इसके अलावा, कुछ कंपनियों का दावा है कि उनके होम फीटल डॉप्लर का इस्तेमाल गर्भावस्था के तीसरी तिमाही में किया जा सकता है। जबकि, सामान्य तौर पर देखा जाए, तो गर्भावस्था के तीसरी तिमाही में गर्भ में पल रहे भूर्ण किक मारना भी शुरू कर देते हैं। मां के पेट के पास काम लगाकर आसानी से बच्चे के दिल की धड़कन भी सुनी जा सकती है। ऐसे में होम फीटल डॉप्लर का इस्तेमाल करना कितना उचित है, इसके बारे में अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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होम फीटल डॉप्लर डिवाइस का इस्तेमाल कैसे करते हैं?
अगर पहली बार इस डिवाइस का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो हमेशा किसी डॉक्टर की देखरेख में ही इसका इस्तेमाल करें। इसके अभी तक कोई सबूत नहीं है कि इस डिवाइस का इस्तेमाल करने से बच्चे को किसी तरह का नुकसान हो सकता है। हालांकि, इस डिवाइस के परिणामों पर भी पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता है।
अगर आप घर पर ही होम फीटल डॉप्लर का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो इन बातों का ध्यान रख सकते हैंः
- सबसे पहले होम फीटल डॉप्लर के पैक पर दिए गए निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।
- डिवाइस का बहुत जल्दी उपयोग न करें। ब्रांड के दावे के अनुसार की अपनी गर्भावस्था के दूसरी तिमाही में इसका इस्तेमाल करें।
- डिवाइस का इस्तेमाल करने से पहले अपने पेट की त्वचा खासकर नाभी के आसपास की त्वचा पर अल्ट्रासाउंड जेल या एलोवेरा जेल का इस्तेमाल करें।
- इसके बाद डिवाइस के एक सिरा अपने पेट की त्वता पर रखें। ध्यान रखें कि अगर 2 मिनट के अंदर आपको किसी भी तरह की आवाज नहीं सुनाई दे रही, तो इससे अधिक समय के लिए इसका इस्तेमाल न करें। एक बार में इस प्रक्रिया को आप सिर्फ एक या दो बार ही कर सकते हैं।
- अगर डिवाइस का इस्तेमाल करते समय बच्चे का हिलना-डुलना महसूस हो रहा है, तो डिवाइस का इस्तेमाल करना तुरंत बंद कर दें।