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सेकंड प्रेग्नेंसी (Second pregnancy) जल्दी दिखाई देनी शुरू हो जाती है
पहली और दूसरी प्रेग्नेंसी में अंतर (Difference Between first and second Pregnancy) के बारे में यह जानकारी बेहद महत्वपूर्ण है। पहली प्रेग्नेंसी के बाद लिगामेंट्स और मसल्स स्ट्रेच हो जाते हैं। इसलिए दूसरी प्रेग्नेंसी बहुत जल्दी दिखाई देनी शुरू हो जाती है। यही नहीं, यह ढीली पेट की मांसपेशियों के कारण कई अन्य समस्याएं भी होती है जैसी पीठ दर्द और शरीर में अन्य दर्द आदि।
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शिशु की मूवमेंट जल्दी महसूस होती है (Baby movements)
पहली और दूसरी प्रेग्नेंसी में अंतर (Difference Between first and second Pregnancy) में शिशु की मूवमेंट भी शामिल है। पेट की मसल्स का स्ट्रेच्ड होना भी गर्भ में शिशु के मूवमेंट के जल्दी अनुभव होने का कारण बन सकता है। ऐसा माना जाता है कि दूसरी प्रेग्नेंसी में 16 वीक्स के आसपास ही शिशु की मूवमेंट का अनुभव होता है। यही नहीं, दूसरी गर्भावस्था में बेबी किक्स को भी जल्दी महसूस किया जा सकता है।
पहली और दूसरी प्रेग्नेंसी में अंतर: अधिक थकावट (More tired)
पहली गर्भावस्था के दौरान आप जब चाहे नैप ले सकती हैं और आराम कर सकती हैं। लेकिन, दूसरी गर्भावस्था के दौरान अधिकतर महिलाएं ऐसा नहीं कर पाती हैं। क्योंकि, इस दौरान उनकी जिम्मेदारियां बढ़ चुकी होती है। दूसरी प्रेग्नेंसी के दौरान आपके पास एक और बच्चा होता है, जिसकी देखभाल करने में आपके पास आराम करने का समय कम होता है। हालांकि, ऐसा माना जाता है कि अधिकतर महिलाएं दूसरी प्रेग्नेंसी में पहली की तुलना में अधिक थकावट महसूस करती हैं। यही नहीं, उनमें एनर्जी भी कम होती है।
ऐसे में पर्याप्त आराम करने, सही आहार और नियमित व्यायाम करने से आप इस समस्या से कुछ हद तक राहत पा सकती हैं और आपकी एनर्जी भी फिर से वापस आ सकती है। इसके लिए आप अपने पार्टनर या अन्य फैमिली मेंबर की मदद लें। अब जानते हैं पहली और दूसरी प्रेग्नेंसी में अंतर (Difference Between first and second Pregnancy) में और अधिक।
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