
- दवा की खुराक को न तो ज्यादा मात्रा में लें और न ही अधिक बार लें। इसके अलावा, डॉक्टर की स्वीकृति के बिना अचानक इस दवा का उपयोग बंद न करें। अचानक दवा बंद कर देने से स्थिति बदतर हो सकती है।
अन्य टिप्स
- चूंकि यह दवा आमतौर पर बच्चों को दी जाती है, इसलिए गर्भावस्था के दौरान इसे अपने मन से न लें। यह दवा आमतौर पर प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को इस्तेमाल करने की सलाह नहीं जाती है। प्रेग्नेंसी में इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
- दवा की डोज मिस होने पर अधिक मात्रा का उपोग न करें।
- क्रोसिन 150 एमजी ड्रॉप्स (Crocin 150 MG Drops) के अत्यधिक पैरासिटामोल होता है, जिसके परिणामस्वरूप लिवर को नुकसान पहुंचता है।
- कुपोषण के शिकार बच्चे को न दें।
- क्रॉनिक डिजीज वाले रोगी बच्चे के लिए यह नहीं है।
- हेपेटाइटिस के शिकार बच्चे को न दें।
- बिना डॉक्टर की सलाह के किसी दूसरे रोगी को इसकी खुराक न दें
- पैकेजिंग पर एक्सपायरी की जांच करें
- दवा के पैकेज पर लिखे लीफलेट को पढ़ें
- अगर आपकी स्थिती मैं कोई सुधार नहीं होता हैं या आपकी हालत और खराब हो रही हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें।
- कोई विटामिन, हर्बल सप्लीमेंट आदि लें रहे हैं तो इसकी जानकारी अपने डॉक्टर को दें।
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इन दवाओं के साथ इसे न दें:
क्रोसिन बेबी ड्रॉप का कुछ दवाओं के साथ सेवन बच्चे की जान पर भारी पड़ सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ दवाएं, दूसरी दवाओं के साथ लेने पर अपने प्रभाव को बदल देती हैं। जिसकी वजह से उसके रिएक्शन नजर आने लगते हैं। इसलिए क्रोसिन बेबी ड्रॉप काे इन दवाओं के साथ लेने से बचें, जिनमें शामिल हैं:
- कार्बमेजपाइन (Carbamazepine)
- फिनाइटोइन (Phenytoin)
- सोडियम नाइट्राइट (Sodium nitrite)
- प्रिलोकाइन (Prilocaine)
- वारफरिन (warfarin)
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ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी दवा, सॉल्यूशन या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। बाजार में यह दवा अलग-अलग ब्रैंड में मौजूद हो सकती है। जब भी इस दवा को खरीदें सबसे पहले उसके लेबल पर लिखे जरूरी निर्देशों को अच्छे से पढ़ें। अगर किसी बात को लेकर कोई संशय है] तो फिर अपने फार्मासिस्ट से इसके बारे में पूछें। यह दवा शिशु को अपने मन से न दें और अधिक जानकारी के लिए अपने डाॅक्टर से संपर्क करें।
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