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प्रेग्नेंसी के दौरान कॉम्प्लिकेशन से पूरी तरह से नहीं बचा जा सकता है लेकिन फिर भी कुछ ऐसे रिस्क फैक्टर्स होते हैं, जिन्हें कम किया जा सकता है। अगर आप कंसीव करना चाहती हैं, तो उससे पहले आप डॉक्टर से संपर्क करें और उन्हें फैमिली हेल्थ हिस्ट्री के बारे में भी बताएं। प्रेग्नेंसी के दौरान आपको हेल्दी डाइट लेनी चाहिए। आपको प्रेग्नेंसी के दौरान 300 से 500 कैलोरी प्रतिदिन अधिक चाहिए होती है। साथ ही प्रेग्नेंसी में एक्सरसाइज करने से भी आप फिट रह सकते हैं। आपको बहुत अधिक वेट गेन नहीं करना चाहिए। प्रेग्नेंसी के दौरान बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवा का सेवन ना करें। अगर आपको पहले से दांत संबंधी कोई समस्या है, तो बेहतर होगा कि प्रेग्नेंसी के दौरान चेकअप जरूर कराएं। रोजाना प्रीनेटल विटामिंस जरूर लें। प्रीक्लेम्पसिया (preeclampsia) होने से हाय ब्लड प्रेशर (high blood pressure), कार्डियोवस्कुल डिजीज, किडनी डिजीज आदि का खतरा बढ़ जाता है। आपको इस संबंध में डॉक्टर से अधिक जानकारी लेनी चाहिए।
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स्वस्थय मां ही स्वस्थ बच्चे को जन्म देती है।अगर आप बच्चे को जन्म देने की तैयारी कर रही हैं, तो बेहतर होगा कि अपने स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान दें। अगर आपको किसी प्रकार की समस्या हो, तो आपको डॉक्टर से जांच कराने चाहिए और ट्रीटमेंट भी कराना चाहिए। पूरी तरह से ठीक होने के बाद आप कंसीव कर सकती हैं और हेल्दी बच्चे को जन्म दे सकती हैं। बेहतर होगा कि प्रेग्नेंसी की प्लानिंग अधिक उम्र में ना करें। कुछ बातों का ध्यान रख आप लेट प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले रिस्क से बच सकती हैं। प्रेग्नेंसी संबंधित किसी प्रकार की जानकारी चाहती हैं, तो डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
इस आर्टिकल में हमने आपको लेट प्रेग्नेंसी के वॉर्निंग्स साइन और टिप्स (Late Pregnancy Warning Signs And Tips) के बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।