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Natural Laxatives : ये प्राकृतिक लैक्सेटिवस कब्ज से दिला सकती है छुटकारा!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 12/05/2022

    Natural Laxatives : ये प्राकृतिक लैक्सेटिवस कब्ज से दिला सकती है छुटकारा!

    अगर सुबह पेट अच्छे से साफ न हुआ तो, पूरा दिन अनकफर्टेबल महसूस होता हैं। लेकिन, उन लोगों के बारे में सोचें, जो कब्ज की समस्या से पीड़ित होते हैं। कब्ज पेट की वो समस्या है जिसमें मल त्याग में समस्या होती है। यही नहीं, इसमें कई बार मल के साथ खून भी आ सकता है। अगर कब्ज का उपचार सही समय पर न किया जाए तो शरीर में कई समस्याएं और विकार हो सकते हैं। कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए लैक्सेटिव का प्रयोग किया जाता है। जानिए, कब्ज के लिए लैक्सेटिव (Laxatives for Constipation) के प्रयोग और प्राकृतिक लैक्सेटिवस (Natural Laxatives) के बारे में विस्तार से:

    कब्ज के लिए लैक्सेटिव कितने उपयोगी हैं (Laxatives for Constipation are Useful or not)

    कब्ज के लिए लैक्सेटिव (Laxatives for Constipation) वो चीजें या दवाइयां हैं, जिनका प्रयोग करने से मल ढीला होता है या यह मल त्याग को उत्तेजित करते हैं। यह लैक्सेटिव आसानी से बाजार में उपलब्ध हैं, लेकिन इनका प्रयोग किन्हीं स्थितियों में करना खतरनाक है। अगर इसका कारण गंभीर स्थितियां हैं जैसे अपेंडिसाइटिस (Appendicitis )या बोवेल ऑब्स्ट्रक्शन (Bowel Obstruction)। यही नहीं, अगर आप महीनों या हफ़्तों तक इनका प्रयोग करते हैं तो आपकी समस्या बढ़ सकती हैं। अगर आप कब्ज की समस्या से पीड़ित हैं तो हम आपको कब्ज के लिए लैक्सेटिव (Laxatives for Constipation) के रूप में प्राकृतिक लैक्सेटिवस का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। इनसे न केवल आपकी समस्या दूर होगी बल्कि यह पूरी तरह से प्राकृतिक हैं, यानी इनसे कोई नुकसान नहीं होता। जानिए कौन से यहीं कब्ज के लिए लैक्सेटिव (Laxatives for Constipation) यानी प्राकृतिक लैक्सेटिवस:

    और पढ़ें : कब्ज की शिकायत दूर करने के कुछ घरेलू उपाय, दिलाएंगे राहत

    चिया सीड्स (Chia seeds)

    फायबर युक्त होने के कारण चिया सीड्स पेट की समस्याओं को आसानी से दूर करने में मदद करते हैं। इनका सेवन करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि इन्हें पानी में मिक्स करें और रात भर ऐसे ही रहने दें। अगली सुबह इन्हें पानी में ड़ाल कर खाली पेट लें। चिया सीड्स का जेल के जैसा टेक्सचर मल त्याग में मदद करता है।

    कब्ज के लिए लैक्सेटिव

    तिल के बीज (Sesame seeds)

    तिल के बीज ऑयली होते हैं और आंतों को नमी प्रदान करने में मदद करते हैं। तिल के बीज का सेवन करने से कब्ज की परेशानी से राहत मिल सकती है। अगर आप कब्ज की समस्या से पीड़ित हैं तो कब्ज के लिए लैक्सेटिव (Laxatives for Constipation) में आप तिल के बीज का प्रयोग कर सकते हैं। इसे आप सलाद और अनाज में ले सकते हैं।

    दूध और घी (Milk and Ghee)

