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आई पिल का प्रयोग हर स्थिति में सही नहीं, कब और कैसे लें, जानिए एक्सपर्ट से

Written by डॉ. नेहा गुप्ता · ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी · Fortis Hospital, Noida


अपडेटेड 21/12/2021

    आई पिल का प्रयोग हर स्थिति में सही नहीं, कब और कैसे लें, जानिए एक्सपर्ट से

    लोगों के आज की जीवन शैली, दृष्टिकोण और यौन गतिशीलता में जबरदस्त बदलाव आया है और महिलाएं अक्सर ऐसी स्थितियों का सामना कर रही हैं जिसे वे कई बार हैंड्ल नहीं कर पाती हैं। अनियोजित गर्भावस्था से बचाने के लिए इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए आपातकालीन गोली शुरू की गई थी, जिन्हें “मोर्निंग आफ्टर पिल्स” भी कहा जाता है। देखते ही देखते, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां लोकप्रिय हो गई क्योंकि वे डॉक्टर के पर्चे के बिना ओवर-द-काउंटर उपलब्ध हैं। वे असुरक्षित सहवास के 12 से 72 घंटों के भीतर लेने पर 85 प्रतिशत अनपेक्षित गर्भधारण से बचने में मदद करती हैं। परंतु बड़े पैमाने पर प्रचार के परिणामस्वरूप आजकल महिलाएं महीने में कई बार इसका उपयोग करती हैं।यह वरदान एक अभिशाप में तब्दील होता दिख रहा है क्योंकि आज की पीढ़ी इमजेंसी पिल्स को अनसेफ सेक्स से बचने का एक आसान तरीका मानाने लगी है।

    इमरजेंसी पिल्स और हॉर्मोंस में संबंध (Relationship between emergency pills and hormones)

    अक्सर स्त्रीयों को लगता है की हार्मोनल पिल्स को नियमत तारीके से खाने पर उनका शरीर खराब हो जायेगा और शादीशुदा दंपति भी आई-पिल को बर्थ कंट्रोल पिल्स का विकल्प मनाती हैं। यदि पुरुष पार्टनर को कंडोम का इस्तमाल पसंद नहीं तो वह स्त्री को इमरजेंसी पिल खाने के लिए कहते हैं। पर

    क्‍या आपको भरोसा है कि ये गोली हेल्‍थ पर कोई नेगेटिव असर नहीं डालती? क्‍या आपको जानकारी है कि इस गोली के सेवन के बाद आपके शरीर में क्‍या होता है? आइए, लंबे वक्त तक इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल से होने वाले नुकसान के बारे में जाने। इमरजेंसी गर्भनिरोधक का उपयोग कब करना चाहिए

    ● Contraceptive सुरक्षा के बिना किए गए स्वैच्छिक यौन संबंध के बाद बलात्कार होने पर एक बैकअप विधि के रूप में इसकी लक्षितलाभार्थी हैं।

    ● नियमित गर्भ नियोजन की गोलियां लेने से 3 दिनों से अधिक समय तक चूक जाने पर जब कंडोम फट जाये या फिसाल जाये विवाहित जोड़ों और लिवइन रिलेशनशिप में रहने वालों को गर्भनिरोधक के नियमित तरीके उपयोग करना चाहिए।

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    यह कैसे काम करती है? (How does it work?)

    यह मुख्य रूप से ओव्यूलेशन में देरी करके काम करता है। हाॅर्मोन-आधारित दवाएं जैसे लेवोनोर्जेस्ट्रेल गोलियां अस्थायी रूप से अंडों को निकलने से रोक सकती हैं, फर्टिलाइजेशन को रोक सकती हैं, या एक निषेचित अंडे को गर्भाशय में प्रत्यारोपित होने से रोक सकती हैं।

    असुरक्षित संभोग के 72 घंटों के भीतर सेवन करने के लिए गोली एक टैबलेट या दो गोलियों के रूप में उपलब्ध है। संभोग के 24 घंटों के भीतर प्रभावशीलता अधिकतम है, और इस जल्द से जल्द लेना चाहिए।

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    क्या यह अबॉर्शन पिल है? (Is this the abortion pill)

    नहीं! यह अबॉर्शन पिल नहीं है।(It is not an abortion pill) यह पहले से हो चुकी गर्भावस्था को ख़त्म करने में कारगर नहीं है। गर्भपात के लिए इसका उपयोग ना करें। असफलता के बढ़ने के कुछ कारण इस प्रकार हैं-

    • 75kg से अधिक वजन वाली महिलाओं में इसकी प्रभावशीलता कम होने लगती है और इस वजन से अधिक किसी के लिए भी इसकी अनुशंसा नहीं की जाती है।

    • कुछ दवाएं जैसे मिर्गी की दवा -दिलान्टिन, एंटीबायोटिक्स जैसे रिफैम्पिसिन आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों को सामान्य रूप से काम करने से रोक सकते हैं।

    • अगर आपको इसे लेने के 2 घंटे के भीतर उल्टी हो जाती है। गोली के सेवन से दो घंटे पहले एंटीमेटिक लेना एक अच्छा विचार है।

    • यदि आप दूसरी बार सेक्स करते हैं, तो आपके गर्भवती होने का जोखिम अधिक होता है। सुरक्षित रहें और इसके बजाय अन्य सुरक्षा का उपयोग करें।

    दुष्प्रभाव (Side Effect)

    जैसे ही हार्मोन की उच्च खुराक( high dose) ली जाती है, यह सामान्य मासिक धर्म चक्र को बाधित करता है और महिला को अनियमित रूप से रक्तस्राव हो सकता है(irregular periods) या अगले चक्र में मासिक धर्म में देरी( delayed periods) हो सकती है। गोली कुछ उपयोगकर्ताओं में मतली, उल्टी, थकान, सिरदर्द, स्तन मृदुता, पेट के निचले हिस्से में दर्द या ऐंठन का कारण बन सकती है। पिल के साइड इफेक्ट्स आमतौर पर केवल कुछ दिनों तक चलते हैं।

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    चेतावनी (Warning)

    यदि आपको गोली लेने के तीन से चार सप्ताह के भीतर माहवारी नहीं आती है, तो गर्भावस्था परीक्षण( urine pregnancy test)करें। कभी-कभी महिला गोली के बावजूद गर्भवती हो सकती है, लेकिन रक्तस्राव के कारण इससे अनजान होती है, जिससे उसे सुरक्षा का झूठा एहसास होता है और इसलिए गर्भावस्था के निदान में देरी होती है। गोली लेने के तीन से पांच सप्ताह बाद पेट के निचले हिस्से में गंभीर दर्द होता है, तो डाक्टर से संपर्क करें क्योंकि ये गर्भपात या एक्टोपिक (ectopic pregnancy) गर्भावस्था( फैलोपियन ट्यूब में प्रेगनेंसी) का संकेत हो सकता है। गोली की विफलता के बाद होने वाली गर्भावस्था आमतौर पर सुरक्षित और दोषों से मुक्त होती है। ऐसी स्थिति में गर्भपात किया जा सकता है अथवा प्रेगनेंसी कनटीनयू भी की जा सकती है।

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    रेगुलर कॉन्ट्रासेप्टिव (Regular contraceptive) कब शुरू करें?

    डॉक्टर की सलाह से नियमित गर्भनिरोधक शुरू करने का प्रयास करना चाहिए या उस विधि पर वापस लौटें जो पहले इस्तेमाल की जा रही थी, या किसी अन्य विधि पर स्विच करें जो अधिक उपयुक्त हो, जो भी पसंद हो।

    आपातकालीन खुराक के तुरंत बाद उपयोग किया जा सकता है-

    कंडोम

    ● गर्भनिरोधक गोलियां

    ● कॉपर-t आईयूसीडी (यदि पहले से ही आपातकालीन गर्भनिरोधक के रूप में उपयोग नहीं किया

    गया है)

    ● DMPA इंजेक्शन और प्रत्यारोपण

    ● Permanent नसबंदी

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    लंबे समय तक उपयोग के लिए नियमित गर्भनिरोधक गोलियां अधिक प्रभावी होती हैं। ज्यादातर पिल्स में हॉर्मोन्स की बहुत कम डोज होती है और ये सेफ होती हैं।जैसे, नियमित गर्भनिरोधक गोलियों के उपयोग से गर्भवती होने की संभावना 1 प्रतिशत से कम होती है और हार्मोन आई यू डी के साथ यह 0.1 प्रतिशत है ।कंडोम के विपरीत ये यौन संचारित रोगों से रक्षा नहीं करते हैं।

    इसलिए, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग केवल आपात स्थिति के लिए ही किया जाना चाहिए। अपने विवेक का इस्तेमाल करने से ही महिलाएं सुख का अनुभव कर सकती हैं और स्वास्थ्य भी रह

    सकती हैं।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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