- पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द (Upper abdomen) महसूस होना।
- खाना निगलने (Swallowing) में परेशानी महसूस होना।
- सांस से बदबू (Bad breath) आना।
8. स्टमक अल्सर (Stomach ulcers)
स्टमक अल्सर को पेप्टिक अल्सर भी कहा जाता है। पुरुषों के पेट में क्रैंप्स का एक कारण इसे भी माना गया है। स्टमक अल्सर की समस्या बैक्टीरियल इंफेक्शन या नॉनस्टेरॉइड्स एंटी-इन्फ्लामेट्री ड्रग्स के सेवन के कारण भी होने वाली बीमारी है। इसलिए इसके लक्षण महसूस होने पर जल्द से जल्द ट्रीटमेंट करवाने की जरूरत होती है। क्योंकि इसके लक्षण शुरुआती दिनों में हल्के होते हैं, लेकिन धीरे-धीरे यही तकलीफ गंभीर रूप ले लेती है।
- पेट दर्द होना।
- पेट में जलन महसूस होना।
और पढ़ें : Peptic Ulcer: पेट में अल्सर क्या है? जानिए इसके कारण, लक्षण और उपाय
9. इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (Irritable bowel syndrome)
पुरुषों के पेट में मरोड़ की समस्या इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम के कारण भी हो सकती है। IBS की समस्या घरेलू उपाय से भी ठीक हो सकती है, लेकिन परेशानी अगर ज्यादा दिनों से लगातार बनी हुई है, तो ऐसे में इलाज की जरूरत पड़ती है। इसलिए निम्नलिखित तकलीफ अगर ज्यादा दिनों से हो रही है, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें। जैसे:
- पेट में ऐंठन महसूस होना।
- कब्ज की समस्या होना।
- डायरिया की समस्या होना।
10. फंक्शनल डिस्पेप्सिया (Functional dyspepsia)
अपच की समस्या अगर गंभीर रूप लेने लगे तो फंक्शनल डिस्पेप्सिया (Functional dyspepsia) की समस्या शुरू हो जाती है। इसलिए इसके लक्षणों को ध्यान में रखें और आवश्यकता पड़ने पर डॉक्टर से कंसल्ट करें। जैसे:
- पेट भरा-भरा (Fullness) महसूस होना।
- ब्लोटिंग (Bloating) की समस्या होना।
- बार-बार डकार (Belching) आना।
पुरुषों के पेट में क्रैंप्स के दस गंभीर कारण हो सकते हैं, तो वहीं छे कारण सामान्य भी हो सकते हैं। इसलिए इन गंभीर बीमारियों या सामान्य तकलीफों या उनके लक्षणों को इग्नोर नहीं करना चाहिए। पुरुषों के पेट में ऐंठन की समस्या महसूस होने पर घरेलू उपाय भी किये जा सकते हैं।
पुरुषों के पेट में क्रैंप्स की समस्या को दूर करने के लिए घरेलू उपाय क्या है? (Home remedies for stomach cramps)
पुरुषों के पेट में क्रैंप्स की समस्या को दूर करने के लिए घरेलू उपाय के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें और उन्हें फॉलो करें। जैसे:
- कॉन्स्टिपेशन की समस्या अगर ज्यादा रहती है, तो ऐसी स्थिति में फाइबर रिच फूड का सेवन करने से लाभ मिल सकता है।
- पानी एवं तरल पदार्थों का सेवन करें।
- एक बार में ज्यादा खाना खाने से बचें और मील को छोटे-छोटे हिस्सों में डिवाइड करें।
- ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें जिससे सीने में जलन (Heartburn), अपच (Indigestion) की समस्या या IBS की समस्या हो।
- मेंटल हेल्थ का ध्यान रखें और तनाव एवं एंग्जाइटी से बचें।
इन छोटी-छोटी बातों को अगर ध्यान में रखा जाए तो पेट में ऐंठन की समस्या से बचने में मदद मिल सकती है। हालांकि इन उपायों को करने के बाद भी अगर पेट में क्रैम्प की तकलीफ कम नहीं होने पर डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
और पढ़ें : Herbs and Supplements for Acid Reflux: जानिए एसिड रिफ्लक्स में हर्ब्स और सप्लिमेंट्स के बारे में यहां!
