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डायबिटीज में एलोवेरा के उपयोग से कंट्रोल हो सकता है ब्लड शुगर लेवल, लेकिन एक बात का रखना होगा ध्यान

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 10/12/2021

    डायबिटीज में एलोवेरा के उपयोग से कंट्रोल हो सकता है ब्लड शुगर लेवल, लेकिन एक बात का रखना होगा ध्यान

    आपने अब तक एलोवेरा (Aloe vera) के कई फायदे सुने होंगे जैसे कि यह स्किन के लिए अच्छा, यह बालों में चमक बढ़ाता है, डायजेशन को अच्छा रखता है आदि, लेकिन शायद आप ना जानते हों कि एलोवेरा डायबिटीज में भी उपयोगी है। डायबिटीज में एलोवेरा का उपयोग ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद कर सकता है। एलोवेरा का उपयोग जेल, जूस और दवाओं के रूप में किया जाता है। इसमें विटामिन्स। (Vitamins), मिनरल्स (Minerals), एंजाइम्स (Enzymes) और पॉलिसैकेराइड्स (Polysaccharides) पाया जाता है। साथ ही इसमें एंटीं इंफ्लामेटरी होते हैं। इसलिए यह बेहद गुणकारी माना जाता है। कई दशकों से इसका उपयोग कई प्रकार की दवाओं, स्किन प्रोडक्ट्स, माउथवॉश आदि में होता आ रहा है, लेकिन आज के समय में इसकी लोकप्रियता काफी बढ़ चुकी हैं।

    इस लेख में हम डायबिटीज में एलोवेरा (Aloe vera in diabetes) के फायदे क्या हैं? इसका उपयोग करते वक्त क्या सावधानियां रखनी चाहिए, इसका डोज कितना होना चाहिए जैसी जानकारियां देने जा रहे हैं।

    डायबिटीज में एलोवेरा के फायदे (Benefits of aloe vera in diabetes)

    कुछ स्टडीज में इस बात की पुष्टि की गई है कि एलोवेरा का उपयोग ब्लड ग्लूकोज लेवल को कम करने में मदद कर सकता है। जर्नल ऑफ ऑल्टरनेटिव एंड कंप्लिमेंटरी मेडिसिन के (Journal of Alternative and Complementary Medicine) में छपी एक स्टडी के अनुसार एलोवेरा सप्लिमेंट्स फास्टिंग ब्लड शुगर को कम कर सकते हैं। इसी प्रकार की एक स्टडी प्लांटा मेडिका (Planta Medica) में पब्लिश हुई थी जिसमें 30 लोगों पर एलोवेरा का उपयोग किया गया था जिनको टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) था। उन्होंने दो महीने तक 12 घंटे के अंतराल में एलोवेरा जेल के कैप्सूल का उपयोग किया और उनमें प्लेसेबो ग्रुप (Placebo group) की तुलना में फास्टिंग ब्लड शुगल लेवल (Fasting blood sugar level) में कमी आई थी।

    जर्नल ऑफ क्लिनिकल फार्मेसी एंड थेराप्यूटिक्स के अनुसार एलोवेरा सप्लिमेंट्स, खाने के बाद गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (Gastrointestinal tract) में शुगर के एब्जॉप्शन को कम कर सकते हैं, शुगर के ब्रेकडाउन को स्टिम्युलेट करते हैं और शुगर प्रोडक्शन (Sugar Production) को रोकते हैं। इस प्रकार डायबिटीज में एलोवेरा उपयोगी माना गया है।

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    डायबिटीज में एलोवेरा के जानिए अधिक फायदे (Other benefits of aloe vera in diabetes)

    कुछ रिसर्च में इस बात का भी पता चला है कि एलोवेरा का जूस ब्लड ग्लूकोज लेवल (Blood Glucose level) को सुधार करने में मदद करता है। यह ब्लड लिपिड्स (Blood lipids) को कम करने में भी मदद करता है जो कई बार टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) का सामना कर रहे लोगों में ज्यादा पाया जाता है।

    यह सूजन को कम करने के साथ ही घाव को जल्दी भरने के लिए भी जाना जाता है। बता दें कि पैर में चोट और अल्सर डायबिटीज के कॉमन कॉम्प्लिकेशन हैं जो सामान्य व्यक्ति की तुलना में डायबिटिक व्यक्ति में हील होने में ज्यादा समय लेते हैं। एलोवेरा में यह प्रभाव इसमें पाए जाने वाले लेक्टिन्स (Lectins), मन्नास (Mannans) और एंथ्राक्विनोन्स (Anthraquinones) के रहने से होता है।

    जर्नल फिजियोथेरेपी रिसर्च में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन में कहा गया है कि एलोवेरा के पत्तों का गूदा, जेल से रहित, नॉन इंसुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज के इलाज में फायदेमंद हो सकता है।

    डायबिटीज में एलोवेरा (Aloe vera in diabetes)

    डायबिटीज में एलोवेरा का यूज करने से पहले ध्यान रखें ये बातें (Keep these things in mind before using aloe vera in diabetes)