    बहुत अधिक डेयरी उत्पादों का सेवन करने से कई बार कब्ज हो सकती है। लेकिन, कई लोगों को गर्म दूध पीने से बॉवेल्स को स्टिमुलेट करने में मदद मिलती है। खासतौर, पर अगर इसमें घी ड़ाल दिया जाए। आयुर्वेद में इसे एक अच्छा तरीका माना गया है कब्ज के लिए। इसके लिए आपको शाम को गर्म दूध में दो चम्मच घी ड़ाल कर पीना है और अगली सुबह आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे।

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    पानी (Water)

    अधिक पानी पीना कब्ज से राहत पाने का पहला चरण है। जब आपके शरीर में पानी की कमी होने लगती है तो हमारा शरीर पूरी बॉडी में से पानी का प्रयोग करने लगता है, जिसमें बृहदान्त्र (Colon) भी शामिल है। ऐसे में दिन में 6 से 8 गिलास पानी पीने से शरीर में पानी की कमी नहीं होगी, मल को नरम बने रहने में मदद मिलेगी और बोवेल मूवमेंट आरामदायक और फ्रीक्वेंट रहेगी।

    व्यायाम (Exercise)

    नियमित रूप से व्यायाम करने में आपको स्वस्थ बोवेल मूवमेंट बनाए रखने में मदद मिलेगी। शारीरिक गतिविधि का आंत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। जैसे दौड़ने से यह समस्या को कम होने में मदद मिलती है। खेल गतिविधियों में भाग लेना, नृत्य, या यहां तक ​​कि दिन में एक या दो बार 10 से 15 मिनट तक चलना भी इस समस्या से राहत पहुंचाने में मदद कर सकता है।

    एलोवेरा (Aloe Vera)

    आपने अपनी स्किन के लिए तो एलोवेरा का प्रयोग किया ही होगा लेकिन कब्ज के लिए लैक्सेटिव (Laxatives for Constipation) में इसका नाम भी लिया जाता है। इसमें विटामिन, एंजाइम, मिनरल, शुगर होती है। एलोवेरा आपकी आंत में पानी की मात्रा को बढ़ाने में मदद करता है और उनके मूवमेंट को आसान बनाता है। एलोवेरा का सेवन आपके मल को चिकनाई देगा और इस प्रकार, कब्ज को दूर रखेगा।

    कब्ज के लिए लैक्सेटिव

    योगा (Yoga)

    कब्ज बहुत परेशान करने वाली स्थिति हो सकती है, खसतौर पर अगर आपको ब्लोटिंग या ऐंठन की समस्या हैं, तो कई बार व्यायाम करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में आप स्ट्रेचिंग और योगा कर सकते हैं। इससे आपको आराम मिलेग। योग के कुछ पोज जैसे अधोमुख श्वानासन (Adho Mukha Svanasana) और उत्तानासन (Uttanasana) भी मल त्याग को उत्तेजित करने के लिए किए जा सकते हैं।

    और पढ़ें : Constipation: कब्ज (कॉन्स्टिपेशन) क्या है? जानिए इसके कारण, लक्षण और उपाय

    शहद (Honey)

    शहद वो सामान्य घरेलू उपचार है जो लैक्सटिव के रूप में काम कर सकता है। इसे आप चाय, पानी या गर्म दूध में ड़ाल कर ले सकते हैं।

    फायबर डाइट (Fiber Diet)

    अपने आहार में डाइटरी फायबर को शामिल कर के आप कॉन्स्टिपेशन की समस्या से कुछ हद तक बच सकते हैं। यह कब्ज के लिए लैक्सेटिव (Laxatives for Constipation)  का काम करता है। अघुलनशील फायबर का सेवन बाउल मूवमेंट की स्थिरता को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। यह कब्ज के लिए सबसे प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है। आप अपने आहार में विभिन्न फायबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज या शामिल कर सकते हैं। अगर आपको कब्ज है तो आपको अपने आहार में फायबर इस मात्रा में शामिल करनी चाहिए:

    • 50 साल से कम उम्र की महिलाएं – रोजाना 25 ग्राम तक की मात्रा में फायबर लें।
    • 50 साल से कम उम्र के पुरुष -रोजाना 38 ग्राम तक की मात्रा में फायबर लें।
    • 50 साल से अधिक उम्र की महिलाएं- रोजाना 21 ग्राम तक फाइबर लें।
    • 50 साल से अधिक उम्र के पुरुष रोजाना 30 ग्राम तक फाइबर लें।

    दलिया (Oats)

    यह सुपरफूड प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत है और इसमें महत्वपूर्ण विटामिन भी होते हैं, जो कब्ज से छुटकारा पाने में मदद करते हैं। यह मैग्नीशियम का भी अच्छा स्त्रोत है। ऐसा माना जाता है कि सही मात्रा में मैग्नीशियम का सेवन करने से आपको कब्ज से छुटकारा मिल सकता है। रोजाना 310–420 मिलीग्राम मैग्नीशियम की मात्रा लेने की सलाह दी जाती है। इसकी मात्रा, उम्र और लिंग के अनुसार अलग-अलग हो सकती है अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर की सलाह लें।

    केला (Banana)

    केले को कब्ज को दूर करने का अच्छा घरेलू नुस्खा माना जाता है। पके हुए केले का सेवन कब्ज से छुटकारा पाने का अच्छा तरीका है। यह फायबर का अच्छा स्त्रोत हैं और पाचन को सुधारने में भी मददगार हैं।

    चाय (Tea)

    चाय जैसा गर्म पेय आपके पाचन और जठरांत्र प्रणाली के लिए राहत प्रदान करने वाला हो सकता है। अदरक और पुदीने वाली चाय के बारे में तो आप जानते ही होंगी कि यह पेट की समस्याओं को दूर करने में प्रभावी हैं, कुछ चाय आपकी इस समस्या को दूर कर सकती हैं जैसे:

    • अदरक (Ginger Tea) : अदरक वाली चाय पाचन क्रिया को बढ़ाने में मददगार होती है, जिससे पेट की कई समस्याएं दूर होती हैं।
    • पुदीने वाली चाय (Mint Tea) : अगर आप कब्ज की समस्या से पीड़ित हैं तो कब्ज़ के लिए लैक्सटिवस में आपको अपने आहार में मिंट यानी पुदीने वाली चाय को अवश्य शामिल करना चाहिए। प्राकृतिक लैक्सटिव होने की वजह से इससे पाचन क्रिया बढ़ती है जिससे कब्ज से छुटकारा मिलता है।
    • कैमोमाइल टी (Chamomile tea): कैमोमाइल टी पीने से डाइजेस्टिव मसल्स को आराम मिलता है, जिससे बोवेल मूवमेंट की समस्याएं दूर होती हैं।
    • मुलेठी की चाय (Licorice Root) : मुलेठी के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण डाइजेस्टिव सिस्टम को आराम पहुंचाने के काम आते हैं।

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    स्वस्थ बोवेल मूवमेंट के लिए टिप्स (Tips for healthy bowel movements)

    स्वस्थ बोवेल मूवमेंट से आपको न केवल कब्ज बाकि पाचन संबंधी अन्य समस्याओं से भी छुटकारा मिल सकता है। इसलिए अपने पेट को साफ और स्वस्थ बोवेल मूवमेंट को बनाए रखने के लिए आप इन टिप्स का पालन कर सकते हैं।

    • आहार जिसमें पर्याप्त फायबर होती है। डाइजेस्टिव सिस्टम को स्वस्थ बनाए रखने में मददगार है। फायबर दो तरह के होते हैं घुलनशील और अघुलनशील फायबर और दोनों का ही डायट में होना जरूरी हैं। फायबर के स्त्रोत इस प्रकार हैं:

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    घुलनशील फायबर (Soluble Fiber)

    • फल (Fruit)
    • सब्जियां (Vegetables)
    • ओट्स (Oats)
    • दालें (Grains)

    अघुलनशील फायबर (Insoluble Fiber)

    • व्होलग्रेन पास्ता, ब्रेड, और सीरियल (Wholegrain Pasta, Bread, and Cereal)
    • फलों और सब्जियों के छिलके जैसे आलू और सेब (Skin of Fruits and Vegetables, such as Potatoes or Apples)
    • ब्राउन राइस (Brown Rice)

    कब्ज की समस्या के लिए दोनों ही फायबर फायदेमंद हैं और इन दोनों को आपको अपने आहार में शामिल करना चाहिए। घुलनशील फायबर डायरिया और कब्ज दोनों के लिए अच्छी है। अघुलनशील फायबर युक्त आहार का सेवन कब्ज की स्थिति में बेहरीन माना जाता है। आइस क्रीम, प्रोसेस्ड फ़ूड या तले हुए आहार में फायबर नहीं होता (Foods such as Fries, Ice Cream, and Processed Foods do not contain a lot of Fiber)

    • मल त्याग के लिए अगर आप एक ही समय निर्धारित करेंगे तो आपको नियमित मल त्याग में मदद मिलेगी। जब आपको मल त्याग की इच्छा हो रही है, अगर आप उस समय मल त्याग नहीं करते हैं तो इससे मल सख्त हो जाता है और उसे पास करने में मुश्किल होती है।
    • जब भी मल त्याग के लिए बाथरूम जाएं तो ध्यान रहे कि यह आरामदायक जगह होनी चाहिए। क्योंकि, स्ट्रेस के कारण मल त्याग में समस्या हो सकती है।
    • तनाव और चिंता हमेशा इस समस्या को बढ़ा सकती हैं। इसलिए, तनाव या चिंता से बचे इसके लिए सही आहार लें, व्यायाम करें और खुश रहें और अधिक समस्या होने पर डॉक्टर की राय लेना न भूलें।
    • स्मोकिंग भी पेट संबंधी समस्याओं को बढ़ाव दे सकती है। इसलिए, अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो उससे क़ब्ज़ की समस्या भी बढ़ सकती है। इसलिए आपको क़ब्ज़ से बचने के लिए स्मोकिंग की आदत छोड़नी होगी।

    लैक्सेटिव

    कब्ज की समस्या में कब डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए (When to Take Advice from Doctor)

    कब्ज के लिए लैक्सेटिव (Laxatives for Constipation) के बारे में आप जान ही गए होंगे। अधिकतर लोग जीवन में कई बार इस समस्या का सामना करते हैं। कई बार यह समस्या स्वयं ही ठीक हो जाती है। कई बार आप इन घरेलू नुस्खों का प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन, अगर यह होम रेमेडीज काम न आएं तो आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर आपको लैक्सटिव की सलाह जल्दी कब्ज से छुटकारा पाने के लिए देते हैं इसलिए हमेशा इन दवाईयों का प्रयोग अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करें।  लेकिन, इन स्थितियों में तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं:

    • अगर आपको दो हफ्तों तक मल त्याग न हुआ हो।
    • अगर आप मल त्याग करते हुए पेट में गंभीर दर्द या मल के साथ खून नोटिस करें।

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    कब्ज को सामान्य समस्या न समझें। यह गंभीर हो सकती है। अगर कब्ज के लिए लैक्सेटिव (Laxatives for Constipation) को लेकर आपके मन में कोई भी संदेह है तो डॉक्टर से इनके बारे में अधिक जानें। अपने जीवन में थोड़े से परिवर्तन करके आप इस समस्या से राहत पा सकते हैं। लेकिन, अधिक समस्या होने पर डॉक्टर या किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूरी है।

    डिस्क्लेमर

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    डॉ. प्रणाली पाटील

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    AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 12/05/2022

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