पेट में ऐंठन की समस्या होने पर डॉक्टर से कब कंसल्ट करना है जरूरी? (Consult Doctor if-)
निम्नलिखित स्थितियों में डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है। जैसे:
- अचानक पेट में तेज दर्द (Stomach pain) होना।
- मल का रंग गहरा होना या मल से खून आना।
- यूरिन से ब्लड आना।
- उल्टी से खून आना।
- सांस लेने में तकलीफ होना।
- बुखार (Fever) आना।
- बिना कारण वजन कम होना।
- जबड़े, गले या हाथों में दर्द होना।
इन स्थितियों में डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
पुरुषों के पेट में क्रैंप्स का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for stomach cramps in men)
पुरुषों के पेट में क्रैंप्स की समस्या होने पर ओवर-द-काउंटर (OTC) मिलने वाली दवाओं से या प्रिस्क्राइब्ड मेडिसिन से इलाज किया जाता है। इसलिए सबसे पहले जानते हैं पेट में क्रैंप्स (stomach cramps) की तकलीफ को दूर करने के लिए ओवर-द-काउंटर मिलने वाली दवाओं के नाम।
क्रैंप्स के लिए ओवर-द-काउंटर मेडिसिन (OTC Medicine for stomach cramps)
- सीने में जलन (Heartburn) की समस्या होने पर एंटासिड (Antacids) का सेवन किया जा सकता है।
- मसल स्ट्रेन होने पर एसिटामिनोफेन (Acetaminophen) का सेवन किया जा सकता है।
नोट: अगर आप इन दवाओं को फार्मासिस्ट से खरीद रहें हैं, तो उन्हें अपनी परेशानी बताएं और उनसे दवाओं के सेवन का तरीका जानें।
क्रैंप्स के लिए प्रिस्क्राइब की जाने वाली मेडिसन (Prescribed Medicine for stomach cramps)
- फंक्शनल डिस्पेप्सिया (Functional dyspepsia), स्टमक अल्सर (Stomach ulcers) एवं GERD की समस्या के इलाज के लिए प्रोटोन-पंप इन्हिबिटर्स (PPIs) प्रिस्क्राइब की जा सकती है।
- पेशेंट में अगर सिर्फ पेट में अल्सर या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज की समस्या होती है, तो ऐसे में हिस्टामाइन रेसेप्टर ब्लॉकर्स (Histamine receptor blockers) के सेवन की सलाह दी जाती है।
- बैक्टीरिया की वजह से अगर अल्सर की समस्या हुई है, तो ऐसी स्थिति में पेशेंट को एंटीबायोटिक (Antibiotics) दी जाती है।
- इंफ्लेमेंटरी बॉवेल सिंड्रोम के इलाज के लिए इम्युनोमोड्यूलेटर (Immunomodulators), कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) या बायोलॉजिक्स (Biologics) दी जाती है।
- पेट दर्द, एंग्जाइटी या फंक्शनल डिस्पेप्सिया की स्थिति में एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants) की लो डोज दी जाती है।
इन अलग-अलग दवाओं से पुरुषों के पेट में क्रैम्प की समस्या का इलाज किया जाता है।
नोट: अपनी मर्जी से किसी भी दवा का सेवन ना करें, क्योंकि इससे साइड इफेक्ट्स का खतरा बना रहता है।
पुरुषों के पेट में क्रैंप्स (Stomach Cramps in Men) के कारण ऊपर बताई गई परेशानियां की वजह से हो सकती है। इनमें से ज्यादातर बीमारी डायजेशन से जुड़ी हुई है और कई परेशानियों के लक्षण भी एक ही जैसे हैं। इसलिए यहां ऊपर बताई गई बीमारी या उनके लक्षण महसूस हों, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। पेट से जुड़ी परेशानी कई अन्य गंभीर बीमारियों को दावत देने में सक्षम होते हैं। इसलिए इन्हें इग्नोर का करें और डॉक्टर से सलाह लें।
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