लोगों के आज की जीवन शैली, दृष्टिकोण और यौन गतिशीलता में जबरदस्त बदलाव आया है और महिलाएं अक्सर ऐसी स्थितियों का सामना कर रही हैं जिसे वे कई बार हैंड्ल नहीं कर पाती हैं। अनियोजित गर्भावस्था से बचाने के लिए इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए आपातकालीन गोली शुरू की गई थी, जिन्हें “मोर्निंग आफ्टर पिल्स” भी कहा जाता है। देखते ही देखते, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां लोकप्रिय हो गई क्योंकि वे डॉक्टर के पर्चे के बिना ओवर-द-काउंटर उपलब्ध हैं। वे असुरक्षित सहवास के 12 से 72 घंटों के भीतर लेने पर 85 प्रतिशत अनपेक्षित गर्भधारण से बचने में मदद करती हैं। परंतु बड़े पैमाने पर प्रचार के परिणामस्वरूप आजकल महिलाएं महीने में कई बार इसका उपयोग करती हैं।यह वरदान एक अभिशाप में तब्दील होता दिख रहा है क्योंकि आज की पीढ़ी इमजेंसी पिल्स को अनसेफ सेक्स से बचने का एक आसान तरीका मानाने लगी है।