क्या कॉर्ड ब्लड बैकिंग के लिए प्राइवेट बैंक को चुनना चाहिए?
आपको कॉर्ड ब्लड बैकिंग के लिए बैंक का चुनाव करते समय पब्लिक और प्राइवेट बैंकिंग के बीच के अंतर को समझना होगा। लोगों को पता होना चाहिए कि आज के समय में कॉर्ड ब्लड सिर्फ 80 हेल्थ कंडिशन में ही उपयुक्त माना गया है। जो खून से जुड़े डिसऑर्डर हैं।
कॉर्ड ब्लड बैकिंग करते वक्त में प्राइस करती है मैटर
कॉर्ड ब्लड बैंकिंग की लागत नए माता-पिता के लिए चिंता का विषय है। खासकर जब वे शिशु के जन्म के दौरान और प्रेग्नेंसी के दौरान अन्य खर्चों का सामना कर रहे होते हैं। ऐसी स्थिति में यह जानना बहुत जरूरी है कि सार्वजनिक बैंकों में एक ही यूनिट का मेल हो इसकी की गारंटी नहीं है। निजी कॉर्ड ब्लड बैंक में इस बात की कोई चिंता नहीं होती, लेकिन यहां की लागत थोड़ी ज्यादा हो सकती है। हालांकि पेमेंट मेथड इस लागत को सस्ती मासिक दरों में तब्दील कर सकता है।
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कॉर्ड ब्लड बैकिंग करते वक्त स्टॉक के बारे में पता करें
ध्यान रखें कि एक सफल कॉर्ड ब्लड बैंक वह है जिसके पास अच्छी संख्या में कॉर्ड ब्लड यूनिट्स का स्टॉक हो।
कॉर्ड ब्लड बैकिंग करते वक्त स्टोरेज को लेकर पता करें ये बात
स्टोरेज और प्रॉसेसिंग फी सभी लैबोरेट्रीज में अलग होती है। कॉर्ड ब्लड की स्टोरेज दर को हमेशा सस्ता होना चाहिए। जब भी किसी कॉर्ड ब्लड स्टोरज कराने वाली संस्था का चयन करें यह ध्यान रखें कि ऐसी कंपनी की तलाश करें जो सभी लागतों के साथ पारदर्शी हो और जिसमें कोई हिडन फीस न हो।
पश्चिमी देशों की तुलना में भारत में यूसीबी प्रतिरोपण की संख्या बेहद कम है। यह सिर्फ खर्चीला होने और सार्वजिक ब्लड बैंकों में पर्याप्त संख्या में अनुकूल यूसीबी यूनिटों की अनुपलब्धता के कारण है। अतः जब भी कॉर्ड ब्लड बैंक का चुनाव करें ऊपर बताए गई बातों को ध्यान में रखें।
हम उम्मीद करते हैं कि कॉड ब्लड बैकिंग पर लिखा गया यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा और कॉड ब्लड बैकिंग को समझने में इससे मदद मिलेगी। किसी भी प्रकार की अन्य जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।