अक्सर लोग एक दूसरे से टू मच ऑफ वर्क प्रेशर या निजी जिंदगियों में प्रेशर की बात डिस्कस करते हैं और इस बदलते वक्त में हर कोई किसी ना किसी प्रेशर में है जैसे काम जल्द पूरा करना, वजन कम करना या कोई अन्य कारण। अब जरा सोचिए की स्टमक प्रेशर (Stomach pressure) यानी पेट में भारीपन (Pressure in Stomach) की समस्या का डायजेस्टिव सिस्टम के साथ-साथ पूरे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता होगा? आज इस आर्टिकल में पेट में भारीपन के कारण और इससे जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातों को भी समझने की कोशिश करेंगे।
और पढ़ें : Rapunzel Syndrome: रेपन्जेल सिन्ड्रोम क्या है और क्यों है सर्जरी ही इसका एकमात्र इलाज?
पेट में भारीपन के कारण क्या हैं? (Cause of Stomach pressure)
पेट में भारीपन यानी स्टमक प्रेशर के कारण कई हो सकते हैं। कुछ कारण गंभीर होते हैं, तो कुछ सामान्य। हालांकि अगर परेशानी लगातार हो रही है तो यह किसी बीमारी की ओर भी इशारा कर सकती है। इसलिए शारीरिक तकलीफों को हल्के में ना लें। यहां हम आपके साथ डायजेस्टिव सिस्टम (Digestive system) से जुड़ी परेशानियों को शेयर करने जा रहें हैं जो पेट में दबाव या भारीपन के कारण हो सकते हैं। जैसे:
पेट में भारीपन के कारण 1: इनडायजेशन (Indigestion)-
इनडायजेशन यानी अपच की समस्या पेट में मौजूद एसिड के इम्बैलेंस होने की वजह से होती है। इनडायजेशन की समस्या होने पर पेट में भारीपन यानी पेट में प्रेशर महसूस होने के साथ-साथ कई अन्य लक्षण भी महसूस किये जा सकते हैं। जैसे बार-बार डकार (Belching) आना, सीने में जलन (Heartburn) महसूस होना, पेट भरा-भरा (Feeling of fullness in the stomach) महसूस होना। पेट में भारीपन के साथ-साथ ऐसे लक्षण महसूस होने पर एसिडिक फूड (Acidic food) का सेवन नहीं करना चाहिए।
और पढ़ें : Movement In Lower Abdomen: लोअर एब्डॉमेन में मूवमेंट के कारण क्या हो सकते हैं?
पेट में भारीपन के कारण 2: कब्ज (Constipation)-
स्टमक प्रेशर की समस्या कॉन्स्टिपेशन के कारण भी हो सकती है। कॉन्स्टिपेशन की समस्या भी कई कारणों से होती है। जैसे डिहाइड्रेशन (Dehydration), फाइबर की कमी (Lack of fiber), इंजुरी (Injury), फिजिकल एक्टिविटी नहीं करना (Lack of physical activity) तनाव (Stress) में रहना। कब्ज की समस्या होने पर इसके लक्षण को समझें। जैसे: स्टूल पास करने में कठिनाई होना या सप्ताह में तीन बार कम स्टूल होना।
पेट में भारीपन के कारण 3: ज्यादा खाना (Overeating)
ज्यादा खाने की वजहसे भी पेट में भारीपन (Pressure in Stomach) महसूस होने लगता है। हालांकि यह परेशानी अपने आप कुछ घंटों में ठीक हो जाती है, लेकिन ओवर ईटिंग नहीं करना चाहिए। इसलिए जितनी भूख हो उतना ही खाना खाना चाहिए।
पेट में भारीपन के कारण 4: प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (Premenstrual syndrome)
मेंस्ट्रुअल साइकल (Menstrual cycles) के पहले भी पेट में भारीपन महसूस होना सामान्य है। हालांकि कुछ महिलाओं स्टमक प्रेशर के साथ-साथ क्रैम्प (Cramp) और टाइट पेट (Tight stomach) की भी समस्या महसूस होती है। अगर तकलीफ ज्यादा होती है, तो ऐसी स्थिति में गायनोकोलॉजिस्ट के साथ इन परेशानियों को शेयर करें और उनके द्वारा दी गई सलाह को ठीक तरह से फॉलो करें।
और पढ़ें : Gut Bacteria: स्टडी के अनुसार गट बैक्टीरिया के लिए एक्सरसाइज है लाभकारी!
पेट में भारीपन के कारण 5: प्रेग्नेंसी (Pregnancy)-
गर्भ में पल रहे शिशु के विकास होने के कारण पेट पर प्रेशर बढ़ने लगता है। ऐसी स्थिति भी सामान्य होती है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान स्लीपिंग पोजीशन (Sleeping position) पर ध्यान देना जरूरी है, जिससे पेट पर दबाव भी ना पड़े और गर्भवती महिला आराम से रिलैक्स कर सकें।
ये तो हुई स्टमक प्रेशर (Stomach pressure) के सामान्य कारण जो अपने आप ठीक हो सकते हैं, लेकिन स्टमक प्रेशर की समस्या ज्यादा दिनों से लगातार बनी आ रही है तो ऐसी स्थिति कुछ अन्य हेल्थ कंडिशन (Health Condition) की ओर इशारा करती हैं।
और पढ़ें : पेट दर्द और चक्कर आना (Abdominal Pain And Dizziness): जानिए इसके कारण और इलाज!
