के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Pooja Bhardwaj
अगर आप लंबे समय से एसिडिटी व बदहजमी का शिकार हैं और दवाईयों से आपको राहत नहीं मिलती तो सावधान हो जाएं, क्योंकि ये हाइटल हर्निया (Hiatal Hernia) हो सकता है। ऐसे में तत्काल डॉक्टर्स से मिलकर जांच कराई जानी चाहिए। हाइटल या हाइटस हर्निया (Hiatal Hernia) तब होता है जब हमारे पेट का कुछ हिस्सा फैल कर सीने के नीचे चले जाता है। यहां एक छोटा से छेद (आमाशय के ऊपर मौजूद छिद्र) होता है, जिसके जरिए हमारी फूड पाइप पेट तक जाने से पहले गुजरती है लेकिन इस हर्निया के होने से पेट का हिस्सा इसी छेद से ऊपर की ओर आ जाता है। ऐसा होने पर खाना पेट से वापस फूड पाइप में चढ़ने लगता है व्यक्ति को सीने में भयानक जलन और एसिडिटी (Acidity) का अहसास होता है। इसी वजह से सीने की जलन या एसिडिटी को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
हाइटल हर्निया (Hiatal Hernia) दो तरह का होता है। स्लाइडिंग और पैराइसोफेगल। आमतौर पर इसोफेगस (फूड पाइप) हिएटस (hiatus) से होते हुए पेट से जुड़ा होता है। स्लाइडिंग हाइटल हर्निया में पेट और इसोफेगस का नीचला हिस्सा डायाफ्राम के माध्यम से छाती में स्लाइड करता है।
पैराइसोफेगल हर्निया ज्यादा खतरनाक होता है। इसमें इसोफेगस और पेट वहीं होते हैं जहां होने चाहिए लेकिन पेट का हिस्सा हिएटस (hiatus) के माध्यम से इसोफेगस पर दबाव करता है। इससे रक्त की आपूर्ति हो सकती है। डॉक्टर इसे स्ट्रेंगुलेटेड हर्निया (strangulated hernia) कह सकते हैं।
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आमतौर पर हाइटल हर्निया के कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं, लेकिन जब ये बढ़ जाता है तो निम्न लक्षण दिखाई दे सकते हैं-
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हमारे कमजाेर मसल्स को इस तरह के हर्निया के लिए जिम्मेदार माना जाता है। हालांकि, ऐसा क्यों होता है ये साफ नहीं है फिर भी मेडिकल साइंस में इसके पीछे इन वजहों को माना जाता है-
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हाइटल हर्निया 50 साल से ज्यादा की उम्र वाले लोगों को और मोटापे से ग्रस्त लोगों को हो सकती है। हालांकि ऐसा नहीं है कि हाइटल हर्निया का इलाज संभव नहीं है। अगर हाइटल हर्निया के लक्षण नजर आएं या कोई भी शारीरिक परेशानी इससे जुड़ी महसूस हो, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें। सही समय पर डॉक्टर से चेकअप करवाकर और समय-समय पर दवाओं के सेवन से हाइटल हर्निया से निजात मिल सकता है।
सीने में जलन या अत्यधिक एसिडिटी की शिकायत के बाद डॉक्टर्स इसके होने का कारण पता कर सकते हैं, जिसमें हाइटल हर्निया का पता चल सकता है।
डॉक्टर्स एक्स-रे के जरिए हाइटल हर्निया (Hiatal Hernia) का पता लगा सकते हैं। इसमें सबसे पहले एक लिक्विड पिलाया जाता है, जिससे ये पाचन तंत्र में पहुंचकर कोटिंग करता है। इस कोटिंग को देखकर डॉक्टर्स फूड पाइप और पेट में गड़बड़ी का पता लगा लेते हैं।
डॉक्टर्स फूड पाइप के जरिए एक ट्यूब पेट में उतारते हैं, जिसमें कैमरा और लाइट लगा होता है। इससे भी फूड पाइप और पेट में किसी समस्या को देखा जा सकता है। और हाइटल हर्निया की स्थितियों की भी जानकारी मिल सकती है।
इस टेस्ट में मसल्स के कॉन्ट्रेक्शन को ध्वनि तरंगों की मदद से मापा जाता है। जैसे ही आप किसी चीज को निगलते हैं तो पता लग जाता है कि आपके मसल्स कितना दबाव बना रहे हैं। दबाव में किसी तरह का बदलाव हाइटल हर्निया की ओर इशारा करता है।
नोट- यह जानकारी किसी भी स्वास्थ्य परामर्श का विकल्प नहीं हैं। हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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यूं तो शुरुआती अवस्था में हाइटल हर्निया के कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं, लेकिन सीने में अत्यधिक जलन होने पर इसकी जांच और उपचार बेहद जरूरी हो जाता है। निम्नलिखित तरीकों से हाइटल हर्निया का इलाज संभव है
अगर आपको सीने में जलन की शिकायत है तो डॉक्टर आपको कई तरह की दवाईयां दे सकता है। जैसे पेट में एसिड की मात्रा कम करने के लिए एंट एसिड और फूड पाइप को पहुंचे नुकसान को भरपाई के लिए भी दवाईयां दी जाती हैं।
हाइटल हर्निया के कुछ मामलों में सर्जरी आवश्यक हो जाती है। डॉक्टर्स अगर पाते हैं कि प्रभावित व्यक्ति पर दवाईयों का कोई असर नहीं हो रहा है, या फूड पाइप सिकुड़ना शुरु हो जाए तो ऐसी खतरनाक स्थिति में सर्जरी के जरिए हर्निया को ठीक किया जाता है। इस सर्जरी में पेट को वापस अपनी जगह पर सेट किया जाता है। सर्जन इसके लिए पेट के ऊपर मौजूद छिद्र को छोटा कर सकते हैं।
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आप अपने दैनिक जीवन में निम्न बदलाव कर इस तरह के हर्निया से बच सकते हैं
निष्कर्ष- आमतौर पर लोग एसिडिटी और सीने में जलन को अपच या खाने से जुड़ी समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन ऐसा करने से वे बड़े खतरे में पड़ सकते हैं। बार-बार एसिडिटी की समस्या हो, तो एक बार हाइटल हर्निया के लिए जांच जरूर कराएं। हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में हाइटल हर्निया से जुड़ी हर जरूरी जानकारी दी गई है। यदि आप इससे जुड़ी अन्य कोई जानकारी पाना चाहते हैं तो आप अपना सवाल कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं। आपको हमारा यह लेख कैसा लगा यह भी आप हमें कमेंट कर बता सकते हैं।
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