    दुर्भाग्य से एलोवेरा के उपयोग के साथ भी कुछ रिस्क जुड़े हुए हैं। यह टाइप 2 डायबिटीज से ग्रसित लोगों में ब्लड शुगर के लेवल को कम कर सकता है, लेकिन जो लोग ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए दवाओं का उपयोग कर रहे हैं उन्हें इसका उपयोग ओरली बेहद सावधानी से करना चाहिए। अगर आप दोनों का एक साथ उपयोग करते हैं तो यह हायपोग्लाइसिमिया (Hypoglycemia) का कारण बन सकता है। जिसकी वजह से आपको थकान, पसीना आना, आसामान्य दिल की धड़कन, कंपकंपी होना जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

    अगर हायपोग्लाइसीमिया बिगड़ जाता है तो यह धुंधला दिखाई देना, ध्यान केन्द्रित ना कर पाना और दौरे का कारण बन सकता है। इसलिए डायबिटीज में एलोवेरा का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। ऐसा ना सोचें कि यह एक हर्बल प्रोडक्ट तो इसका कोई नुकसान नहीं होगा और हर्बल प्रोडक्ट्स सभी के लिए सेफ होते हैं ऐसा विचार दिमाग से निकाल दें।

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    एलोवेरा को डायट में शामिल कैसे करें? (How to include Aloe Vera in diet?)

    डायबिटीज में एलोवेरा के फायदे प्राप्त करना चाहते हैं तो जरूरी नहीं है कि आप सप्लिमेंट्स का ही सहारा लें। आप एलोवेरा जूस, एलोवेरा स्मूदी और इसे सलाद या सब्जी में डालकर भी उपयोग कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए भी डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। चाहे आप सप्लिमेंट्स का उपयोग करें या नैचुरल तरीके से एलोवेरा का इसका उपयोग सही डोज में करना जरूरी है। जिसकी सही जानकारी डॉक्टर ही दे सकेंगे। इसलिए जब आपको डॉक्टर की तरफ से एलोवेरा के उपयोग को लेकर अनुमति मिल जाए तब आप इन ऑप्शन को अपना सकते हैं।

    एलोवेरा के अन्य फायदे (Other benefits of Aloe vera)

    डायबिटीज में एलोवेरा के फायदे तो आपने जान ही लिए हैं। अब हम आपको बता रहे हैं एलोवेरा के अन्य फायदे। यह दूसरी कई हेल्थ कंडिशन में उपयोगी है जो निम्न हैं।

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    हार्ट बर्न से राहत दिलाएं एलोवेरा (Aloe vera to get relief from heartburn)

    गैस्ट्रोइसोफेजियल रिफ्लक्स डिजीज (Gastroesophageal reflux disease) एक डायजेस्टिव डिसऑर्डर है जिसकी वजह से हार्टबर्न की परेशानी होती है। एलोवेरा जेल गर्ड की गंभीरता को कम कर सकता है। यह आपकी डायजेशन से संबंधित परेशानियों को कम कर सकता है। इसके अलावा इसमें लैक्सेटिव गुण पाए जाते हैं जिसकी वजह से यह कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है।

    ओरल हेल्थ के लिए बेहतर (Aloe vera for oral health)

    डायबिटीज में एलोवेरा तो फायदेमंद है ही, लेकिन एनसीबीआई में छपी एक स्टडी के अनुसार एलोवेरा कैमिकल बेस्ड माउथवॉश का एक सेफ, इफेक्टिव ऑल्टरनेटिव है। इसमें विटामिन सी पाया जाता है जो प्लाक (Plaque) को बनने से रोकता है। यह मसूड़ों की ब्लीडिंग और सूजन से भी राहत दिलाने में मदद करता है।

    सनबर्न से राहत दिलाता है (Aloe vera for sunburn)

    एलोवेरा जेल के कूलिंग इफेक्ट के चलते यह सनर्बन से राहत दिलाने के लिए उपयोग किया जाता है। स्किन कैंसर फाउंडेशन के अनुसार माइल्ड सनर्बन से प्राप्त करने के लिए एलोवेरा का उपयोग सुरक्षित है।

    डायबिटीज में एलोवेरा:  पेन रिलिवर (Pain reliever)

    एलोवेरा में सैलिसिलिक एसिड (Salicylic acid) नैचुरली पाया जाता है जो इसे एंटी इंफ्लामेटरी इंफेक्ट्स देता है। ओरली एलोवेरा का उपयोग क्रोनिक पेन में राहत पहुंचा जा सकता है। जिसमें ऑस्टियोअर्थराइटिस (Osteoarthritis) शामिल है। हालांकि, इस पर अभी और अध्ययन करने की आवश्यकता है। किसी भी स्थिति में एलोवेरा का उपयोग मेडिकल प्रोफेशनल या हर्बल एक्सपर्ट की सलाह के ना करें।

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    उम्मीद करते हैं कि डायबिटीज में एलोवेरा के फायदे और इसके उपयोग से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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