backup og meta

बर्थ कंट्रोल पिल्स से हेयर लॉस का बढ़ सकता है खतरा, जानिए क्या हैं बचाव के उपाय

बर्थ कंट्रोल पिल्स से हेयर लॉस का बढ़ सकता है खतरा, जानिए क्या हैं बचाव के उपाय

हेयर लॉस, आज के समय में महिलाओं की सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है। वैसे तो आजकल खराब लाइफस्टाइल हेयर फॉल का सबसे बड़ा कारण है, लेकिन इसके अलावा अन्य और भी कारण कारण हैं, जो हेयर फाॅल की समस्या कर सकते हैं या बढ़ा सकते हैं। जिसमें एक है, बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन। जी हां, गर्भ निरोधक गोलियों का इस्तेमाल कर रहीं कई महिलाओं में भी बालों के झड़ने की समस्या अधिक देखी जाती है। बर्थ कंट्रोल पिल्स से हेयर लॉस (Hair loss from birth control pills) की समस्या हो सकती है। कई महिलाओं में हेयर लॉस भी हो जाता है। हम आपको बता दें कि हेयर फॉल और हे यर लॉस दोनों में फर्क होता है। तो आइए जानते हैं यहां, बर्थ कंट्रोल पिल्स से हेयर लॉस (Hair loss from birth control pills) के बारे में। लेकिन इससे पहले ये भी जान लेते हैं कि ब्रर्थ कंट्रोल पिल्स है क्या?

और पढ़ें: गर्भनिरोधक दवाइयों से हो सकता है कैंसर, कहीं आप तो नहीं करती भरोसा गर्भनिरोधक से जुड़े मिथ पर

बर्थ कंट्रोल पिल्स (Birth Control Pills) क्या है ?

गर्भनिरोधक गोली, जिसे हम बर्थ कंट्रा्ेल पिल्स कहते हैं। यह उन महिलाओं के लिए होती हैं जो सेफ सेक्स के साथ, प्रेग्नेंसी प्लानिंग नहीं चाहती हैं। प्रोजेस्टरोन और ईस्ट्रोजेन हाॅर्मोन की जगह पर इसमें प्रोजेस्टरोन नामक सिंथेटिक हाॅर्मोन का इस्तेमाल किया जाता है। प्रेग्नेंसी की समसया के अलावा कई बार पीरियड साइकिल को भी ठीक करने के लिए भी डॉक्टर इस दवा की सलाह दे सकते हैं। इसमें मौजूद प्रोजेस्टरोन अंडाशय से एग रिलजीज प्रॉसेस को रोकता है और गर्भाशय तक द्रव को पहुंचने नहीं देता है। इसके अलावा ईस्ट्रोजन व प्रोजेस्टरोन दोनों हाॅर्मोन ओव्यूलेशन को रोकते है और गर्भाशय तक अंडे को पहुंचने नहीं देता है, जिस कारण कंसीव  होने के चांसेज न के बराबर हो जाते हैं। जिससे महिला गर्भधारण नहीं कर पाती है। इसलिए महिलाएं, बिना प्लानिंग के लिए अनचाही प्रेग्नेंसी से बचाव के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती है। कुछ महिलाओं में इसके कई प्रकार के साइडइफेक्ट्स भी देखने को मिल सकते हैं, जिसमें से एक हेयर लॉस भी। बर्थ कंट्रोल पिल्स से हेयर लॉस (Hair loss from birth control pills) को जानने से पहले गर्भनिरोधक गोली के प्रकार के बारे में भी जनें यहां।

और पढ़ें:स्तनपान के दौरान बर्थ कंट्रोल करने का सही तरीका क्या है?

गर्भनिरोधक गोली के प्रकार (Types of birth control pills)

गर्भनिरोधक गोली मुख्य रूप से तीन प्रकार की होती है। जिनमे शामिल हैं, कॉम्बिनेशन पिल्स, इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स और मिनि पिल्स आदि। आइए जानते हैं इनके बारे में:

कॉम्बिनेशन पिल्स (Combination pills)

कॉम्बिनेशन पिल्स (Combination pills) में ईस्ट्रोजन व प्रोजेस्टरोन हाॅर्मोन, सिंथेटिक फॉर्म में होती है। यह गोलियां अलग-अलग कॉम्बिनेशन पैक्ड में उपलब्ध होती हैं, जैसे कि 21 दिनों के पैक में 21 एक्टिव टैबलेट्स, 28 डे पैक में 21 एक्टिव टेबलेट्स व 7 इंएक्टिव टैबलेट्स रहती है। इंएक्टिव टैबलेट्स का उपयोग मासिक धर्म के दौरान ली जाती है। इसे डॉक्टर के समझाएं अनुसान ही लेना चाहिए।

और पढ़ें: एंटी-स्लीपिंग पिल्स : सर्दी-जुकाम की दवा ने आपकी नींद तो नहीं उड़ा दी?

इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स (Emergency contraceptive pills)

इमरजेंसी पिल्स केवल महीने में एक ही बार ली जा सकती है, वो भी बहुत इमरजेंसी होने पर। इस प्रकार के पिल्स का उपयोग गर्भधारण रोकने के लिए किया जाता है। इसमें प्रोजेस्ट्रॉन की बहुत हाय मात्रा पायी जाती है, जो गर्भधारण को रोकने में मदद करती है। इन गलियों का सेवन असुरक्षित यौन संबंध के बाद 72 घंटो के भीतर ली जाता है। इसके दुश्प्रभावों से बचने के लिए इसका उपयोग हमेशा डॉक्टर के सलाह पर ही करना चाहिए।

और पढ़ें: नींद की दिक्कत के लिए ले रहे हैं स्लीपिंग पिल्स तो जरूर पढ़ें 10 सेफ्टी टिप्स 

मिनि पिल्स (Mini Pills)

मिनि पिल्स को प्रोजेस्टिन-ऑनली पिल्स के नाम से भी जाना जाता है। इन पिल्स के सेवन की सलाह डॉक्टर पीरियड्स के आखिरी हफ्ते के दौरान करने के लिए देते हैं। यदि आप रोजाना इन गोलियों का उपयोग करते हैं, तो इससे कभी-कभी आपको स्पॉटिंग भी हो सकती है ।

और पढ़ें: Second pregnancy story: प्लांड और अनप्लांड दोनों ही है नवजोत की दूसरी प्रेग्नेंसी!

बर्थ कंट्रोल में गर्भनिरोधक गोली कैसे काम करती हैं ? (Contraceptive pill work in birth control)

महिला के शरीर में उत्पन्न हॉर्मोन के वजह से ओवरी से एग रिलीज होते हैं और ऐसे में यौन संबंध बनाने से एग व स्पर्म के मिलने से फर्टिलाइज होता है। यह फर्टिलाइज एग महिला के गर्भ में ठहर कर प्रेग्नेंसी कंसीव हो जाती है। गर्भ को रोकने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती है। इन गोलियों से मौजूद एस्ट्रोजन व प्रोजेस्टिन हॉर्मोन गर्भधारण को रोकता है। सामान्यतौर पर कहा जाये तो महिला के ओवुलेशन को रोक देता है। इसके अलावा स्पर्म को गर्भ तक पहुंचने नहीं देता है।

और पढ़ें: Gestational diabetes: जानिए प्रेग्नेंसी में हाय शुगर के कारण, लक्षण और इलाज

गर्भनिरोधक गोलियां कैसे काम करती हैं

जैसा कि यह हम सभी जानते हैं कि गर्भ निरोधक गोलियां कुछ अलग तरीकों से गर्भधारण को रोकती हैं। अधिकांश गोलियों में महिला हाॅर्मोन ईस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन पायी जाती है। आमतौर पर, एस्ट्रोजन में वृद्धि के कारण एक परिपक्व अंडा एक महिला के मासिक धर्म के दौरान अंडाशय रिलीज कर देता है। इसे ओव्यूलेशन कहा जाता है। ऑव्यूलेशन का प्रेग्नेंसी में बहुत अदम रोल होता है। गर्भनिरोधक गोलियाें ईस्ट्रोजन के लेवल को हाय होने से रोकती हैं, जो एग रलीज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वे गर्भाशय ग्रीवा के चारों ओर लिक्विड को गाढ़ा करते हैं, जिससे शुक्राणु के लिए अंडे तक पहुंचना कठिन हो जाता है। शरीर में होने वाले इस हॉर्मोनल बदलाव के कारण भी कई महिलाओं में हेयर लॉस की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और उनके द्वारा बताए गए उपायों को अपनाना चाहिए।

और पढ़ें:प्रेग्नेंसी में लो कार्ब डायट बच्चे और मां दोनों के लिए हो सकती है नुकसान दायक, अपनाने से पढ़ लें ये लेख

गर्भनिरोधक गोली के साइड इफेक्ट ? (Side effects of birth control pills)

गर्भनिरोधक गोली का उपयोग चिकिस्तक की सलाह से करना सेफ रहता है। ऐसा इसलिए गर्भनिरोधक गोली का उपयोग कैसे करना है सही तरीका केवल चिकिस्तक ही बता सकते हैं। इसी के लिए महिलाओं को इन बातों का भी ध्यान रखना चाहिए कि इन गर्भनिरोधक गोलीयो के उपयोग से कुछ दुष्परिणाम यानि नुकसान भी हो सकते हैं, जिनके सामान्य साइड इफेक्ट्स में शामिल हैं:

