गर्भावस्था के दौरान इस तरह का संक्रमण बहुत आम है और साथ ही इस पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा गर्भावस्था और डिलिवरी के दौरान कंपकंपाहट उन महिलाओं में भी देखने को मिल सकती है, जो वायरल गेस्ट्रोएंटेरिटिस से जूझ रही हों।
गर्भवास्था या डिलिवरी के दौरान कंपकंपाहट के गर्भवती महिलाओं में निमोनिया, एपेंडिसाइटिस, प्रीक्लेम्पसिया और साल्मोनेलोसिस भी कुछ अन्य कारण हो सकते हैं। एनीमिया से पीड़ित महिलाएं भी डिलिवरी के दौरान कंपकंपाहट महसूस कर सकती हैं।
कभी-कभी, महिलाओं को यह सामान्य सर्दी या बुखार के लक्षण के रूप में भी हो सकता है। कई बार डिलिवरी के दौरान कंपकंपाहट ठंडे परिवेश के कारण भी हो सकती है। साथ ही विशेषज्ञों का मानना है कि अगर गर्भावस्था या डिलिवरी के दौरान कंपकंपाहट दो दिन से अधिक समय तक रहती है, तो ऐसे में महिला रोग विशेषज्ञ को दिखाना जरूरी है।
गर्भावस्था या डिलिवरी के दौरान कंपकंपाहट होने पर बहुत कम मामलों में ही किसी इलाज की आवश्यकता होती है। पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करना गर्भावस्था या डिलिवरी के दौरान कंपकंपाहट से छुटकारा पाने का सही तरीका है। पानी के अलावा जूस और सूप का सेवन भी इस समस्या में मदद कर सकता है। यूरिनरी ट्रैक्ट के कारण होने वाली कंपकपाहट के इलाज के लिए क्रैनबेरी जूस पीने की सलाह दी जाती है
साथ ही यूरिनेरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की समस्या से जूझ रही महिलाओं को कैफीन, कार्बोनेट चॉकलेट और खट्टे फूड आयटम्स के सेवन से बचना चाहिए। ये इंफेक्शन को और भी बढ़ा सकते हैं।
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डिलिवरी के दौरान कंपकपाहट का घरेलू इलाज