backup og meta

शुगर में पोहा खा सकते हैं? जानें डायबिटीज होने पर बेस्ट ब्रेकफास्ट ऑप्शन क्या हैं

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 16/11/2023

    शुगर में पोहा खा सकते हैं? जानें डायबिटीज होने पर बेस्ट ब्रेकफास्ट ऑप्शन क्या हैं

    डायबिटिक्स (Diabetics) हमेशा ऐसे फूड्स की तलाश में रहते हैं जो ब्लड शुगर (Blood sugar) को लेवल में रखने में मदद करें और उनके टेस्ट बड को भी सैटिस्फाय करें। जिसमें एक पोहा हो सकता है। कुछ डायबिटीज लोगों के मन में सवाल रहता है कि क्या शुगर में पोहा खा सकते हैं? दरअसल, डायबिटीज में पोहा (Poha in diabetes) अगर सीमित मात्रा में खाया जाए तो यह टेस्ट बड को भी शांत करेगा और डायबिटिक पर्सन की हेल्थ को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा। बता दें कि पोहा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic index) भी कम है। आइए विस्तार से जानते हैं कि शुगर में पोहा खा सकते हैं?

    शुगर में पोहा खा सकते (Poha in diabetes) हैं?

    पोहा या फ्लेक्ड राइस (Flaked Rice) चिवड़े का एक प्रकार है जो फेमस इंडियन ब्रेकफास्ट है। इसमें कार्ब (Carb) और प्रोटीन (Protein) पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसके साथ ही यह आयरन (Iron) का भी अच्छा सोर्स है। इसमें नींबू को मिलाने से यह विटामिन सी (Vitamin C) का भी अच्छा सोर्स बन जाता है। लो ग्लाइसेमिक लोड और इंडेक्स के साथ हाय ब्लड शुगर लेवल का सामना कर रहे डायबिटिक्स के लिए अच्छा ब्रेकफास्ट ऑप्शन है। दूसरी अच्छी बात ये है कि यह ग्लूटेन फ्री (Gluten free) होने के साथ ही एंटीऑक्सिडेंट युक्त है। इसके साथ ही शुगर में पोहा खा सकते (Poha in diabetes) क्योंकि इसमें फायबर भी होता है जो डायजेशन को प्रमोट करने के साथ ही ब्लड में शुगर को धीरे-धीरे रिलीज करता है और ब्लड शुगर के स्पाइक को कम करता है।

    और पढ़ें: डायबिटीज में पालक : सब्जी एक फायदे अनेक!

    शुगर में पोहा खा सकते (Poha in diabetes) : वजन को बढ़ने से रोकता है

    टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) का वेट गेन से गहरा संबंध है। इसलिए ब्लड ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए वजन को कंट्रोल में रखना भी जरूरी है। ऐसे में शुगर में पोहा खा सकते (Poha in diabetes) हैं। क्योंकि इसमें लो फैट (Low fat) और हाय फायबर (High fiber) होता है। वजन कम करने के लिए स्ट्रगल कर रहे हैं तो डायबिटीज में पोहा (Poha in diabetes) मदद कर सकता है।

    शुगर में पोहा खा सकते (Poha in diabetes) : एडेड शुगर नहीं होती

    पोहे को बनाने में किसी प्रकार की एडेड शुगर या प्रिजर्वेटिव्स का उपयोग नहीं किया जाता है। पोहा को पकाने में भी शुगर डालना जरूरी नहीं होता है। जिसमें प्याज, हरी र्मिच, हरी धनिया आदि का उपयोग किया जाता है। इसलिए भी यह ब्लड शुगर (Blood sugar) को कंट्रोल में रखने में मदद करता है।

    और पढ़ें: डायबिटीज में सेब के सेवन से हो सकते हैं ये बड़े फायदे! क्या जानना नहीं चाहेंगे आप?

    शुगर में पोहा खा सकते (Poha in diabetes) और इसके अन्य फायदे भी

    अब तो आप समझ ही गए होंगे कि शुगर में पोहा खा सकते (Poha in diabetes) लेकिन इसके अन्य फायदे भी हैं। वे भी जान लेते हैं।

    पेट के लिए अच्छा (Good for stomach health)

    पोहा बनाने के तरीके की वजह से यह प्रोबायोटिक्स (Probiotics) का अच्छा सोर्स है जो स्टमक हेल्थ को मेंटेन रखने में मदद करता है। पोहे की फ़ॉर्मेशन प्रॉसेस (Formation process) में बनने वाले माइक्रोऑर्गानिज्म (micro organism) बॉडी को हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस से बचाने में मदद करते हैं। साथ ही यह आसानी से पच जाता है।

    लौ कैलोरी फूड (Low calorie food) का बेस्ट ऑप्शन

    जो लोग वजन कम करना चाहते हैं उनके लिए पोहा लो कैलोरी (Low calorie) फूड का अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है। इसमें ड्राय फ्रूट्स और अनार के दाने डालकर इसके पोषक तत्वों को और बढ़ाया जा सकता है। यह पेट भरे होने का एहसास कराता है।

    और पढ़ें: टाइप 1 डायबिटीज में कीटो डायट : फ़ॉलो करने से पहले पढ़ लें ये खबर!

