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जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational diabetes) के लिए एक्सरसाइज कौन सी की जानी चाहिए?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 10/12/2021

    जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational diabetes) के लिए एक्सरसाइज कौन सी की जानी चाहिए?

    जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational diabetes) प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले डायबिटीज को कहते हैं। अन्य डायबिटीज की तरह जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational diabetes) में भी ब्लड में शुगर का लेवल असंतुलित हो जाता है। जेस्टेशनल डायबिटीज प्रेग्नेंसी को प्रभावित करने के साथ ही होने वाले बच्चे की सेहत पर भी बुरा प्रभाव डालती है। प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली डायबिटीज की समस्या किसी भी महिला को हो सकती है। अगर प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखा जाए, तो इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। जेस्टेशनल डायबिटीज के लिए एक्सरसाइज (Exercise for gestational diabetes) को अपनाकर आप बीमारी की गंभीरता को कम कर सकते हैं। जानिए जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational diabetes) में कौन-सी एक्सरसाइज शामिल की जा सकती हैं।

    जेस्टेशनल डायबिटीज के लिए एक्सरसाइज (Exercise for gestational diabetes)

    जेस्टेशनल डायबिटीज के लिए एक्सरसाइज

    प्रेग्नेंसी के दौरान किसी भी तरह की बीमारी होने पर महिला की सेहत के साथ ही होने वाले बच्चे की सेहत को खतरा अधिक बढ़ जाता है। जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational diabetes) भी ऐसी ही एक बीमारी है। अगर इस बीमारी का इलाज कराया जाए, तो होने वाले बच्चे की सेहत पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। समय पर दवाइयों का सेवन करना, खानपान में नियंत्रण और एक्सरसाइज नियमित रूप से करने से बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है। डिलिवरी के बाद महिलाओं को इस बीमारी से छुटकारा मिल सकता है लेकिन जिस महिला को जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational diabetes) की समस्या हो जाती है उसमें भविष्य में टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) का खतरा अधिक बढ़ जाता है। अगर आपको भी प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज की समस्या हुई है, तो आपको सतर्क हो जाने की जरूरत है। जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational diabetes) में एक्सरसाइज बहुत फायदा पहुंचाती हैं। जानिए कौन-सी एक्सरसाइज फायदेमंद साबित हो सकती हैं।

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    लो इम्पैक्ट एक्सरसाइज (Low impact aerobic)

    Low impact aerobic

    प्रेग्नेंसी में एक्सरसाइज सभी महिलाओं के लिए जरूरी होती है। अगर महिला किसी सीरियस कंडीशन से गुजर रही है, तो हो सकता है कि डॉक्टर एक्सरसाइज के लिए मना कर दें, वरना एक्सरसाइज करना फायदेमंद साबित होता है। आप जेस्टेशनल डायबिटीज के लिए एक्सरसाइज (Exercise for gestational diabetes) में लो इम्पैक्ट एक्सरसाज (Low impact aerobic) शामिल कर सकते हैं। ये एक्सरसाइज आपके लिए आसान रहेंगी और साथ ही असर भी दिखाएंगी। आप कुछ एरोबिक एक्सरसाइज (Aerobic exercise) को रोजाना इन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।

  • वॉक (Walk)
  • तैराकी (Swimming)
  • साइकिलिंग (Stationary cycling)
  • एक्वेटिक एक्सरसाइज (Aquatic exercises)
  • आप उपरोक्त दी गई एक्सरसाइज की शुरुआत करने के साथ रही कम प्रभाव वाले एरोबिक्स को भी अपना सकते हैं। अगर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो इस बारे में अपने डॉक्टर को जानकारी जरूर दें।

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    जेस्टेशनल डायबिटीज के लिए एक्सरसाइज: स्ट्रेंथ ट्रेनिंग (Strength training)

    जेस्टेशनल डायबिटीज के लिए एक्सरसाइज (Exercise for gestational diabetes) में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग भी असरदार शामिल होती है। आपको इस दौरान हल्के वेट का इस्तेमाल करना चाहिए और आप 8 से 15 बार रिपिटेशन कर सकती हैं। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के दौरान रेस्ट भी लें। आपको एक्सरसाइज के दौरान सांसों को खींचने और छोड़ने के बाद कुछ रिलेक्स भी करना चाहिए। एक्सरसाइज के दौरान गुड पोस्चर (Good posture) बहुत जरूरी होता है। आप पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (Pelvic floor exercises) करना न भूलें। आप कीगल एक्सरसाइज कर सकते हैं, जिससे पेल्विक फ्लोर (Pelvic floor) मसल्स को रिलेक्स फील होता है। आप चाहे तो इस बारे में एक्सपर्ट से भी अधिक जानकारी ले सकते हैं।

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    फ्लेक्सिबिलिटी एक्सरसाइज (Flexibility exercises)

    जेस्टेशनल डायबिटीज के दौरान आप एक्सरसाइज में योग (Yoga) और पिलाटे को शामिल कर सकते हैं। आप चाहे तो जिम में भी एक्सरसाइज कर सकते हैं। ये व्यायाम मांसपेशियों को फैलाने, लंबा करने और मजबूत करने के साथ-साथ एब्डॉमिनल मसल्स (Abdominal muscles) को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।

    स्ट्रेचिंग स्लो और आरामदायक (Comfortable) होनी चाहिए।

    एक्सरसाइज से कैसे कम होता है ब्लड शुगर लेवल?

    जब आप एक्सरसाइज करते हैं, तो आपकी मसल्स ग्लूकोज का इस्तेमाल ब्लडस्ट्रीम से करती है। ऐसा होने से ब्लड में शुगर का लेवर गिर जाता है। एक्टिविटी के बाद मसल्स इंसुलिन के प्रति अधिक सेंसिटिव हो जाती हैं, इस कारण से ब्लड ग्लूकोज लेवल लंबे समय तक कम रहता है। अगर आप एक्सरसाइज नहीं कर सकते हैं, तो आप रोजाना करीब 30 मिनट की वॉक कर सकते हैं। सिर्फ डायट में कंट्रोल करके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करना पॉसिबल नहीं हो पाता है, इसलिए जेस्टेशनल डायबिटीज के लिए एक्सरसाइज (Exercise for gestational diabetes)बहुत जरूरी हो जाती हैं।

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    जेस्टेशनल डायबिटीज के लिए एक्सरसाइज (Exercise for gestational diabetes) के लिए ध्यान रखें ये बातें!

    • प्रेग्नेंसी के दौरान एहतियात बरतने की भी जरूरत होती है। प्रेग्नेंसी के दौरान रोड सायकलिंग, हॉर्स राइडिंग आदि से दूर रहें। इससे प्रेग्नेंसी के दौरान चोट लगने का अधिक खतरा रहता है।
    • प्रेग्नेंसी के दौरान स्कूबा डाइविंग (scuba diving) से दूर रहना चाहिए।
    • जेस्टेशनल डायबिटीज के लिए एक्सरसाइज के लिए 45 मिनट से अधिक एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए।
    • आपको फ्लैट बैक नहीं लेटना चाहिए।
    •  अगर आप किसी एक्सरसाइज क्लास में जा रही हैं, तो वहां पर आप एक्सपर्ट इस बारे में जानकारी भी ले सकते हैं।
    • प्रेग्नेंसी के कारण गिरने का अधिक खतरा होता है, इसलिए आपको बैलेंस बनाने की अधिक जरूरत है। जो भी एक्सरसाइज करें, उसमें बैलेंस जरूर बनाएं।
    • अगर आपने प्रेग्नेंसी से पहले एक्सरसाइज (Excercise) नहीं करी है, तो प्रेग्नेंसी के बाद आप एक साथ ज्यादा एक्सरसाइज शुरू न करें। अचानक से ज्यादा एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। आप धीमे-धीमे शुरुआत कर सकते हैं और एक्सपर्ट की सलाह के बाद एक्सरसाइज समय बढ़ा भी सकते हैं।
    • घर के काम करके भी आप प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज कर सकती हैं। घर की सफाई से लेकर अन्य काम आप खुद करें। खुद को एक्टिव रखकर प्रेग्नेंसी में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। जेस्टेशनल डायबिटीज के लिए एक्सरसाइज के बारे में डॉक्टर से अधिक जानकारी जरूर लें।

    अगर प्रेग्नेंसी के दौरान जांच में महिला को डायबिटीज की बीमारी की जानकारी मिलती है, तो ऐसे में डॉक्टर ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर इंसुलिन इंजेक्शन (Insulin injection) लगवाने की सलाह देते हैं। अगर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज के कोई भी लक्षण नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डिलिवरी के बाद भी ब्लड शुगर की जांच करानी चाहिए। अगर आपका ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) डिलिवरी के बाद ही नॉर्मल नहीं हुआ है, तो जब तक डॉक्टर ने आपको दवा लेने की सलाह दी है, तब तक उसका सेवन जरूर करें। ऐसा करने से डायबिटीज कंट्रोल में रहेगी और साथ ही आप इस बीमारी से छुटकारा भी पा सकते हैं। इस बारे में आप अधिक जानकारी डॉक्टर से प्राप्त कर सकते हैं।

    इस आर्टिकल में हमने आपको जेस्टेशनल डायबिटीज के लिए एक्सरसाइज (Exercise for gestational diabetes) के बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।

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