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कॉर्ड को जलाने की प्रथा: कुछ लोगों को बुरा लग सकता है
ऐसा नहीं है कि इस प्रचलन को सभी जगह अच्छा ही माना जाता है। कॉर्ड बर्निंग को लेकर कुछ लोग बुरा भी मान सकते हैं। अगर कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति के कॉर्ड बर्निंग प्रॉसेस में भाग लेने की इच्छा जताता है तो इसे सही नहीं माना जाता है। ऐसा क्यों होता है इस बारे में कह पाना मुश्किल है।
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कुछ लोगों को नहीं पसंद है कॉर्ड बर्निंग (Cord burning)
कॉर्ड बर्निंग प्रॉसेस जहां एक ओर कुछ लोग परंपरा के तौर पर अपनाते हैं, वहीं कुछ लोग इसकी आलोचना भी करते हैं। आलोचना करने वाले लोगों का कहना है कि ये जबरदस्ती की जाने वाली प्रॉसेस है। पेरेंटिंग एक इमोशन है। अगर आप बच्चे से प्यार और लगाव रखते हैं तो वो इस बात को समझेगा और वैसा ही आपके साथ भी करेगा। कॉर्ड बर्निंग से रिश्तों के मजबूत होने का मतलब समझ नहीं आता है। साथ ही कॉर्ड बर्निंग के दौरान मां और बच्चे को समस्या भी हो सकती है।
डॉक्टर भी कर देते हैं हेल्प
ऐसा नहीं है कि ये प्रक्रिया केवल घर में ही अपनाई जा सकती है। जो महिलाएं हॉस्पिटल में बच्चे को जन्म देती हैं वे भी इसे अपनाती है। ऐसा माना जाता है कि कॉर्ड बर्निंग से इंफेक्शन और ब्लीडिंग की समस्या कम हो जाती है। कॉर्ड बर्निंग (Cord burning) के बाद डॉक्टर की हेल्प भी ली जाती है ताकि किसी भी प्रकार की समस्या न रहे।
कैलीफोर्निया की गेस्टन कॉर्ड बर्निंग के बारे में कहती हैं कि मुझे इस बात की बिल्कुल भी चिंता नहीं थी कि जन्म के बाद बच्चे की नाल को लौ के साथ जला दिया जाएगा। मैं बच्चे को अपने से कसकर चिपकाएं हुए थी। साथ ही उसकी नाल को भी बिस्तर के किनारे कर दिया था ताकि आग की लौ मेरे बच्चे को किसी भी प्रकार की हानि न पहुंचा सके।