क्या अन्य परेशानी भी स्टमक प्रेशर के कारण बन सकते हैं? (Serious condition that may cause stomach pressure)
स्टमक प्रेशर के कारण इस प्रकार हैं, जिसे अगर इग्नोर किया जाए तो परेशानी और ज्यादा बढ़ सकती है। जैसे:
पेट में भारीपन के कारण 1: इंफ्लमेटरी बाउल डिजीज (Inflammatory bowel disease)
पेट में क्रैम्प, दर्द, स्टूल में ब्लड आना, थका हुआ महसूस होना, बुखार आना या शरीर का वजन कम होना इंफ्लमेटरी बाउल डिजीज की ओर इशारा करते हैं। इंफ्लमेटरी बाउल डिजीज के कारण भी पेट में प्रेशर महसूस होता है।
और पढ़ें : पेट दर्द और चक्कर आना (Abdominal Pain And Dizziness): जानिए इसके कारण और इलाज!
स्टमक प्रेशर के कारण 2: पैंक्रियाटायटिस (Pancreatitis)
पैंक्रियाटायटिस की समस्या एक्यूट या क्रोनिक दोनों हो सकती है। ऐसा पैंक्रियाज में सूजन आने की वजह से होता है। कभी-कभी पैंक्रियाज से कुछ एंजाइम भी रिलीज हो सकते हैं जो दूसरे ऑर्गन को धीरे-धीरे डैमेज कर सकते हैं। पैंक्रियाटायटिस की समस्या होने पर एब्डॉमिनल या स्टमक पेन (Abdomen or stomach pain), डायरिया (Diarrhea), बुखार (Fever), ठण्ड लगना (Chills), जी मिचलाना (Nausea) एवं पेट में प्रेशर भी महसूस किया जा सकता है। इसलिए पैंक्रियाटायटिस की समस्या होने पर इस बीमारी को इग्नोर नहीं करना चाहिए और डॉक्टर से लगातार कंसल्टेशन में रहना चाहिए।
स्टमक प्रेशर के कारण 3: हर्निया (Hernias)
हर्निया की समस्या होने पर पेट में तेज दर्द एवं चलने में परेशानी महसूस होती है। सिर्फ इतना ही नहीं हर्निया की वजह से हंसने या खांसने के वक्त भी दर्द महसूस किया जा सकता है। ये तकलीफ पेट में दबाव की स्थिति भी पैदा कर सकती है।
स्टमक प्रेशर के कारण 4: फूड पॉइजनिंग (Food poisoning)
फूड पॉइजनिंग समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए। फूड पॉइजनिंग की समस्या होने पर डायरिया (Diarrhea), उल्टी (Vomiting), क्रैम्प (Cramps) एवं पेट दर्द (Stomach pain) की समस्या शुरू हो जाती है। ये समस्या मरीज की तकलीफ को बढ़ा सकती है। इसलिए फूड पॉइजनिंग (Food poisoning) की समस्या से बचना चाहिए और अगर ऐसी स्थिति होती है, तो डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
ये हैं पेट में भारीपन के अलग-अलग कारण। इन कारणों को नजरअंदाज ना करें, क्योंकि इन तकलीफों को मेडिकल ट्रीटमेंट (Medical treatment) से आसानी से दूर करने में मदद मिल सकती है।
और पढ़ें : Digestive Health Issues : जानिए क्या है पाचन संबंधी विकार और इससे जुड़ी खास बातें
डायजेस्टिव सिस्टम को हेल्दी बनाने के लिए हेल्दी फूड हेबिट्स बनाने के साथ-साथ हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करना जरूरी है। अनहेल्दी हेबिट्स को फॉलो ना करें और हेल्दी रहें।
पेट में भारीपन (Pressure in Stomach) या स्टमक प्रेशर (Stomach pressure) से जुड़ी हुई परेशानी एवं कई अन्य परेशानियों के इलाज आसानी से किया जाता है, लेकिन इसके लिए बीमारी के शुरुआती दिनों से ही डॉक्टर से कंसल्ट में रहने पर। अगर आप पेट में भारीपन (Pressure in Stomach) या स्टमक प्रेशर (Stomach pressure) से जुड़े किसी तरह के सवालों का जवाब जानना चाहते हैं, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज पर अपना सवाल पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंगे।
स्वस्थ रहने के लिए अपने डेली रूटीन में योगासन शामिल करें। यहां हम आपके साथ योग महत्वपूर्ण जानकारी शेयर कर रहें हैं, जिसकी मदद से आप अपने दिनचर्या में योग को शामिल कर सकते हैं। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर योगासन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी जानिए।
[embed-health-tool-bmr]