अन्य साइड इफेक्ट्स में शामिल है:

  • स्तनों के शेप में बदलाव महसूस होना
  • ब्रेस्ट पेन होना
  • व्हाइट डिस्चार्ज होना
  • चेहरे व हाथ-पैर में अनचाहे या अत्यधिक बाल होना
  • योनि में सूजन व लालिमा की समस्या
  • कब्ज की समस्या होना
  • पेट में दर्द होना
  • पेट में सूजन की समस्या भी
  • त्वचा पर मुहांसे अधिक होना
  • वजन का तेजी से बढ़ना या घटना
  • भूख में कमी
  • पीरियड प्रॉब्लम होना

और पढ़ें: एंटी-स्लीपिंग पिल्स : सर्दी-जुकाम की दवा ने आपकी नींद तो नहीं उड़ा दी?

बर्थ कंट्रोल पिल्स से हेयर लॉस (Hair loss from birth control pills) की समस्या क्या है?

बर्थ कंट्रोल पिल्स से हेयर लॉस की समस्या हो सकती है। कुछ महिलाओं में केवल हेयर फाॅल होता है, लेकिन कुछ में हेयर लॉस की समस्या भी हो सकती है। महिलाओं में हेयर लॉस की समस्या  का कारण केवल बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन ही नहीं, बल्कि अन्य कई कारण भी सकते हैं, जिनमें शामिल है प्रेग्नेंसी स्टेजस, प्रेग्नेंसी, डिलिवरी के बाद या  मेनोपॉज आदि स्थितियों में होने वाले हॉर्मोनल बदलाव के कारण भी हो सकती है। प्रेग्नेंसी प्लानिंग के अलावा कई पीसीओडी की समस्या में साइकिल को नॉर्मल लाने के लिए महिलाओं को बंर्थ कंट्रोल पिल्स दी जाती है। यह समस्या एक प्रकार की एंडोक्राइन डिसऑर्डर है, जो महिलाओं के हाॅर्मोन को प्रभावित करता है। इस सिंड्रोम के कारण एंड्रोजेन और डिहायड्रोटेस्टास्टेरॉन हाॅर्मोन का स्तर शरीर में  बढ़ जाता है। जो महिलाओं में बाल झड़ने के कारण बन सकता है। इस हॉर्मोन  को दवा के मदद से सही स्तर में लाना बहुत जरूरी होता है तभी बालों का गिरना नियंत्रण में किया जा सकता है।

जैसा कि बर्थ कंट्रोल पिल्स से हेयर लॉस की समस्या हो सकती है, इसलिए यह समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ऐसे कारणों से होने वाले हेयर लॉस में घरेलू उपाय बहुत ज्यादा प्रभावी असर नहीं दिखाते हैं। इसके अलावा, अपने मन से बीच में दवाई को बंद कर देना भी पूर्ण रूप से सही फैसला नहीं होगा। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें और उनके बताए गए उपायों को फॉलो करें।

[embed-health-tool-ovulation]

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

Hair loss and contraceptives/https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/4736624/Accessed on 21/12/2021

Estrogen and Progestin (Oral Contraceptives)/https://medlineplus.gov/druginfo/meds/a601050.html/Accessed on 21/12/2021

Progestin-Only (norethindrone) Oral Contraceptives/https://medlineplus.gov/druginfo/meds/a602008.html/Accessed on 21/12/2021

Birth Control: The Pill/https://my.clevelandclinic.org/health/drugs/3977-birth-control-the-pill/Accessed on 21/12/2021

Contraception – the combined pill/https://www.betterhealth.vic.gov.au/health/healthyliving/contraception-the-pill/Accessed on 21/12/2021

Current Version

21/12/2021

Niharika Jaiswal द्वारा लिखित

और द्वारा फैक्ट चेक्ड Niharika Jaiswal

Updated by: Nidhi Sinha


संबंधित पोस्ट

फाइब्रोमायल्जिया की है शिकायत, तो प्रेग्नेंसी के दौरान ध्यान रखनी चाहिए ये बातें!

Second pregnancy story: प्लांड और अनप्लांड दोनों ही है नवजोत की दूसरी प्रेग्नेंसी!


और द्वारा फैक्ट चेक्ड

Niharika Jaiswal


Niharika Jaiswal द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/12/2021

ad iconadvertisement

Was this article helpful?

ad iconadvertisement
ad iconadvertisement