जब आप जल्द से जल्द अपनी स्थिति को स्वीकार कर लेते हैं, तो यह आपके लिए उतना ही फायदेमंद साबित होता है। आपको अपनी बीमारी के हर पहलू को समझकर उसे स्वीकार करना चाहिए। जिससे आप नेगेटिविटी (Negativity) से बच सकें हमेशा खुद को सकारात्मक बनाए रख सकें। इससे आप डायबिटीज (Diabetes) की समस्या को सामान्य बनाए रखे सकेंगे।
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एक्शन प्लान निर्धारित करें
अपनी समस्या को स्वीकार करने के बाद आपको जल्द से जल्द ठीक होने के लिए एक एक्शन प्लान की जरूरत होगी। जिसमें खास तौर पर स्वस्थ आहार और व्यायाम (Healthy diet and exercise) की जरूरत पड़ती है। ऐसे में डॉक्टर से सलाह ले कर अपने लिए एक सही आहार और व्यायाम का प्लान तैयार करें और उसे पूरे मन से फॉलो करें।
अपनों से जुड़े रहें
अकेलापन (Loneliness) आपके लिए बेहद गंभीर समस्याएं लेकर आ सकता है। यदि आप डायबिटिक हैं तो अकेले रहना आपके लिए सही नहीं है। इसके बदले अपने परिवार के साथ घुले-मिले और उनसे हंस कर बातें करें, जिससे आप चिंता से दूर रहेंगे और आपके परिवार का साथ और प्यार आपको इस समस्या में मजबूत बनाए रखेगा। इससे अब डिप्रेशन (Depression) से भी दूर रहेंगे।
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लाइफ स्टाइल में बदलाव
लाइफस्टाइल में बदलाव करके भी आप डायबिटीज में गुस्सा (Anger in diabetes) आने की समस्या से बच सकते हैं। समय पर खाना और सही डायट लेना आपके शरीर को बेहतर महसूस करवाएगा, जिससे आपको मूड स्विंग की समस्या नहीं होगी। साथ ही साथ रोजाना एक्सरसाइज आपके शरीर में ब्लड फ्लो बेहतर बनाएगा, जिससे आपका आवेश कम होगा और डायबिटीज में गुस्सा (Anger) आना कम होगा। डायबिटिक व्यक्ति के लिए यह जानना जरूरी है कि दवा आपके लिए बेहद जरूरी है। डॉक्टर द्वारा प्रिसक्राइब की हुई दवा समय पर लें, जिससे आपका ब्लड शुगर लेवल मेंटेन रहे और आपका मूड बेहतर बना रहे।
डायबिटीज में गुस्सा (Anger) आना एक आम बात मानी जाती है, लेकिन आप अपने मन को समझा कर ऐसी स्थिति में बेहतर महसूस कर सकते हैं। इसलिए डॉक्टर की सलाह के बाद अपने लिए एक एक्शन प्लान बनाएं और डायबिटीज में गुस्सा (Anger in diabetes) कम करने की कोशिश करें।