    प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी है अच्छा ब्रेकफास्ट  (Good breakfast for pregnant women)

    इसको बनाने की प्रॉसेस में इसमें आयरन के रोलर्स का उपयोग किया जाता है जिससे पोहे में भरपूर मात्रा में आयरन (Iron) प्रवेश कर जाता है। इसलिए यह आयरन की भी अच्छा सोर्स बन जाता है। प्रेग्नेंट महिलाएं पोहे का सेवन कर सकती है। बता दें कि प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए जेस्टेशनल एनीमिया (Gestational anemia) को रोकने और ब्लड में ऑक्सिजन के लेवल्स को रेगुलेट करना जरूरी है।

    डायबिटीज में पोहा (Poha in diabetes) खाने का सही समय क्या है?

    पोहा पेट के लिए हल्का और जल्दी पचने वाला स्नैक है। आप दिन में कभी भी पोहा खा सकते हैं। ज्यादातर लोग सुबह के ब्रेकफास्ट में पोहा खाना पसंद करते हैं। अगर आप चाहे तो ईवनिंग स्नैक्स में भी इसका आनंद ले सकते हैं या चाहे तो डिनर में पोहा खा सकते हैं, च्वॉइस आपकी है।

    डायबिटीज में पोहा खाने के नुकसान भी हो सकते हैं? (Disadvantage of Poha in diabetes)

    अभी तक ऐसी कोई रिसर्च नहीं आई है जिसमें पोहा नुकसानदायक बताया गया हो, लेकिन साथ ही किसी भी चीज का अधिक मात्रा में सेवन नुकसानदायक हो सकता है। पोर्शन साइज और डेली इंटेक को मेंटेन रखें। आप चाहे तो रोज इसे खाने की जगह हफ्ते में एक या दो बार खा सकते हैं। इस बारे में डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

    और पढ़ें: डायबिटीज में पिस्ता खाना क्या होता है फायदेमंद?

    डायबिटीज में पोहा (Poha in diabetes)

    डायबिटीज में पोहा चावल खाने कैसे बेहतर है? (Is Poha Better Than Rice?)

    डायबिटीज में इन चीजों से बनाकर रखें दूरी (Avoid these in diabetes)

    • वाइट ब्रेड, चावल और पास्ता हाय कार्ब, प्रोसेस्ड फूड्स हैं। टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) वाले लोगों में इन खाद्य पदार्थों के सेवन से ब्लड शुगर के लेवल में बढ़ोत्तरी देखी गई है। इन फूड प्रोडक्ट्स के सेवन से बचें।
    • पीनट बटर, स्प्रेड, बेक्ड गुड्स और फ्रोजन फूड्स आदि में ट्रांस फैट पाया जाता हैं। हालांकि, ट्रांस फैट (Trans fat) डायरेक्ट ब्लड शुगर के लेवल को नहीं बढ़ाता है, लेकिन ये बढ़े हुए इंफ्लामेशन, घटे हुए इंसुलिन रेजिस्टेंस (Insulin resistance) और बेली फैट को बढ़ाने के साथ-साथ एचडीएल (अच्छे) कोलेस्ट्रॉल लेवल को घटा सकते हैं। इसलिए इन प्रोडक्ट्स को कंज्यूम करने से बचें।
    • पैक्ड फूड्स स्नैक के अच्छे ऑप्शन नहीं हैं। आम तौर पे ये रिफाइंड आटे से बने होते हैं। इनमें फास्ट-डायजेस्टिंग कार्ब्स होते हैं जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकते हैं। इनमें से कुछ खाद्य पदार्थों में उनके न्यूट्रिशन लेबल पर बताइ गयी मात्रा से अधिक कार्ब्स हो सकते हैं।

    और पढ़ें: लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड्स : क्या डायबिटीज में इस डायट के बारे में जानते हैं आप?

    डायबिटीज में इन ड्रिंक्स से भी बचना है जरूरी (Do not consume these in diabetes)

    • डायबिटीज पेशेंट्स के लिए शुगर स्वीट बेवरेज सबसे खराब ड्रिंक चॉइस है। इनसे दूर रहना ही बेहतर है। इन ड्रिंक्स में फ्रक्टोज भरपूर पाया जाता है जिसका संबंध इंसुलिन रेजिस्टेंस और डायबिटीज से है। दरअसल, स्टडीज से पता चलता है कि शुगर स्वीटेंड बेवरेज के सेवन से डायबिटीज से संबंधित कंडिशंस जैसे फैटी लिवर की बीमारी (Fatty live disease) का खतरा बढ़ सकता है।
    • हालांकि फ्रूट जूस को अक्सर एक हेल्दी बेवरेज माना जाता है, ब्लड शुगर (Blood sugar) पर इसका प्रभाव सोडा और अन्य शुगरी ड्रिंक्स के बराबर ही होता है। फलों का रस फ्रक्टोज से भरा होता है। यह ओबेसिटी और हार्ट डिजीज का कारण बनता है।

    ध्यान दें

    उम्मीद करते हैं कि आपको यह समझ आ गया होगा कि शुगर में पोहा खा सकते (Poha in diabetes) और इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

    डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


    Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 16/11/2023

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement