इन सभी मेडिसिन्स को आप डॉक्टर की सलाह अनुसार ले सकते हैं।
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लाइफस्टाइल में बदलाव (Lifestyle changes)
लाइफस्टाइल में बदलाव लाकर आप डिस्फेजिया और गर्ड की समस्या में आराम पा सकते हैं। आपको कुछ बातों पर ध्यान देने की बेहद जरूरत है जैसे कि एल्कोहॉलिक बेवरेज या निकोटिन युक्त खाद्य पदार्थों से आपको दूरी बनानी होगी। स्मोकिंग और एल्कोहॉल आपके इसोफेगस में इरिटेशन पैदा कर सकते हैं और हार्टबर्न का कारण बनते हैं। ऐसी स्थिति में आप डॉक्टर की सलाह से मेडिसिन लेकर और एल्कोहॉल और स्मोकिंग से दूर रहकर डिस्फेजिया और गर्ड (Dysphagia and GERD) की समस्या में आराम पा सकते हैं।
इसके बाद आती है खाने की बारी। जैसा कि सभी जानते हैं हम आम तौर पर दिन में 3 बड़े मील्स लेते हैं। लेकिन इसके बजाय यदि आप थोड़े थोड़े समय में छोटे मील्स लेकर खाएं, तो आपको डिस्फेजिया की तकलीफ से आराम मिल सकता है।
यदि आपको कठोर खाद्य पदार्थों को निगलने में तकलीफ होती है, तो आप लिक्विड डायट या नर्म खाद्य पदार्थों को भी खा सकते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थ, जो चिपचिपे होते हैं, आपको उन से दूसरी बनानी चाहिए, क्योंकि इसे निगलने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही साथ आपको खाने में भरपूर न्यूट्रिएंट्स लेने चाहिए। डिस्फेजिया और गर्ड की समस्या में आपको अपनी न्यूट्रिश्नल नीड पर ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है, इसलिए आपको डॉक्टर की सलाह के बाद खाने में जरूरी न्यूट्रिएंट्स लेने की जरूरत पड़ सकती है।
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अब आप ने जाना कि किस तरह डिस्फेजिया और गर्ड (Dysphagia and GERD) की समस्या आपको लंबे समय तक तकलीफ दे सकती है, इसलिए डिस्फेजिया और गर्ड का सही इलाज करना बेहद जरूरी है। डिस्फेजिया एक डरा देने वाला अनुभव हो सकता है, ऐसी स्थिति में गर्ड के लक्षणों का इलाज करके हम डिस्फेजिया में आराम पा सकते हैं।